लाकडाउन का रहा असर,बाजारों और सड़कों पर दिन भर पूरी तरह सन्नाटा छाया रहा
मुजफ्फरनगर। शहर में लॉकडाउन का व्यापक असर रहा। शहर की सड़कों से लेकर बाजारों तक में सन्नाटा पसरा रहा। आम आदमी की आवाजाही पर पूरी तरह प्रतिबंध रहा।
शहर में सब्जी से लेकर चाय की दुकानें तक भी बंद रही। गली-मोहल्लों की दुकानों को भी बंद रखा गया। इस बार पेट्रोल पंप भी बंद रहे। केवल बीमारों और आवश्यक कार्य वाले इक्का-दुक्का लोग ही सड़क पर नजर आए। सुबह और शाम को दूध की डेयरी खोलने की छूट दी गई। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए प्रदेश सरकार ने दो दिन का संपूर्ण लॉक डाउन घोषित कर रखा है।
जिला प्रशासन ने सरकार के आदेश के चलते शनिवार को संपूर्ण लॉकडाउन रखा। शहर के बाजार पूरी तरह बंद रहे। मुख्य बाजारों के साथ सब्जी, फल, चाय की दुकानें भी बंद रही।
आम आदमी भी इसमें सहयोग करता नजर आया। लोग बिना किसी जरूरी काम के घर से बाहर नहीं निकले। संपूर्ण लॉकडाउन में बैंक और पेट्रोल पंप भी बंद रहे। बाजारों और सड़कों पर दिन भर पूरी तरह सन्नाटा छाया रहा।
शहर में मेडिकल स्टोर और हॉस्पिटल ही खुले दिखाई दिए। जिन परिवारों में लोग बीमार थे वे ही मजबूरी में घर से बाहर निकले और चिकित्सकों से अपने परिजन का उपचार कराया। शहर के सभी चौराहों पर सुबह नौ बजे के बाद से पुलिस ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी। बिना किसी जरूरी काम के घर से बाहर निकलने वालों की जमकर खबर ली।
वाहनों के चालान करने के साथ बिना वजह घूमने वालों को दंडित भी किया। जिले में लॉकडाउन के दौरान रोडवेज की चुनिंदा बसें ही चल पाई। इन बसों को भी सवारी नहीं मिल पाई।लॉक डाउन में बाजारों के साथ-साथ सील क्षेत्रों में भी सन्नाटा पसरा रहा। लोगों ने अपने घरों से निकलने से परहेज किया।
पुलिस भी बाजारों के साथ-साथ सील क्षेत्रों में भी गश्त करती रही। देहात क्षेत्र के बुढ़ाना, शाहपुर, मोरना के साथ-साथ शहर के सील क्षेत्रों में भी सन्नाटा पसरा रहा।
पुलिस लोगों से घरों से निकलने की अपील करती रही। कोरोना पॉजिटिव मिलने पर शहरी क्षेत्र में गांधी कालोनी, इंदिरा कालोनी, कृष्णापुरी, रामलीला टिल्ला, गहराबाग की कई गलियां सील कर दी गई थी। सील क्षेत्रों की गलियां पूरी तरह सुनसान रही।