भारत-पाक तनाव के चलते PSL पर संकट: दुबई ने मैच करवाने से किया इनकार, रावलपिंडी ड्रोन हमले से तबाह…PSL in Dubai ?
PSL in Dubai की संभावनाओं पर पानी फिर गया है। पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) के बचे हुए मैचों को दुबई या दोहा में करवाने की योजना पर अब संकट गहरा गया है। UAE क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने साफ कर दिया है कि मौजूदा India-Pakistan tension को देखते हुए PSL के मैचों की मेजबानी संभव नहीं है।
अमीरात क्रिकेट बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ANI से बातचीत में कहा कि, “भारत-पाक तनाव के इस माहौल में सुरक्षा देना बेहद मुश्किल है। हम नहीं चाहते कि दुबई की धरती किसी अप्रत्याशित घटना का केंद्र बने।”
Rawalpindi Drone Attack ने PSL की उम्मीदों को डुबोया
7 मई को भारत द्वारा किए गए Rawalpindi drone attack के बाद PSL को तुरंत स्थगित कर दिया गया था। यह हमला भारतीय सेना द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के तहत हुआ, जो 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए 26 पर्यटकों की शहादत का बदला था।
हमले में रावलपिंडी स्टेडियम का एक बड़ा हिस्सा तबाह हो गया। इस मैदान पर PSL के कई अहम मैच खेले जाने थे। PCB ने तुरंत विकल्प तलाशते हुए दुबई या दोहा में मैच करवाने की योजना बनाई, लेकिन यूएई के इंकार से उनकी उम्मीदों को करारा झटका लगा है।
PSL पर मंडराते संकट के बादल
Pakistan Cricket Board (PCB) की कोशिशों को करारा झटका तब लगा जब UAE की सरकार और क्रिकेट बोर्ड दोनों ने साफ शब्दों में PSL की मेजबानी से मना कर दिया।
ECB के अनुसार, “दुबई में बड़ी संख्या में भारतीय और पाकिस्तानी प्रवासी रहते हैं। ऐसे में भावनात्मक माहौल भड़क सकता है। PSL जैसे टूर्नामेंट को लेकर हमारी जिम्मेदारी बढ़ जाती है और किसी भी तरह का तनाव या अप्रिय स्थिति हमारे लिए जोखिम भरा होगा।”
भारत और UAE के रिश्तों का असर
UAE ने पिछले कुछ वर्षों में भारत के साथ मजबूत रणनीतिक संबंध बनाए हैं। भारत की सिफारिश पर T20 World Cup 2021 और आगामी Champions Trophy 2025 की कुछ मैचों की मेजबानी भी दुबई को मिली थी।
इस सहयोग को देखते हुए यह अनुमान लगाना गलत नहीं होगा कि भारत की ओर से भी इस PSL मेजबानी पर सॉफ्ट डिप्लोमैटिक दबाव डाला गया हो। BCCI और ECB के बीच लगातार बेहतर होते संबंधों ने भी PCB की स्थिति कमजोर कर दी है।
पाकिस्तान में PSL के लिए विकल्प सीमित
अब जबकि दुबई और दोहा दोनों विकल्प बंद हो चुके हैं, PCB के पास केवल घरेलू मैदानों पर PSL कराने का विकल्प बचा है। लेकिन रावलपिंडी जैसे अहम मैदान के तबाह हो जाने के बाद विकल्प सीमित हैं।
लाहौर, कराची और मुल्तान जैसे स्टेडियमों पर सुरक्षा पहले से ही सख्त है और भारत-पाक तनाव के चलते नई मेजबानी की अनुमति मिलना भी एक चुनौती बनी हुई है।
सोशल मीडिया पर छिड़ी जंग
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर सोशल मीडिया पर भी बहस तेज हो गई है। भारतीय और पाकिस्तानी क्रिकेट फैंस के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिल रही है। कुछ भारतीय यूजर्स ने इसे “सही जवाब” करार दिया, वहीं पाकिस्तान के फैंस ने इसे “खेल पर राजनीति हावी” बताकर आलोचना की।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत का बढ़ता दबदबा
यह घटना एक बार फिर BCCI की ग्लोबल पावर को दिखाती है। जहां PCB विदेशी सरजमीं पर PSL के लिए जगह नहीं जुटा पा रहा है, वहीं भारत अपने टूर्नामेंट्स को ग्लोबली सफल बना रहा है।
ICC के दुबई मुख्यालय, जय शाह की ACC अध्यक्षता, और भारत के सफल ICC टूर्नामेंट्स की मेजबानी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के पावर सेंटर को भारत की ओर झुका दिया है।
पाकिस्तान के अंदरूनी हालात भी जिम्मेदार
ड्रोन हमले और जवाबी कार्रवाई के अलावा पाकिस्तान के अंदरूनी हालात भी PSL की राह में बाधा बन रहे हैं। आर्थिक संकट, राजनीतिक अस्थिरता और आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि ने विदेशी खिलाड़ियों को भी हतोत्साहित किया है।
कई विदेशी खिलाड़ी पहले ही PSL से नाम वापस ले चुके हैं, जिससे इसकी प्रतिष्ठा को गहरा झटका लगा है।
PSL बनाम IPL: अब तुलना असहज
एक समय था जब PSL को IPL का विकल्प बताया जाता था। लेकिन अब हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि PSL का अस्तित्व ही खतरे में नजर आ रहा है। वहीं IPL हर साल रिकॉर्ड तोड़ TRP और राजस्व के आंकड़े छू रहा है।
अब आगे क्या?
PCB अब एक क्राइसिस मोड में है। नए आयोजन स्थल की तलाश जारी है। साथ ही, सरकार और सेना की सुरक्षा मंजूरी के बिना PSL कराना संभव नहीं होगा।
UAE और दोहा के दरवाजे बंद होने के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि PCB PSL के बचे मैचों का भविष्य कैसे तय करता है।