सुबह की सैर बनी खौफनाक मंज़र: बुढ़ाना Muzaffarnagar में बाइक सवार लुटेरों का तांडव, तमंचे की नोक पर महिलाओं से लूटपाट
Muzaffarnagar जिले के बुढ़ाना कोतवाली क्षेत्र में एक बार फिर अपराधियों ने कानून व्यवस्था को ठेंगा दिखा दिया है। सुबह-सवेरे जब आम लोग दिन की शुरुआत करने के लिए सैर पर निकलते हैं, तब भी अपराधी निडर होकर लूटपाट को अंजाम दे रहे हैं। ऐसा ही एक सनसनीखेज मामला बुढ़ाना के दबेड़ी नहर पुलिया क्षेत्र में सामने आया है, जहां बाइक सवार तीन हथियारबंद बदमाशों ने मॉर्निंग वॉक पर निकली दो महिलाओं को निशाना बनाया।
बदमाशों ने महिलाओं के कान से सोने के कुंडल और गले से ताबीज लूट लिए। विरोध करने पर महिला का कान फाड़ डाला गया। यह घटना न केवल जिले में बढ़ते अपराध की तस्वीर पेश करती है, बल्कि महिलाओं की सुरक्षा पर भी बड़ा सवालिया निशान खड़ा करती है।
कैसे हुआ पूरा घटनाक्रम – हर मिनट का ब्योरा
घटना सुबह करीब 5:30 बजे की बताई जा रही है, जब पीड़िता आशिया अपनी सहेली शबनम के साथ मॉर्निंग वॉक पर निकली थीं। वे दोनों भट्ठे वाली सड़क पर दबेड़ी नहर पुलिया की ओर जा रही थीं। तभी पीछे से तेज रफ्तार में एक मोटरसाइकिल पर सवार तीन युवक पहुंचे और अचानक उन्हें रोक लिया।
पहले तो युवकों ने महिलाओं से बातचीत के बहाने बात छेड़ी, लेकिन अगले ही पल उनमें से एक ने तमंचा निकाल लिया और सीधे गहने लूटने की धमकी देने लगा। आशिया ने जब विरोध किया, तो एक बदमाश ने जोर से झपट्टा मारकर कुंडल खींचा, जिससे आशिया का कान बुरी तरह फट गया और खून बहने लगा। उसकी चीखें इलाके में गूंज गईं, पर तब तक शबनम डर के मारे अपने गहने खुद निकालकर दे चुकी थीं।
इलाके में फैली दहशत, लोगों में उबाल
घटना के बाद आसपास के इलाके में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोग मौके पर दौड़े लेकिन तब तक लुटेरे फरार हो चुके थे। इस दर्दनाक घटना से लोगों में जबरदस्त गुस्सा है। उनका कहना है कि अगर सुबह के वक़्त महिलाएं सैर पर भी सुरक्षित नहीं हैं, तो फिर आम जनजीवन का क्या?
बुढ़ाना पुलिस को तुरंत सूचना दी गई, जिसके बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। घायल आशिया को पास के सीएचसी बुढ़ाना में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है।
बढ़ते अपराध और प्रशासन की नाकामी
यह कोई पहली घटना नहीं है जब बुढ़ाना क्षेत्र में इस तरह की लूटपाट हुई हो। पिछले कुछ महीनों में बुढ़ाना और आसपास के इलाकों में अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। कुछ हफ्ते पहले भी पास के गांव में एक बुजुर्ग महिला से चेन स्नैचिंग की घटना हुई थी। बावजूद इसके पुलिस प्रशासन की लचर व्यवस्था और गश्त की कमी ने अपराधियों को बेखौफ बना दिया है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस केवल औपचारिकता निभा रही है और जमीन पर सुरक्षा के इंतजाम नहीं हैं। आये दिन सुबह-सुबह या रात के समय इस इलाके में असामाजिक तत्व मंडराते रहते हैं लेकिन पुलिस की कोई गश्त नजर नहीं आती।
महिलाओं की सुरक्षा पर बड़ा सवाल
आज जिस तरह की घटना हुई, वह महिलाओं के लिए डरावना संकेत है। सैर पर निकली महिलाओं से तमंचे की नोक पर लूट! यह घटना न केवल बुढ़ाना बल्कि पूरे मुजफ्फरनगर जिले में महिला सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ाती है।
महिलाओं की आवाज़ उठाने वाले संगठनों और स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है। महिलाओं ने अब अकेले सैर पर जाना बंद कर दिया है और डर का माहौल बना हुआ है।
पीड़िताओं ने बताई आपबीती
घायल आशिया, जो अब अस्पताल में भर्ती हैं, ने बताया, “हम हर रोज की तरह सैर पर निकले थे। सोचा नहीं था कि इतनी सुबह भी कोई हमला कर सकता है। उन लड़कों ने पहले बातों में उलझाया फिर तमंचा निकाल लिया। मैंने विरोध किया तो मेरे कान पर झपट्टा मारा जिससे खून बहने लगा। अब डर लग रहा है कहीं बाहर निकलने में।”
शबनम, जो उस वक्त साथ थीं, ने बताया, “मैंने डर के मारे अपने गहने खुद निकालकर दे दिए। कुछ भी हो सकता था, वो हथियार लिए हुए थे।”
पुलिस की कार्रवाई – अब तक क्या हुआ?
पुलिस का कहना है कि बदमाशों की तलाश के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं। इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और मुखबिरों को भी सक्रिय कर दिया गया है।
बुढ़ाना कोतवाली प्रभारी ने कहा, “हमारी टीम गहनता से जांच कर रही है। जल्द ही अपराधियों को पकड़ लिया जाएगा। पीड़िताओं की मेडिकल रिपोर्ट ली गई है और उनका बयान भी दर्ज किया गया है। अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा।”
लोगों की मांग – कैमरे और गश्त बढ़ाने की जरूरत
स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि सुबह के वक्त संवेदनशील इलाकों में पुलिस की पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए। साथ ही, दबेड़ी नहर पुलिया जैसे सुनसान रास्तों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। अगर समय रहते ये कदम न उठाए गए, तो ऐसे अपराधियों के हौसले और बढ़ सकते हैं।
चेतावनी है ये घटना!
बुढ़ाना में हुई यह लूट की वारदात सिर्फ एक घटना नहीं बल्कि एक चेतावनी है कि किस तरह आम जनता अब अपराधियों के निशाने पर है। अगर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं हुए तो आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ सकते हैं।
प्रशासन को न सिर्फ लुटेरों को पकड़ना चाहिए, बल्कि पूरे इलाके की सुरक्षा को लेकर दीर्घकालिक योजना बनानी होगी ताकि महिलाएं बिना डर के सैर कर सकें और आम लोग चैन की नींद सो सकें।