Muzaffarnagar खतौली में दबिश से फैली सनसनी: दो सगे भाई अवैध हथियार समेत गिरफ्तार, SSP के आदेश पर बड़ी कार्रवाई!
Muzaffarnagar | खतौली – पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपराधियों पर शिकंजा कसने की कवायद एक बार फिर रंग लाई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) के आदेश पर चलाए जा रहे वारंटी और शातिर अपराधियों के धरपकड़ अभियान के तहत खतौली थाना पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी। इस विशेष अभियान के तहत, थाना खतौली पुलिस ने दो ऐसे आरोपियों को धर दबोचा जो न सिर्फ अवैध हथियार रखे हुए थे बल्कि आपराधिक पृष्ठभूमि से भी जुड़े हुए बताए जा रहे हैं।
अंडरपास ब्रिज बना गिरफ्तारी का गवाह
खतौली थाना क्षेत्र के अंतर्गत स्थित अंडरपास ब्रिज के पास पुलिस टीम ने विशेष सूचना के आधार पर जाल बिछाकर दबिश दी। पुलिस के मुताबिक, मौके पर दो युवक संदिग्ध हालत में मौजूद थे, जिनकी तलाशी लेने पर एक 315 बोर का अवैध तमंचा और एक ज़िंदा कारतूस बरामद किया गया।
गिरफ्तार किए गए युवकों की पहचान तसलीम पुत्र हामिद (उम्र 28 वर्ष) और अब्दुल्ला पुत्र हामिद (उम्र 32 वर्ष) के रूप में हुई है। दोनों आरोपी मेरठ जिले के दौराला थाना क्षेत्र के गांव कैली के निवासी हैं और सगे भाई हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, इन दोनों का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है और इस बात की भी जांच की जा रही है कि वे किस मकसद से खतौली पहुंचे थे।
SSP के आदेश और टीम की तत्परता
इस विशेष कार्रवाई का संचालन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के सख्त आदेशों के तहत किया गया, जिसमें नगर क्षेत्र के पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में खतौली के क्षेत्राधिकारी और प्रभारी निरीक्षक ब्रजेश कुमार शर्मा की निगरानी में पूरी योजना तैयार की गई। गिरफ्तारी की इस कार्रवाई में उपनिरीक्षक अमित चौधरी, हेड कांस्टेबल रविंद्र सिंह, और कांस्टेबल सुशील भाटी की भूमिका अहम रही।
अपराधियों की गिरफ्तारी से मचा हड़कंप
दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद न सिर्फ खतौली बल्कि मेरठ के दौराला क्षेत्र में भी खलबली मच गई है। बताया जा रहा है कि गिरफ्तार अभियुक्तों का स्थानीय और बाहरी गैंग से कनेक्शन हो सकता है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इनका कोई आतंकवादी या आपराधिक गिरोह से संबंध तो नहीं है।
सूत्रों के मुताबिक, आरोपी लंबे समय से पुलिस की निगरानी में थे, लेकिन सबूतों की कमी के चलते अब तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी। हाल ही में मिली पुख्ता सूचना के आधार पर पुलिस ने यह सटीक कार्रवाई की।
खुफिया सूत्रों से मिली थी जानकारी
पुलिस सूत्रों का कहना है कि हाल ही में खतौली और आसपास के इलाकों में संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी खुफिया एजेंसियों को मिली थी। इसी आधार पर विशेष गश्त और जांच अभियान शुरू किया गया, जिसके अंतर्गत यह बड़ी कामयाबी सामने आई है। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों से गहन पूछताछ जारी है और इस पूछताछ के आधार पर अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी भी जल्द हो सकती है।
इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है। अंडरपास ब्रिज जैसे संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। संदिग्ध व्यक्तियों पर नजर रखने के लिए ड्रोन से निगरानी की जा रही है और रात के समय पेट्रोलिंग में भी इज़ाफा किया गया है।
अपराध और राजनीति का गठजोड़?
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर कुछ सामाजिक संगठन और स्थानीय नेताओं ने यह आशंका जताई है कि इन गिरफ्तार आरोपियों का संबंध किसी राजनीतिक संरक्षण से भी हो सकता है। हालांकि, पुलिस ने इस विषय पर कोई अधिकारिक बयान नहीं दिया है लेकिन आश्वस्त किया है कि जांच पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता से की जा रही है।
जनता की प्रतिक्रिया
स्थानीय निवासियों ने इस कार्यवाही की सराहना की है और कहा है कि इस तरह की सक्रिय पुलिसिंग से आम नागरिकों में विश्वास बढ़ता है। एक दुकानदार ने कहा, “पिछले कुछ समय से अंडरपास इलाके में कुछ संदिग्ध लोग दिखाई दे रहे थे। अब पुलिस की कार्रवाई से लग रहा है कि प्रशासन पूरी तरह सतर्क है।”
आने वाले दिनों में और खुलासे संभव
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ये गिरफ्तारियां सिर्फ शुरुआत हैं। आगे आने वाले दिनों में और भी बड़ी कार्रवाई हो सकती है। अपराधियों के मोबाइल, सोशल मीडिया अकाउंट और कॉल डिटेल्स को खंगाला जा रहा है। साथ ही, इनके पुराने रिकॉर्ड्स को भी जिलों के स्तर पर मंगवाया जा रहा है।
पूछताछ में हो सकते हैं बड़े खुलासे
तसलीम और अब्दुल्ला की गिरफ्तारी के बाद अब उनसे पूछताछ की जा रही है। सूत्रों के अनुसार, पुलिस को उम्मीद है कि इनसे कई और शातिर अपराधियों के बारे में जानकारी मिल सकती है। इस बात की भी जांच चल रही है कि क्या ये किसी आगामी वारदात की योजना बना रहे थे या फिर किसी बड़ी डील को अंजाम देने आए थे।
पुलिस की इस ताबड़तोड़ कार्रवाई ने यह स्पष्ट कर दिया है कि मुजफ्फरनगर और उसके आसपास के क्षेत्रों में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं बची है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की सतर्कता और टीम की मुस्तैदी से एक बार फिर जनता को यह भरोसा मिला है कि कानून के हाथ लंबे हैं और अपराध चाहे जितना भी शातिर क्यों न हो, पुलिस की पकड़ से नहीं बच सकता। आने वाले दिनों में इस पूरे मामले से जुड़ी कई और परतें खुलने की उम्मीद की जा रही है।
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