Muzaffarnagar में स्मार्ट सिटी का नया युग: योगी आदित्यनाथ ने इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट प्लान से नगर विकास की दी बड़ी सौगात
Muzaffarnagar । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर से शहर के विकास के लिए बड़ा कदम उठाया है। मंत्री कपिल देव अग्रवाल के प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री ने मुज़फ़्फरनगर नगर पालिका क्षेत्र के लिए ‘स्मार्ट सिटी’ का ‘इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट प्लान’ तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इस योजना के तहत नगर की बढ़ती आबादी, विस्तार और जरूरतों को ध्यान में रखते हुए आधुनिक सुविधाओं का विकास किया जाएगा, जिससे मुज़फ़रनगर न केवल रहने योग्य बनेगा, बल्कि एक आत्मनिर्भर और स्मार्ट शहर के रूप में भी उभरेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की समीक्षा बैठक में स्मार्ट विकास पर विशेष जोर
सहारनपुर में हुई मंडलीय कार्ययोजना समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोक निर्माण विभाग, नगर विकास विभाग और पर्यटन विभाग की प्रगति का बारीकी से विश्लेषण किया। उन्होंने पारदर्शी, समयबद्ध और जनकल्याणकारी कार्यों पर विशेष बल दिया। इसी के तहत मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने नगर पालिका क्षेत्र के व्यापक विकास के लिए मुख्यमंत्री से प्रस्ताव रखा, जिसे योगी सरकार ने बड़ी तत्परता से स्वीकार किया।
मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने विस्तार से प्रस्तुत किया विकास प्रस्ताव
मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने बताया कि मुज़फ़रनगर की वर्तमान आबादी लगभग 6 लाख के करीब पहुंच चुकी है और क्षेत्र का भौगोलिक विस्तार भी काफी हुआ है। उन्होंने कहा कि शहर की तेज़ बढ़ती जनसंख्या और इसके विस्तार के कारण बुनियादी संरचनाओं को पुनर्निर्मित करना आवश्यक है। उन्होंने निम्नलिखित प्रमुख बिंदुओं को इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट प्लान में शामिल करने की मांग की है:
ड्रेनेज और सीवरेज सिस्टम का पुनर्गठन: रामपुरी से शहाबुद्दीनपुर होते हुए काली नदी तक एक नया नाला और STP प्लांट का निर्माण।
बिजली आपूर्ति का आधुनिकीकरण: नगर क्षेत्र में अंडरग्राउंड केबलिंग प्रणाली का कार्यान्वयन।
नए रोडवेज बस अड्डे का निर्माण: ट्रांसपोर्ट नगर के पास NH-58 पर, ताकि परिवहन व्यवस्था बेहतर हो सके।
खादी एवं ग्रामोद्योग के लिए मल्टीलेयर कॉम्प्लेक्स: 10,000 वर्ग मीटर भूमि पर PPP मॉडल के तहत कार्यालय और व्यावसायिक केंद्र का विकास।
सड़क चौड़ीकरण और पुल निर्माण: शामली रोड का चौड़ीकरण और मोती झील पुल का निर्माण।
स्मार्ट सिटी मुज़फ़्फरनगर: विकास की नई दिशा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मुज़फ़्फरनगर जैसे ऐतिहासिक नगर को एक मॉडल शहर बनाया जाएगा। वे चाहते हैं कि नगर की बुनियादी सुविधाएं आधुनिक, टिकाऊ और जनसरोकारों के अनुरूप हों। इस संदर्भ में उन्होंने संबंधित विभागों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे जल्द से जल्द ‘इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट प्लान’ तैयार करें, जिससे मुज़फ़्फरनगर को अगले कुछ वर्षों में पश्चिम उत्तर प्रदेश का स्मार्ट और आत्मनिर्भर शहर बनाया जा सके।
योगी सरकार का शहरों के विकास में स्मार्ट सिटी का महत्व
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदेश के शहरी विकास को अपनी प्राथमिकता बनाया है। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत, प्रदेश के कई शहरों में आधुनिक तकनीक, बेहतर यातायात व्यवस्था, स्वच्छता, जलापूर्ति और ऊर्जा संरक्षण की दिशा में उल्लेखनीय कार्य किए गए हैं। मुज़फ़्फरनगर में भी इस योजना के लागू होने से बड़े पैमाने पर बदलाव आएंगे। इससे न केवल शहर का सौंदर्य और अवसंरचना बेहतर होगी, बल्कि युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।
नगर विकास में स्थानीय नेताओं का सहयोग और जनता की उम्मीदें
मंत्री कपिल देव अग्रवाल का यह प्रस्ताव स्थानीय जनता के हितों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। स्थानीय विधायक, राज्य मंत्री और विभागीय अधिकारी भी इस प्रक्रिया में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। जनता की अपेक्षाएं बढ़ रही हैं और वे चाहते हैं कि उनके शहर की समस्याओं का समाधान जल्द से जल्द निकले। स्मार्ट सिटी बनने के साथ ही नगर की स्वच्छता, ट्रैफिक प्रबंधन, ऊर्जा आपूर्ति और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा।
आधुनिक बुनियादी संरचना से होगा जीवन स्तर में सुधार
मुज़फ़्फरनगर के लोगों की रोजमर्रा की समस्याएं, जैसे जल निकासी की समस्या, बिजली कटौती, ट्रैफिक जाम और सार्वजनिक परिवहन की कमी, स्मार्ट सिटी योजना के तहत धीरे-धीरे समाप्त हो जाएंगी। बेहतर ड्रेनेज सिस्टम और अंडरग्राउंड बिजली केबलिंग से न केवल बाढ़ जैसी आपदाओं का खतरा कम होगा, बल्कि शहर का सौंदर्य भी बढ़ेगा। नए बस अड्डे और चौड़ीकरण से शहर में आवागमन आसान होगा, जिससे आर्थिक गतिविधियों को भी गति मिलेगी।
प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सपनों को मिलेगी उड़ान
यह योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘स्मार्ट सिटी’ के विजन का एक बड़ा हिस्सा है। इस योजना से न केवल शहर का भौतिक विकास होगा, बल्कि सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय सुधार भी संभव होंगे। इससे मुज़फ़्फरनगर का नाम देश के उन अग्रणी स्मार्ट शहरों में दर्ज होगा जो समग्र विकास की मिसाल पेश करते हैं।
आने वाले समय में मुज़फ़्फरनगर की संभावनाएं और प्रगति
मुज़फ़्फरनगर की युवा शक्ति और व्यवसायिक समुदाय के लिए यह योजना नई उम्मीद लेकर आई है। बेहतर सुविधाएं, सुव्यवस्थित यातायात और स्वच्छ पर्यावरण के कारण लोग यहां रहना पसंद करेंगे। इससे निवेशकों का भी ध्यान इस शहर की ओर जाएगा, जो व्यापार और उद्योग के नए अवसर पैदा करेगा। यह योजना केवल आज का विकास नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मजबूत आधारशिला साबित होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मंत्री कपिल देव अग्रवाल के इस ऐतिहासिक कदम से मुज़फ़्फरनगर में एक नई विकास क्रांति का आरंभ हुआ है, जो न केवल शहर के भौतिक स्वरूप को बदलेगा बल्कि स्थानीय जनता के जीवन स्तर को भी सशक्त बनाएगा।