मुजफ्फरनगर: महिलाओं के हाथ में होगी 169 ग्राम पंचायतों की बागडोर
मुजफ्फरनगर। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के चलते ग्राम पंचायतों और ब्लॉक प्रमुख पदों पर आरक्षण चार्ट जारी होने के बाद भावी उम्मीदवारों की धड़कन बढ़ने लगी है। सभी अपने हिसाब से गुणा-भाग में जुट गए हैं। जातिगत व क्षेत्रवार आंकड़ों पर मंथन शुरू हो गया है। वोटों को साधने के लिए गली-कूचों में बैनर-पोस्टर लगवाए जा रहे हैं। 498 में से 169 ग्राम पंचायतों की प्रधान महिला बनेंगी।
शासन से आरक्षण संबंधित चार्ट जारी कर दिया गया है। इसी के आधार पर प्रशासन ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत सदस्य पदों पर आरक्षण के लिए प्रस्ताव तैयार करेगा। पहली मार्च से पहले यह कार्य पूर्ण होना है।
आरक्षण समेत अन्य जरूरी कार्यवाही प्रशासन को 15 मार्च तक पूरी करनी है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तिथि अभी घोषित नहीं हुई है, लेकिन माना जा रहा है कि यूपी बोर्ड परीक्षा से पहले त्रिस्तरीय चुनाव करा लिए जाएंगे।
आरक्षण चार्ट के हिसाब से भावी उम्मीदवारों ने समीकरण साधने शुरू कर दिए हैं। गांवों की दीवारों और गलियों में पोस्टर और बैनर लगाने का कार्य तेजी से चल रहा है। विभिन्न स्लोगन से अभी से लोगों को लुभाया जा रहा है। भावी उम्मीदवार सुबह-शाम घरों में दस्तक भी दे रहे हैं।
जिले की 498 ग्राम पंचायतों में प्रधानी पद पर चुनाव होना है। शासन से जारी आरक्षण चार्ट के हिसाब से 30 ग्राम पंचायतों में सरपंच अनुसूचित जाति और 48 में अन्य पिछड़ा वर्ग की महिलाएं बनेंगी
जबकि 91 ग्राम पंचायत महिला के लिए आरक्षित की गई हैं। कौन-कौन की ग्राम पंचायतों में महिलाओं को प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया जाएगा, इसका फैसला प्रशासन आरक्षण संबंधित नियमावली के आधार पर करेगा।
पत्नी-मां को चुनाव लड़ाने की तैयारी
ग्राम पंचायतों और जिला पंचायत सदस्य पद पर कौन सा वार्ड किस वर्ग के लिए आरक्षित होगा, अभी यह तय होना बाकी है, लेकिन ग्राम पंचायतों व वार्डो में चुनाव लड़ने वालों ने जनसंपर्क शुरू कर दिया है। वार्ड या ग्राम पंचायत महिला के आरक्षित होने पर पत्नी और मां को भी चुनावी रण में उतारने की तैयारी है।