शुकदेव आश्रम में गर्म वस्त्र, कंबल आदि का वितरण
मोरना। पौराणिक शुकतीर्थ में भागवत पीठ शुकदेव आश्रम में पीठाधीश्वर स्वामी ओमानंद महाराज ने जरूरतमंद वृद्धजनों को कंबल, ऊनी वस्त्र वितरित किए। उन्होंने कहा कि पुण्य फल की प्राप्ति को असहाय, जरूरतमंद और वृद्धजनों की सेवा करें, यहीं भगवान की सच्ची आराधना है।
शुकदेव आश्रम में सर्दी के बचाव हेतु जरूरतमंद और वृद्ध साधु, महिलाओं को गर्म वस्त्र, कंबल आदि का वितरण पीठाधीश्वर स्वामी ओमानंद महाराज ने किया। गोशाला के सेवक, रसोइया, सफाई कर्मचारी को भी ठंड से बचाव को कंबल, लोई वितरित की गई।
स्वामी ओमानंद ने कहा कि परोपकार की भावना से किया दान पुण्य कर्म है। गरीब, असहाय और जरूरतमंद की सामर्थ्य के अनुरूप सेवा का संकल्प लें। जीवन में पुण्य कर्म सौभाग्य से मिलता है।
ईश्वर की सच्ची भक्ति निर्धन और गरीब की सेवा में है। परिवार में सुख, शांति और संतान की उन्नति को यज्ञ, सत्संग, दान तथा सेवा भाव में समय लगाएं। सीएनडीएस यूनिट-३१ गाजियाबाद के परियोजना प्रबंधक विक्रम सिंह , वास्तुविद पंडित प्रेम स्वरूप शर्मा, जेई अर्जुन सिंह, कथा व्यास अंचल कृष्ण शास्त्री, राजू आदि मौजूद रहे।