परमाणु बम की दौड़ में Ukraine: रूस-यूक्रेन जंग का नया खतरनाक मोड़!
रूस और Ukraine के बीच चल रही जंग अब एक नए और खतरनाक मोड़ की ओर बढ़ रही है। जहां अब तक मिसाइलों और भारी हथियारों का उपयोग हो रहा था, वहीं अब यह संघर्ष परमाणु युद्ध में बदलने की कगार पर है। ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूक्रेन अब परमाणु बम बनाने के करीब है, और यह स्थिति वैश्विक स्तर पर चिंता का विषय बन चुकी है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने हाल ही में अपने बयानों में इस ओर संकेत दिए हैं। उनका कहना है कि अगर अमेरिका से मिलने वाली सैन्य मदद बंद हो जाती है, तो यूक्रेन अपने बलबूते परमाणु हथियार तैयार करेगा।
नागासाकी जैसे बम की तैयारी
द टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन एक ऐसा परमाणु बम बनाने की योजना पर काम कर रहा है जो जापान के नागासाकी पर 1945 में गिराए गए “फैट मैन” बम की तकनीक पर आधारित होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह बम रूस के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है।
CACDS (Center for Arms Control and Disarmament Studies) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा गया है कि यूक्रेन को ऐसे बम बनाने में कुछ ही महीने लगेंगे। हालांकि, अब तक यूक्रेनी सरकार ने इन दावों की पुष्टि नहीं की है।
जेलेंस्की का बयान: ट्रंप और सुरक्षा की गारंटी
Ukraine के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने खुलासा किया है कि उन्होंने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से चर्चा के दौरान यह मुद्दा उठाया था। जेलेंस्की ने कहा कि अगर अमेरिका और पश्चिमी देश यूक्रेन की सुरक्षा की गारंटी नहीं देते, तो परमाणु हथियार विकसित करना यूक्रेन के लिए मजबूरी होगी।
1994 के बुडापेस्ट समझौते का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यूक्रेन ने अपनी परमाणु क्षमता छोड़ दी थी, जिसके बदले में अमेरिका, ब्रिटेन, और रूस ने सुरक्षा का वादा किया था। लेकिन मौजूदा स्थिति में यह सुरक्षा वादा खोखला साबित हो रहा है।
तीसरे विश्व युद्ध का खतरा?
रिपोर्ट्स के अनुसार, यदि यूक्रेन परमाणु हथियार बना लेता है और इसे रूस पर इस्तेमाल करता है, तो यह तीसरे विश्व युद्ध की शुरुआत हो सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि परमाणु युद्ध से न केवल रूस और यूक्रेन, बल्कि पूरी दुनिया पर विनाशकारी प्रभाव पड़ेगा।
अमेरिका की सैन्य मदद की अहमियत
यूक्रेन वर्तमान में अमेरिका से मिल रही सैन्य सहायता पर निर्भर है। अगर यह मदद बंद हो जाती है, तो यूक्रेन को अपने लिए नए विकल्प तलाशने होंगे। ऐसे में परमाणु हथियार बनाना यूक्रेन की प्राथमिकता बन सकता है।
हालांकि, अमेरिकी कांग्रेस और अन्य पश्चिमी देशों के बीच यह मुद्दा गर्माया हुआ है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यूक्रेन को पर्याप्त समर्थन नहीं मिला, तो वह परमाणु हथियार बनाने के अपने प्लान को तेजी से अमल में ला सकता है।
वैश्विक स्तर पर प्रतिक्रियाएं
इस खबर ने वैश्विक राजनीति में खलबली मचा दी है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि यदि यूक्रेन ने ऐसा कदम उठाया, तो रूस इसे अपनी सुरक्षा के लिए सीधा खतरा मानेगा।
दूसरी ओर, अमेरिका और NATO ने इसे बेहद संवेदनशील मामला बताया है। अमेरिकी रक्षा विभाग ने कहा है कि वे यूक्रेन को परमाणु हथियार बनाने से रोकने के लिए हरसंभव कदम उठाएंगे।
इतिहास से सीख या नई भूल?
1994 में यूक्रेन ने अपने पास मौजूद हजारों परमाणु हथियारों को छोड़ दिया था। उस समय यह निर्णय शांति और स्थिरता की दिशा में उठाया गया एक बड़ा कदम माना गया। लेकिन वर्तमान में, यह समझौता यूक्रेन के लिए एक गलती साबित हो रहा है।
रूस-यूक्रेन जंग में परमाणु हथियारों की संभावना ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है। अगर यूक्रेन इस दिशा में आगे बढ़ता है, तो यह न केवल इस संघर्ष को और भड़काएगा, बल्कि वैश्विक शांति के लिए गंभीर खतरा पैदा करेगा।
इस मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की सतर्कता और जिम्मेदाराना कदम उठाने की जरूरत है। क्योंकि एक गलती से दुनिया परमाणु तबाही की ओर बढ़ सकती है।