मोगा के भूलर गांव में चार मुस्लिम परिवारों के लिए मस्जिद बनवा रहे सिख और हिंदू परिवार
मोगा के भूलर गांव में ग्रामीणों ने सांप्रदायिक सौहार्द की अनूठी मिसाल पेश की है। यहां रहने वाले हिंदू और सिख परिवार गांव में ही बसे 4 मुस्लिम परिवारों के लिए मस्जिद का निर्माण कर रहे हैं। रविवार को मस्जिद के शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान जब भारी बारिश होने लगी तो ग्रामीणों ने कार्यक्रम की व्यवस्था गुरुद्वारे में ही करवा दी।
इतना ही नहीं गुरूद्वारे में मस्जिद निर्माण कार्य के सफल समापन के लिए अरदास भी किया गया। कार्यक्रम के बाद सभी लोगों के लिए लंगर की व्यवस्था भी गुरूद्वारे में ही गई।
मोगा के भूलर गांव के सरपंच पाला सिंह ने द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा कि उनके गांव में सात गुरुद्वारे और दो मंदिर हैं लेकिन कोई मस्जिद नहीं है। आजादी के विभाजन से पहले एक मस्जिद थी लेकिन वो समय के साथ खंडहर में तब्दील हो गई। साथ ही उन्होंने कहा कि आजादी के बाद चारों मुस्लिम परिवारों ने इसी गांव में रहना पसंद किया और तब से इस गांव में हिंदू, मुस्लिम और सिख परिवार सामाजिक सद्भाव के साथ रहते हैं।
आगे सरपंच पाला सिंह ने कहा कि गांव के लोग हमेशा से यह चाहते थे कि मुस्लिम परिवारों के लिए एक मस्जिद होनी चाहिए। इसलिए सभी ग्रामीणों ने मिलकर यह तय किया कि गांव में एक मस्जिद का निर्माण किया जाएगा और वह उसी जगह पर बनेगी जहां आजादी से पहले एक मस्जिद थी। आगे उन्होंने कहा कि रविवार को जब मस्जिद का शिलान्यास करने का समय आया तो तेज बारिश शुरू हो गई।
तेज बारिश को देखते हुए जब शिलान्यास कार्यक्रम को स्थगित करने का निर्णय लिया गया तो वहां मौजूद लोग निराश हो गए। जिसके बाद ग्रामीणों ने यह फैसला किया कि अब इस कार्यक्रम को गांव के ही गुरुद्वारे में कराया जाएगा। ग्रामीणों ने थोड़ी देर के अंदर ही गुरद्वारे के अंदर ही सारी व्यवस्था कर दी। गुरुद्वारे में ही लंगर की भी व्यवस्था की गई। मस्जिद निर्माण को लेकर सरपंच पाला सिंह ने कहा है कि गांव के लोग खुश हैं कि मस्जिद उनका दसवां पूजा स्थल होगा।
सरपंच के अनुसार गांव के सभी लोगों ने इस मस्जिद के निर्माण के लिए चंदा दिया है। ग्रामीणों ने 100 रुपए से 1 लाख रुपए तक का दान इस मस्जिद के लिए दिया है। इसके अलावा वक्फ बोर्ड भी मस्जिद निर्माण में सहयोग कर रहा है। इस कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे नायब शाही इमाम मौलाना मोहम्मद उस्मान ने ग्रामीणों के सामाजिक सौहार्द को देखते हुए उनका शुक्रिया अदा किया।