सेंकाकुस द्वीप पर जापान का नियंत्रण और मजबूत करने वाले बिल को मंजूरी
पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) में जबरन बदलाव की फिराक में लगे चीन को अब जापान ने घेर लिया है। लंबे समय से चीन पूर्वी चीन सागर में जिस द्वीप पर नजरें गड़ाए बैठा था जापान ने उस पर दावा और मजबूत कर लिया है। सोमवार को जापान के ओकीनावा में इशिगाकी सिटी काउंसिल ने सेंकाकुस द्वीप पर जापान का नियंत्रण और मजबूत करने वाले बिल को मंजूरी दे दी।
जापान और चीन के बीच पूर्वी चीन सागर के द्वीपों को लेकर लंबे समय से विवाद है। जापान जहां इसे सेंकाकुस द्वीप कहता है, वहीं चीन दियाओयु द्वीप बताकर इस पर दावा करता है। जापान के मुताबिक उसका इस द्वीप पर 1972 से कब्जा है। इन द्वीपों को लेकर जापान और चीन कई बार आमने-सामने हो चुके हैं।
सोमवार को जापान की इशिगाकी सिटी काउंसिल ने इस द्वीप का प्रशासनिक दर्जा बदलने को मंजूरी दे दी। दरअसल, अप्रैल के बाद और पिछले कुछ हफ्तों में इस द्वीप के आसपास चीनी जहाजों की संख्या पिछले कुछ हफ्तों में बढ़ गई थी।
जापान के इस कदम से बौखलाए चीन ने इसके लिए अमेरिका पर निशाना साधा है। चीनी सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने लिखा, अमेरिका एशिया में शांति नहीं चाहता। हालांकि जापान के इस कदम के बावजूद चीन की संप्रभुता और दियाओयु द्वीप पर उसका अधिकार बना रहा है।
चीनी तटरक्षक बल अभी भी उस द्वीप पर पेट्रोलिंग कर रहे हैं। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिझियान ने कहा, जापान का यह कदम चीन की संप्रभुता के खिलाफ है।