सिंगापुर – पीपुल्स एक्शन पार्टी (पीएपी) ने आम चुनाव में हासिल की भारी जीत
सिंगापुर की सत्तारूढ़ पीपुल्स एक्शन पार्टी (पीएपी) ने शुक्रवार के आम चुनाव में भारी भरकम जीत हासिल की। वहीं, विपक्षी वर्कर्स पार्टी (डब्ल्यूपी) ने रिकॉर्ड 10 सीटें जीतीं। इसके अलावा, सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सियन लूंग को अपने चुनाव क्षेत्र उनके प्रतिद्वंदी अंग मो किओ के खिलाफ जीत मिली है।
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, पीएपी ने अंतिम परिणामों के साथ अगली सरकार का गठन किया है। इस चुनाव में पीएपी को 93 सीटों में से लगभग 90 फीसदी सीटों पर जीत हासिल हुई है।
Sengkang GRC MP-elect Raeesah Khan, 26, set to be youngest MP in modern S'pore https://t.co/grq5kq67y0 pic.twitter.com/0ld1yDZWut
— Mothership.sg (@MothershipSG) July 11, 2020
रिपोर्ट के अनुसार, सत्तारूढ़ पार्टी जो 1959 से सत्ता में है, उसने 15 बहु-सीटों वाले निर्वाचन क्षेत्रों और 13 एकल-सीट वाले वार्डों में जीत दर्ज की। पीएपी को 61.24 फीसदी वोट हासिल हुए। वहीं, मुख्य विपक्षी वर्कर्स पार्टी (डब्ल्यूपी) ने रिकॉर्ड 10 सीटों पर जीत हासिल की है, इसमें उसने अल्जनीद निर्वाचन क्षेत्र की पांच सीटों पर फिर से कब्जा जमाया है।
प्रधानमंत्री ली सियन लूंग ने कहा है, खैर, यह उतना मजबूत जनादेश नहीं है जितना मुझे उम्मीद थी, लेकिन यह एक अच्छा जनादेश है। मुझे लगता है कि 61 प्रतिशत वोट बहुत सम्मानजनक है।
Overall I am satisfied with the outcome of #GE2020. We have a clear mandate and results show broad-based support for the @papsingapore. My thanks to PAP activists & candidates for your dedication & hard work. Work of the new government begins today. – LHL https://t.co/nLnIQuJ6Wf pic.twitter.com/WYVBhJ82KH
— leehsienloong (@leehsienloong) July 11, 2020
द स्ट्रेट्स टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, पीएपी को 61.24 फीसदी वोट हासिल हुए हैं। इसमें 2015 में हुए चुनावों की तुलना में पीएपी को 8.7 फीसदी कम वोट मिले हैं। पिछले चुनावों में प्रधानमंत्री लूंग की पार्टी को 69.9 फीसदी वोट हासिल हुए थे।
वैश्विक महामारी कोविड-19 के प्रकोप के बीच सिंगापुर में शुक्रवार को नई सरकार के गठन के लिए लोगों ने मुंह पर मास्क और हाथों में दस्ताने पहनकर मतदान केंद्रों की तरफ रुख किया था।
भीड़भाड़ कम करने के लिए मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ाकर 1,100 कर दी गई थी, जो पिछले चुनावों में 880 थी। वहीं, मतदान अधिकारी सामाजिक सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू करते दिखाई दिए थे।
इन चुनावों में सत्तारूढ़ पीपुल्स एक्शन पार्टी के एक बार फिर सत्ता में आने की संभावना जताई गई थी। फिर भी, प्रधानमंत्री ली सियन लूंग के लिए यह चुनाव एक बड़ी परीक्षा माना जा रहा था। कोविड-19 संकट के दौरान अर्थव्यवस्था को संभालना उनके लिए एक बड़ी चुनौती थी।