Tripura: माणिक साहा को चुना गया नया सीएम, कई बीजेपी विधायक चल रहे थे बिप्लब देब से नाराज
Tripura के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने शनिवार को अपना इस्तीफा दे दिया है। गौरतलब है कि शुक्रवार को उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। दरअसल त्रिपुरा में कई बीजेपी विधायक बिप्लब देब से नाराज चल रहे थे। जिसकी भनक पार्टी हाईकमान तक भी पहुंची थी। इसके बाद आलाकमान ने बिप्लब देब को इस्तीफा देने के लिए कहा।
बिप्लब देब के इस्तीफे के बाद माणिक साहा को Tripura राज्य का नया सीएम चुना गया है। इसको लेकर केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा, “माणिक साहा को त्रिपुरा भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने की बहुत-बहुत बधाई। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और आपके नेतृत्व में त्रिपुरा विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगा।”
इस्तीफा सौंपने के बाद बिप्लब देब ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मेरी बात हुई है। मैंने गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की थी। मुझसे इस्तीफा देने को कहा तो मैंने दे दिया। Tripura राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं, उसकी तैयारियों में मैं लगूंगा। भाजपा के कार्यकर्ता के रूप में पार्टी को मजबूत करने का काम करता रहूंगा।
#TripuraCm विधायक दल के नेता माणिक साहा ने राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की और पार्टी विधायकों के समर्थन पत्र के साथ सरकार बनाने का दावा पेश किया। pic.twitter.com/M2QLMtSfse
— News & Features Network (@mzn_news) May 14, 2022
गौरतलब है कि अगले साल Tripura में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इस बीच राज्य में तृणमूल कांग्रेस भी काफी सक्रिय नजर आ रही है। ऐसे में माना जा रहा है कि चुनाव से पहले भाजपा ने पार्टी को मजबूत करने के लिए राज्य की कमान नये चेहरे को सौंपने का कदम उठाया है।मालूम हो कि Tripura की 60 सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ गठबंधन में भाजपा के 36 विधायक हैं। वहीं इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) के 8 विधायक हैं।
बिप्लब कुमार देब के इस्तीफे के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र यादव ने कहा, “भाजपा के मुख्यमंत्री बिप्लब देव के नेतृत्व में त्रिपुरा में बीते 4 सालों में स्थिरता, शासन, प्रशासन और विकास की दृष्टि से काफी अच्छे कार्य हुए हैं।”
उन्होंने कहा कि बिप्लब देब का त्रिपुरा में सरकार बनाने से पहले पार्टी संगठन में प्रभावी योगदान रहा है। पार्टी के संगठनात्मक गतिविधियों में उनकी भूमिका को बढ़ाने के लिए, सीएम बिप्लब देब ने अपना त्याग पत्र राज्यपाल को सौंपा है।