PM Modi की वैश्विक धाक! Chile के राष्ट्रपति Gabriel Boric Font ने कहा- ‘मोदी ही कर सकते हैं पुतिन-जेलेंस्की के बीच बात, जियोपॉलिटिक्स के सबसे ताकतवर खिलाड़ी
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वैश्विक छवि एक ऐसे नेता की बन चुकी है, जिनकी पहुंच दुनिया के हर कोने में है। Chile के राष्ट्रपति Gabriel Boric Font ने भारत दौरे के दौरान पीएम मोदी को जियोपॉलिटिक्स का ‘सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी’ बताया। उन्होंने कहा कि मोदी का दबदबा ऐसा है कि वे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के व्लादिमीर जेलेंस्की दोनों से सीधी बातचीत कर सकते हैं। यह क्षमता आज की उथल-पुथल भरी दुनिया में किसी और नेता के पास नहीं है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित राजकीय भोज में बोरिक ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया में शांति के प्रतीक हैं। उनका रुतबा ऐसा है कि वे अमेरिका, यूरोप, रूस, यूक्रेन, लैटिन अमेरिका और मध्य पूर्व—हर क्षेत्र के नेताओं के साथ खुलकर बात कर सकते हैं। यह कूटनीतिक सफलता कोई मामूली उपलब्धि नहीं है।”
मोदी का शांति मिशन: पुतिन से लेकर जेलेंस्की तक
पिछले साल जुलाई में पीएम मोदी ने रूस में पुतिन से मुलाकात की थी, जहां उन्होंने साफ कहा था— “यह युद्ध का समय नहीं है, बल्कि शांति और विकास का युग है।” इस बयान ने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा था। वहीं, अगस्त में यूक्रेन के कीव पहुंचकर मोदी ने जेलेंस्की से मुलाकात की और युद्ध विराम का आह्वान किया। बोरिक ने इन्हीं प्रयासों को रेखांकित करते हुए कहा कि मोदी ही एकमात्र ऐसे नेता हैं, जो दोनों पक्षों के बीच सेतु बन सकते हैं।
भारत-चिली संबंधों का नया अध्याय
चिली के राष्ट्रपति बोरिक 1 से 5 अप्रैल तक भारत की पहली आधिकारिक यात्रा पर हैं। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता की, जिसमें व्यापार, रक्षा, महत्वपूर्ण खनिज और स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग पर चर्चा हुई। मोदी ने चिली को भारत का ‘प्रमुख साझेदार’ बताते हुए कहा— “हम दोनों देश भौगोलिक रूप से दूर हो सकते हैं, लेकिन हमारे बीच साझा मूल्य और आकांक्षाएं हैं।”
क्यों खास है यह मुलाकात?
- आर्थिक साझेदारी: चिली लिथियम और तांबे जैसे खनिजों में समृद्ध है, जो भारत की हरित ऊर्जा योजनाओं के लिए महत्वपूर्ण है।
- रक्षा समझौते: दोनों देशों के बीच सैन्य प्रौद्योगिकी और रक्षा उपकरणों के क्षेत्र में सहयोग बढ़ने की संभावना है।
- स्वास्थ्य क्षेत्र: कोविड के बाद वैक्सीन और दवा निर्माण में भारत की भूमिका को चिली ने सराहा है।
दुनिया की नजर में मोदी
पीएम मोदी की कूटनीतिक सफलताएं अब वैश्विक स्तर पर चर्चा का विषय बन चुकी हैं। अमेरिका से लेकर यूरोप तक, हर कोई भारत की बढ़ती भूमिका को स्वीकार कर रहा है। चिली के राष्ट्रपति का यह बयान एक बार फिर साबित करता है कि मोदी न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया में एक ‘विश्वसनीय मध्यस्थ’ के रूप में उभरे हैं।
क्या कहता है आंकड़ों का गणित?
- भारत और चिली के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2023 में 3.2 बिलियन डॉलर पहुंच चुका है।
- चिली, भारत को 90% तांबा और 50% लिथियम निर्यात करता है, जो इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए जरूरी है।
- दोनों देश संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधारों पर एकमत हैं।
अंतरराष्ट्रीय मीडिया में छाई मोदी की छवि
वैश्विक मीडिया भी मोदी की कूटनीतिक क्षमता को सलाम कर चुका है। दि इकोनॉमिस्ट ने उन्हें “द ग्लोबल पीसमेकर” बताया, तो फाइनेंशियल टाइम्स ने लिखा— “मोदी ही वह नेता हैं, जो पश्चिम और रूस के बीच सेतु बन सकते हैं।”
आगे की राह
भारत और चिली के बीच यह साझेदारी न केवल आर्थिक रूप से मजबूत होगी, बल्कि जलवायु परिवर्तन, टेक्नोलॉजी और वैश्विक शांति जैसे मुद्दों पर भी नई दिशा देगी। पीएम मोदी की रणनीतिक दूरदर्शिता और चिली के राष्ट्रपति की प्रशंसा ने एक बार फिर साबित किया है कि “भारत अब वैश्विक मंच पर नेतृत्व करने के लिए तैयार है।”
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