Muzaffarnagar में पुलिस का पैदल गश्त अभियान, शस्त्र पूजन और त्योहारी सुरक्षा की जोरदार तैयारी
Muzaffarnagar में आगामी त्योहारी सीजन के मद्देनज़र पुलिस ने सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सघन पैदल गश्त और चेकिंग अभियान शुरू किया है। सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद बनाए रखने के लिए पुलिस के साथ-साथ शहर में धार्मिक संगठनों की गतिविधियां भी तेज़ हो गई हैं। विजयदशमी के अवसर पर क्रांति सेना द्वारा शस्त्र पूजन आयोजित किया गया, जहां धर्म और हिंदुत्व की सुरक्षा की बात करते हुए कई मुद्दों पर चर्चा की गई।
सुरक्षा व्यवस्था की मजबूती के लिए पैदल गश्त अभियान:
Muzaffarnagar पुलिस ने आगामी त्यौहारों जैसे दशहरा, करवा चौथ और दीपावली को सुरक्षित और शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अभिषेक सिंह के नेतृत्व में, पुलिस टीमों ने शहर के विभिन्न संवेदनशील और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में पैदल गश्त शुरू की। इस दौरान स्थानीय नागरिकों से संवाद कर उनकी सुरक्षा संबंधी समस्याओं और सुझावों पर विचार किया गया।
सुरक्षा के इस व्यापक अभियान में प्रमुख बाजारों, प्रमुख चौराहों और सार्वजनिक स्थानों पर तैनात पुलिसकर्मियों को विशेष सतर्कता बरतने और सतत पेट्रोलिंग के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस टीमों ने हाइवे और अंतरजनपदीय/अंतर्राज्यीय बॉर्डर पर बैरियर लगाकर संदिग्ध वाहनों और व्यक्तियों की सघन चेकिंग की। यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं, जिनमें यातायात नियम तोड़ने वालों के खिलाफ विधिक कार्रवाई भी शामिल है।
त्यौहारों में सुरक्षा के अतिरिक्त उपाय:
त्योहारी मौसम में सुरक्षा व्यवस्था को और भी मजबूत बनाने के लिए पुलिस ने न केवल पैदल गश्त और चेकिंग की व्यवस्था की है, बल्कि लोगों को सुरक्षा का भरोसा दिलाने के लिए उनसे व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की। खासकर बाजारों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में यह कदम स्थानीय लोगों के मन में विश्वास पैदा करने में मददगार साबित हो रहा है। पुलिसकर्मियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि वे 24×7 गश्त करते रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तत्काल कार्रवाई करें।
क्रांति सेना का शस्त्र पूजन और सदस्यता अभियान:
विजयदशमी के अवसर पर Muzaffarnagar में स्थित क्रांति सेना कार्यालय पर भव्य शस्त्र पूजन का आयोजन किया गया। इस आयोजन में संगठन के कार्यकर्ताओं ने शस्त्रों की पूजा कर अपने धर्म और हिंदुत्व की रक्षा का संकल्प लिया। क्रांति सेना के अध्यक्ष ललित मोहन शर्मा ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि “धर्म और हिंदुत्व की रक्षा बिना शस्त्रों के संभव नहीं है।” उन्होंने वर्तमान राजनीतिक दलों पर मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगाया और हिंदू समाज को इन चुनौतियों से निपटने के लिए एकजुट रहने का आह्वान किया।
शर्मा ने “लव जिहाद” और “लैंड जिहाद” जैसे मुद्दों पर कार्यकर्ताओं को सतर्क रहने के निर्देश दिए और कहा कि इन समस्याओं के समाधान के लिए किसी भी हद तक जाने की जरूरत पड़ी तो संगठन पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने करवा चौथ के दौरान मुस्लिम युवकों द्वारा हिंदू महिलाओं को मेहंदी लगाने की घटनाओं का विशेष रूप से जिक्र किया और इसे रोकने की अपील की।
नए सदस्य बने क्रांति सेना के हिस्सा:
विजयदशमी के मौके पर, क्रांति सेना के कार्यक्रम में नए कार्यकर्ताओं ने संगठन की सदस्यता ग्रहण की। संगठन में शामिल होने वाले प्रमुख लोगों में ध्रुव कुमार, विशाल कुमार, सोनू, दीपक, प्रशांत, हर्ष कुमार आदि शामिल थे। इस अवसर पर क्रांति सेना के जिला अध्यक्ष मुकेश त्यागी और महानगर अध्यक्ष देवेंद्र चौहान ने नए सदस्यों को पटका पहनाकर संगठन में उनका स्वागत किया।
धर्म और राजनीति का संगम:
क्रांति सेना द्वारा आयोजित इस शस्त्र पूजन के आयोजन के दौरान न सिर्फ धार्मिक बल्कि राजनीतिक संदेश भी दिए गए। ललित मोहन शर्मा ने अपने भाषण में हिंदू समाज को संगठित करने और मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति का विरोध करने का आह्वान किया। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि धर्म की रक्षा के लिए शस्त्रों का महत्व है और इसके बिना धर्म और हिंदुत्व की रक्षा संभव नहीं।
साथ ही, कार्यक्रम में “लव जिहाद” और “लैंड जिहाद” जैसे मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई। इन मुद्दों को लेकर कार्यकर्ताओं को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए। विजयदशमी के इस आयोजन के माध्यम से क्रांति सेना ने न केवल अपने संगठन का विस्तार किया, बल्कि हिंदू समाज को एकजुट रहने का संदेश भी दिया।
पुलिस और धार्मिक संगठनों की संयुक्त भूमिका:
मुजफ्फरनगर में इन दिनों पुलिस और धार्मिक संगठनों की सक्रियता देखकर साफ है कि त्योहारी सीजन में सुरक्षा को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। पुलिस जहां अपनी पैदल गश्त और चेकिंग अभियानों के जरिए सुरक्षा का माहौल बना रही है, वहीं धार्मिक संगठनों द्वारा शस्त्र पूजन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से धर्म की रक्षा के संदेश को जोर-शोर से फैलाया जा रहा है।
सार्वजनिक सुरक्षा और जिम्मेदारी:
मुजफ्फरनगर पुलिस और धार्मिक संगठनों का यह संयुक्त प्रयास दिखाता है कि शहर की सुरक्षा के प्रति कितनी गंभीरता बरती जा रही है। त्योहारी सीजन में जब लोग बड़े पैमाने पर बाहर निकलते हैं, ऐसे में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस ने सुरक्षा इंतज़ाम कड़े कर दिए हैं।
पुलिस द्वारा किए गए इन उपायों का मकसद सिर्फ कानून व्यवस्था बनाए रखना नहीं, बल्कि लोगों के मन में सुरक्षा का विश्वास पैदा करना भी है। वहीं दूसरी ओर, धार्मिक संगठनों का लक्ष्य समाज में धर्म और संस्कृति की रक्षा के प्रति जागरूकता फैलाना है। इन दोनों पक्षों के प्रयासों से मुजफ्फरनगर में इस बार के त्योहारी सीजन के दौरान शांति और सुरक्षा का माहौल बनाना सुनिश्चित किया जा रहा है।
मुजफ्फरनगर में त्योहारी सीजन के दौरान पुलिस की सतर्कता और धार्मिक संगठनों की गतिविधियों ने शहर की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया है। पैदल गश्त, सघन चेकिंग और जनसंवाद जैसे उपायों से पुलिस ने नागरिकों में सुरक्षा की भावना जगाई है। वहीं, क्रांति सेना जैसे संगठन हिंदुत्व और धर्म की रक्षा के मुद्दों पर समाज को जागरूक कर रहे हैं। इस तरह, मुजफ्फरनगर इस त्योहारी सीजन में पूरी तरह से सुरक्षित और शांतिपूर्ण माहौल में त्यौहारों का आनंद लेने के लिए तैयार है।