Lucknow: डीएम ने लगाई फटकार तो तहसीलदार राजेश विश्वकर्मा को आ गया चक्कर, पांचों तहसीलों में कुल 492 शिकायतें
इससे पहले कि वह फर्श पर गिरते कुछ वकीलों ने उन्हें संभाल लिया। तहसीलदार को सुनवाई काउंटर पर ही लिटाया गया। सभागार में मौजूद डॉ. जेपी सिंह द्वारा जांच करके उन्हें तत्काल राम सागर मिश्र हॉस्पिटल पहुंचाया गया। इलाज के बाद तहसीलदार को छुट्टी दे दी गई। अस्पताल में तहसीलदार को देखने डीएम, एसडीएम, डीसीपी उत्तरी समेत अन्य अधिकारी पहुंचे।
यहां डॉक्टरों ने बताया कि डिहाइड्रेशन और अधिक सोचने की वजह से ऐसा हुआ है। दरअसल, बार एसोसिएशन और फरियादियों ने तहसीलदार के खिलाफ डीएम के सामने शिकायतों की झड़ी लगा दी। बीकेटी बार एसोसिएशन के महामंत्री शैलेंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि खतौनी फीडिंग और नाबालिक से बालिग दर्ज करवाने में हजारों रुपये खर्च करने पड़ते हैं। महामंत्री ने तहसीलदार के अलावा लेखपालों पर भी गंभीर आरोप लगाए। यही नहीं बड़ी संख्या में फाइल लंबित होने की बात कही।
गोहना कला प्रधान रीतू सिंह के पति धर्मेंद्र सिंह ने डीएम से ग्राम पंचायत की जमीन पर कब्जे की शिकायत की। कहा कि आठवीं बार इसकी शिकायत कर रहे हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस दौरान भाकियू टिकैत के ब्लॉक अध्यक्ष कुंवर बहादुर सिंह ने भी कठवारा पंचायत में स्थित चन्द्रिका देवी मंदिर परिसर में पार्क के निर्माण में धांधली की शिकायत की। वहीं, देवरी रुखरा निवासी गोतेंद्र पाल ने बिजली कनेक्शन के लिए दौड़ाने और अचरामऊ भगतपुरवा निवासी किसान वीरेंद्र सिंह ने एक इंश्योरेंस कंपनी पर बीमा की रकम नहीं देने की शिकायत की।
पांचों तहसीलों में संपूर्ण समाधान दिवस में कुल 492 शिकायतें पहुंचीं। इस दौरान 102 मामलों का मौके पर ही निस्तारण किया गया। केवल बीकेटी तहसील में डीएम द्वारा 45 मामलों का निस्तारण किया गया। इस अवसर पर डीएम ने कहा कि समाधान दिवस में प्राप्त शिकायतों का निस्तारण करके शिकायतकर्ताओं को अवगत कराया जाए। शिकायतों के निस्तारण में यदि कोई समस्या आती है तो उसका कारण स्पष्ट करते हुए अवगत कराएं।
उन्होंने कहा कि अगर समस्या के निस्तारण की गुणवत्ता से शिकायतकर्ता संतुष्ट नहीं होता है या निस्तारण में लापरवाही बरतने की जानकारी मिलती है तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।