सोची ऑयल डिपो पर Ukraine Drone अटैक से मचा हड़कंप, लड़कियों ने धमाके के साथ वीडियो बनाया, गिरफ्तार! ट्रम्प ने पुतिन को दी चेतावनी
रविवार सुबह रूस के क्रास्नोडार क्षेत्र के सोची शहर में एक ऑयल डिपो पर यूक्रेन द्वारा किए गए भीषण Ukraine Drone हमले ने समूचे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया। डिपो से उठता काले धुएं का विशाल गुबार, इंटरनेट पर वायरल हो गया और इसके साथ ही एक और चौंकाने वाली घटना ने ध्यान खींचा – विस्फोट के समय दो रूसी लड़कियों को वीडियो बनाते हुए पकड़ा गया, जिन्हें पुलिस ने तत्काल हिरासत में ले लिया।
आज सुबह यूक्रेनी आत्मघाती ड्रोन हमले के बाद रूसी लोग जलते हुए तेल डिपो के सामने वीडियो रिकॉर्ड कर रहे हैं #Russia #UkraineWar #WATCH #Viral pic.twitter.com/Ytgw44G90j
— News & Features Network (@newsnetmzn) August 3, 2025
🚁 कैसे हुआ हमला – जानिए डिटेल्स
क्रास्नोडार के गवर्नर वेनियामिन कोंद्रात्येव ने बताया कि यूक्रेनी ड्रोन का मलबा सीधे तेल के टैंक से टकराया, जिससे आग लग गई। आग इतनी जबरदस्त थी कि उसे काबू में लाने के लिए 120 से ज्यादा दमकलकर्मियों को मैदान में उतारा गया।
सोशल मीडिया पर वायरल फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि किस तरह से काले धुएं के गुबार ने पूरे क्षेत्र को ढक लिया था। सोची एयरपोर्ट की उड़ानों को तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया था।
📸 वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करना बना मुसीबत
हमले के दौरान दो युवतियां और एक युवक धमाके के ठीक बाद वीडियो बनाते हुए नजर आए। बैकग्राउंड में डिपो से उठता धुआं और चेहरे पर मुस्कान – ये दृश्य वायरल होने में देर नहीं लगी। लेकिन रूसी पुलिस ने इस व्यवहार को गैर-जिम्मेदाराना मानते हुए तीनों को हिरासत में ले लिया।
रूसी प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इस तरह के गंभीर राष्ट्रीय सुरक्षा संकट के दौरान, वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करना कानून का उल्लंघन है।
🔥 रूस और यूक्रेन के बीच ड्रोन युद्ध में उबाल – 93 ड्रोन गिराए, लेकिन 4 घायल
रूस के रक्षा मंत्रालय के अनुसार, शनिवार रात से रविवार सुबह तक रूसी एयर डिफेंस ने यूक्रेन द्वारा छोड़े गए 93 ड्रोन को मार गिराया। हालांकि, वोरोनेज क्षेत्र में एक ड्रोन के हमले में चार नागरिक घायल हो गए।
वहीं दूसरी ओर यूक्रेनी वायुसेना का दावा है कि 2 अगस्त की रात को रूस ने 76 ड्रोन और 7 मिसाइलें दागीं, जिनमें से 60 ड्रोन और 1 मिसाइल को रोक लिया गया। लेकिन 16 ड्रोन और 6 मिसाइलें अपने लक्ष्य तक पहुंच गईं और आठ अलग-अलग क्षेत्रों में तबाही मचाई।
💥 31 जुलाई का नरसंहार – रूसी हमले में 31 यूक्रेनी नागरिकों की मौत
ड्रोन युद्ध में यह संघर्ष कोई नई बात नहीं है। 31 जुलाई को रूस द्वारा किए गए मिसाइल और ड्रोन हमले में 31 यूक्रेनी नागरिकों की जान चली गई, जिनमें 5 मासूम बच्चे भी शामिल थे। साथ ही, 150 से अधिक लोग घायल हुए थे।
इन मौतों ने एक बार फिर दुनिया को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि यह युद्ध कितना क्रूर और गैर-मानवीय हो चला है।
🛑 ट्रम्प का अल्टीमेटम – रूस-यूक्रेन में शांति वार्ता के लिए 8 अगस्त तक डेडलाइन
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि 8 अगस्त तक रूस-यूक्रेन वार्ता में कोई ठोस नतीजा नहीं निकला, तो रूस पर नए आर्थिक प्रतिबंध लगाए जाएंगे।
ट्रम्प ने कहा –
“रूसी काफी चालाक होते हैं, अक्सर प्रतिबंधों से बच निकलते हैं। लेकिन देखते हैं कि इस बार क्या होता है।”
ट्रम्प ने यह भी बताया कि उनके विशेष दूत स्टीव विटकॉफ जल्द ही रूस की यात्रा पर जा सकते हैं ताकि शांति वार्ता की संभावनाओं पर बात की जा सके।
🔁 यूक्रेन और रूस के बीच 1200 युद्धबंदियों की अदला-बदली पर बनी सहमति
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रविवार को जानकारी दी कि जुलाई में इस्तांबुल में हुई गुप्त वार्ता के बाद रूस और यूक्रेन के बीच 1200 युद्धबंदियों की अदला-बदली पर सहमति बनी है।
यह फैसला युद्ध की पृष्ठभूमि में एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है, लेकिन जमीनी हालात इसके विपरीत बने हुए हैं।
🎯 रूस की यूनिवर्सिटी ने बनाया दुनिया का पहला एंटी-ड्रोन राइफल सिमुलेटर
रूस के साउदर्न फेडरल यूनिवर्सिटी (SFU) के छात्रों ने एक तकनीकी कारनामा करते हुए दुनिया का पहला एंटी-ड्रोन राइफल सिमुलेटर विकसित किया है। यह एक वर्चुअल ट्रेनिंग प्लेटफॉर्म है जो ड्रोन युद्ध जैसी परिस्थितियों में सैनिकों को प्रशिक्षित करेगा।
इस सिमुलेटर में:
हूबहू असली राइफल्स जैसे वर्चुअल हथियार
ड्रोन डिटेक्शन सिस्टम
तनाव भरे माहौल में त्वरित निर्णय लेने का अभ्यास
…जैसी सुविधाएं शामिल की गई हैं। इस इनोवेशन को आधुनिक युद्ध कौशल में एक क्रांतिकारी कदम माना जा रहा है।
📢 विश्लेषण – यूक्रेन-रूस युद्ध अब पूरी तरह ‘ड्रोन वॉर’ में तब्दील
अब यह स्पष्ट हो गया है कि यूक्रेन और रूस के बीच की लड़ाई पारंपरिक युद्ध से कहीं आगे निकल गई है। दोनों देश अब ड्रोन, साइबर हथियार, मिसाइल तकनीक और आधुनिक सैन्य सिमुलेशन के जरिए एक-दूसरे को मात देने की होड़ में लगे हैं।
यूक्रेनी हमले, रूसी जवाबी हमला, अंतरराष्ट्रीय दबाव, और असैन्य नागरिकों की मौत – यह सब दर्शाता है कि युद्ध केवल सीमा पर नहीं, तकनीक और मानस पर भी लड़ा जा रहा है।