मुंबई एयरपोर्ट का नाम अडानी एयरपोर्ट लिखे जाने का जमकर विरोध, शिवसेना ने विरोध जताया
शिवसेना कार्यकर्ताओं ने मुंबई एयरपोर्ट पर अडानी लिखे साइन बोर्ड को भी तोड़ दिया। शिवसेना कार्यकर्ताओं का कहना है कि इस एयरपोर्ट को छत्रपति शिवाजी एयरपोर्ट के नाम से जाना जाता था और इसे हमेशा इसी नाम से जाना जाएगा। अडानी ग्रुप ने जुलाई के महीने में ही मुंबई एयरपोर्ट का संचालन अपने हाथों में लिया है। इसके बाद एयरपोर्ट पर अडानी एयरपोर्ट का बोर्ड वहां लगाया गया।
जिसको लेकर शिवसेना ने अपना विरोध जताया। शिवसेना के कार्यकर्ता एयरपोर्ट के अंदर आ गए और वहां लगे साइन बोर्ड को तोड़ दिया। शिवसेना कार्यकर्ताओं ने कहा है कि इस एयरपोर्ट के नाम में बदलाव बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और जहां जहां भी इस तरह का साइन बोर्ड मिलेगा उसको तोड़ दिया जाएगा।
Maharashtra: Shiv Sena workers vandalise Adani signboard, which was placed near Chhatrapati Shivaji Maharaj International Airport in Mumbai pic.twitter.com/mzfypdwp0A
— ANI (@ANI) August 2, 2021
शिवसैनिकों के तोड़फोड़ के बाद अड़ानी ग्रुप ने अपना बयान जारी किया है। अडानी ग्रुप ने बयान जारी कर कहा है कि छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट की ब्रांडिंग में कोई बदलाव नहीं किया गया है। टर्मिनल की स्थिति में भी कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। इस एयरपोर्ट में ब्रांडिंग एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया के मापदंडों और दिशानिर्देशों के अनुसार ही है।
इस घटना को लेकर मुंबई पुलिस के अधिकारी ने कहा कि शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने सोमवार दोपहर को मुंबई एयरपोर्ट पर अडानी एयरपोर्ट लिखा एक साइनबोर्ड तोड़ दिया। शिवसैनिक बाद में वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर आ गए जिससे यातायात भी बाधित हो गया। साथ ही उन्होंने कहा कि घटना में शामिल कुछ लोगों को हिरासत में लिया और मामला दर्ज किया जा रहा है।
बता दें कि अडानी ग्रुप ने GVK ग्रुप से मुंबई एयरपोर्ट के मालिकाना अधिकार हासिल किए हैं। पहले मुंबई एयरपोर्ट का संचालन का जिम्मा जीवीके ग्रुप के पास था। पिछले महीने जुलाई में अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने ट्वीट कर इसकी सूचना दी थी और कहा था कि वर्ल्ड क्लास मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के मैनेजमेंट का टेकओवर करके हमें खुशी है।