कलाल समाज में चमके भविष्य के सितारे: Muzaffarnagar में हुआ ऐतिहासिक मेधावी छात्र-छात्रा सम्मान समारोह, शिक्षा, एकता और संस्कार का अद्वितीय संगम🔥
Muzaffarnagar कलाल महासभा (रजि.) द्वारा गांधी कॉलोनी, पचैंडा रोड स्थित बारात घर में आयोजित मेधावी छात्र-छात्राओं के सम्मान समारोह ने पूरे समाज में शिक्षा के महत्व को एक बार फिर उजागर किया। इस आयोजन में समाज के 25 मेधावी छात्र-छात्राओं को उनके शैक्षिक और प्रतियोगी परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। समारोह का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से हुआ, जिसमें समाज के वरिष्ठ और प्रतिष्ठित लोग मौजूद रहे।
मुख्य अतिथि ध्रुवपाल अहलूवालिया ने कहा कि शिक्षा ही सबसे बड़ी पूंजी है। उन्होंने युवा पीढ़ी को मेहनत, लगन और संस्कार के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। उनका मानना है कि सिर्फ पढ़ाई नहीं, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी और संस्कार भी उतने ही जरूरी हैं जो एक सफल जीवन के लिए जरूरी आधार हैं।
पूर्व मंत्री रामकुमार वालिया ने दिया राजनीतिक सशक्तिकरण का संदेश
पूर्व मंत्री रामकुमार वालिया ने इस अवसर पर कहा कि शिक्षा के साथ-साथ राजनीतिक रूप से सशक्त होना भी समाज की प्रगति के लिए बेहद आवश्यक है। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे राजनीतिक क्षेत्र में भी सक्रिय होकर समाज को नई दिशा दें। उनके अनुसार, राजनीतिक भागीदारी समाज के लिए नई उम्मीदें लेकर आती है और उसे मजबूत बनाती है।
विजय कर्णवाल ने बताया कि यह आयोजन शिक्षा और संस्कार का मील का पत्थर
कलाल महासभा के संस्थापक विजय कर्णवाल ने समारोह को लेकर कहा कि यह आयोजन समाज में शिक्षा, संस्कार और एकता के जो संदेश दे रहा है, वह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से युवाओं को न केवल आगे बढ़ने का हौसला मिलता है, बल्कि वे समाज के सशक्त सदस्य भी बनते हैं।
महामंत्री ऋषिराज राही ने व्यक्त किया आभार
कार्यक्रम के समापन पर महामंत्री ऋषिराज राही ने उपस्थित सभी मेहमानों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि जो छात्र आज सम्मानित हुए हैं, वे कल समाज और देश को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे। यह समारोह समाज की युवा शक्ति को एकजुट करने का भी प्रयास है, जो भविष्य में बहुत उपयोगी साबित होगा।
समाज के प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों का सम्मान
इस भव्य समारोह में समाज के विभिन्न क्षेत्रों से आए प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों को भी माला और पटका पहनाकर सम्मानित किया गया। इसमें संजय कर्णवाल (सहारनपुर), राकेश कर्णवाल (बिजनौर), वेदप्रकाश कर्णवाल (संरक्षक), प्रमोद कर्णवाल (अध्यक्ष), राजेश कर्णवाल (कोषाध्यक्ष) सहित अनेक वरिष्ठ सदस्य शामिल थे।
परिचय सम्मेलन ने बढ़ाई समाज की एकजुटता
समारोह के दौरान परिचय सम्मेलन भी आयोजित किया गया, जिसमें समाज के विभिन्न हिस्सों के लोग शामिल हुए। इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को एक मंच पर लाना और समाज की एकता को मजबूत बनाना था। इससे समाज के अंदर सहयोग और भाईचारे का संदेश भी फैलाने में मदद मिली।
समाज के युवा और वरिष्ठ सदस्य हुए सक्रिय
इस आयोजन में राजीव कर्णवाल, जोगेंद्र वालिया, राकेश कर्णवाल, विनीत कर्णवाल, गौरव कर्णवाल, आशीष कर्णवाल, सुनील कर्णवाल, पंकज कर्णवाल, अनूप कर्णवाल, नेहा, नानकचंद वालिया, प्रदीप वालिया, योगेश कर्णवाल, अवि कर्णवाल, कृष कर्णवाल, एड. रोहतास कर्णवाल, रामकुमार कर्णवाल, सन्नी कर्णवाल, राजन वालिया, राहुल कर्णवाल, अनिल कर्णवाल, विनय वालिया, मोहित कलाल (कोटद्वार), अमित वालिया, अरुण वालिया, संजय कर्णवाल, सुख-चैन वालिया (शामली), हरीश चंद्र कर्णवाल, शरद कर्णवाल, रमन कपिल कर्णवाल, शैलेश सहित बड़ी संख्या में समाजसेवियों और युवाओं ने हिस्सा लिया।
भविष्य में ऐसे आयोजनों से बढ़ेगी शिक्षा और समाज की मजबूती
यह आयोजन सिर्फ एक सम्मान समारोह नहीं, बल्कि समाज के युवाओं को जोड़ने और उनके अंदर आत्मविश्वास जगाने का प्रयास था। कलाल महासभा ऐसे आयोजनों को भविष्य में भी जारी रखेगी ताकि शिक्षा और संस्कार का प्रसार समाज में और अधिक हो सके।