मुजफ्फरनगर में खत्म होंगे डलावघर, सड़कों पर नहीं दिखेगा कूड़ा
मुजफ्फरनगर। नगर में डलावघरों को खत्म करने की दिशा में कदम उठाए जाने लगे हैं। सड़कों पर कूड़ा फैलने से रोकने के लिए अंडर ग्राउंड डस्टबिन लगाए जाएंगे। फिलहाल तीन स्थानों का चयन कर लिया गया है। इन्हें मोहल्लों में लगाने की योजना है। 25 फरवरी से काम शुरू हो जाएगा। इनके आसपास लोगों के बैठने के लिए बेंच आदि लगाए जाएंगे। एडीएम प्रशासन अमित कुमार ने एमडीए और नगर पालिका अधिकारियों की बैठक में अंडर ग्राउंड डस्टबिन लगाने के लिए स्थानों को चिह्नित किया। फिलहाल डीएम आवास के बाहर, बघरा तांगा स्टैंड तथा लद्दावाला में भारत स्टील के पास यह डस्टबिन लगाए जाएंगे। इससे आसपास के डलावघरों में कूड़े के अंबार नहीं लगेंगे। मोहल्लेवासी कूड़ा इन्हीं डस्टबिन में डालेंगे और यहां से पालिका के कर्मचारी उठाकर ले जाएंगे। डस्टबिन पूरी तरह ढके हुए होंगे और इनके चारों ओर टाइल्स लगाकर बेंच लगाई जाएंगी। साफ-सफाई इतनी होगी कि इस स्थान को पार्क की तरह इस्तेमाल किया जा सकेगा। एडीएम प्रशासन ने बताया कि जागृति फाउंडेशन डस्टबिन स्थापित कराएगा। इन्हें लगवाने की जिम्मेदारी एमडीए को दी गई है। डेढ़ टन क्षमता का होगा एक डस्टबिन-एक डस्टबिन की क्षमता करीब डेढ़ टन है। इसलिए शुरुआत में इन्हें ऐसे स्थानों को लगाया जा रहा है जहां कूड़ा कम आता है। मोहल्लों में स्थापित होने से कूड़ा सड़कों के किनारे बने डलावघरों तक नहीं पहुंचेगा और वहां सड़कों पर गंदगी नहीं फैलेगी। यह डस्टबिन नार्वे से मंगाए जाते हैं। एक की कीमत लगभग साढ़े पांच लाख है। पहले चरण के बाद करीब 50 डस्टबिन स्थापित कराने की योजना है। इसमें नगर पालिका और एमडीए दोनों मिलकर काम करेंगे। एडीएम ने बताया कि रामलीला टिल्ला और रामपुरी में भी डस्टबिन स्थापित कराने की योजना है। इसके अलावा जाट कॉलोनी में भी दो-तीन स्थानों पर डस्टबिन लगवाए जाएंगे। लोग सीधे इनमें कूड़ा डालेंगे तो घरों का कूड़ा डलावघरों तक नहीं पहुंचेगे और सड़कों पर गंदगी नहीं फैलेगी।
नगर से प्रतिदिन निकलता है करीब 150 टन कूड़ा-नगर से रोजाना 150 टन कूड़ा निकलता है। घरों और गली-मोहल्लों से कूड़ा उठाकर सफाई कर्मचारी नगर में बने करीब 50 डलावघरों में डालते हैं। कूड़े की अधिकता होने से यह सड़कों पर फैला रहता है। अंडर ग्राउंड डस्टबिन लगने के बाद धीरे-धीरे डलावघरों को खत्म कर दिया जाएगा। एडीएम ने बताया कि डस्टबिन में कूड़ा डालने को लेकर लोगों को जागरूक करने की भी जरूरत होगी। जागृति फाउंडेशन भी अपने कर्मचारी प्रत्येक डस्टबिन पर तैनात करेगी, ताकि कोई कूड़ा बाहर न डाले।