डा.श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर जिला चिकित्सालय ब्लड बैंक मे रक्तदान शिविर का आयोजन
मुजफ्फरनगर। जनसंघ के संस्थापक,महान शिक्षावि, प्रखर राष्ट्रवादी नेता, महान चिंतक, विचारक डा.श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर जिला चिकित्सालय ब्लड बैंक मे रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। भारतीय जनता पार्टी ने डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के बलिदान दिवस पर किया रक्तदान शिविर का आयोजन
। २३ यूनिट ब्लड डोनेट किया। भाजपा कार्यालय पर डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गई।
भारतीय जनता पार्टी में प्रत्येक मण्डल पर मनाया डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी का बलिदान दिवस। सभी मण्डलों पर मुख्य वक्ता के रूप में मण्डल प्रभारियो द्वारा संबोधित किया गया। ज़िला अध्यक्ष विजय शुक्ला ने कहा कि भारतीय जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष डॉ डॉ० मुखर्जी जम्मू कश्मीर को भारत का पूर्ण और अभिन्न अंग बनाना चाहते थे।
वे पहले व्यक्ति थे, जो भारत की एकता तथा एकीकरण के लिए शहीद हुए। लोकप्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और ग्रहमंत्री श्री अमित शाह जी के साहसिक निर्णय से राज्य का युवा वर्ग जम्मू कश्मीर को नेतृत्व देने के लिए स्वतंत्र हो गया हैं। यह मोदी सरकार की अप्रतिम इच्छाशक्ति का परिणाम हैं।
संसद में अपने भाषण में डॉ० मुखर्जी ने धारा-३७० को समाप्त करने की भी जोरदार वकालत की। अगस्त १९५२ में जम्मू की विशाल रैली में उन्होंने अपना संकल्प व्यक्त किया था कि या तो मैं आपको भारतीय संविधान प्राप्त कराऊँगा या फिर इस उद्देश्य की पूर्ति के लिये अपना जीवन बलिदान कर दूँगा।
अपने संकल्प को पूरा करने के लिये वे १९५३ में बिना परमिट लिये जम्मू कश्मीर की यात्रा पर निकल पड़े। वहाँ पहुँचते ही उन्हें गिरफ्तार कर नज़रबन्द कर लिया गया। आज ही के दिन २३ जून १९५३ को श्रीनगर में कारावास की स्थिति में रहस्यमय परिस्थितियों में उनका देहांत हो गया।
ज़िला अभियान प्रमुख एवं ज़िला उपाध्यक्ष नितिन मलिक ने कहा कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा अनुच्छेद ३७० और ३५-ए का हटाया जाना डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी को सच्ची श्रद्धांजलि हैं।
डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी ने इसके लिए अपना सर्वाच्च बलिदान दिया। ज़िला महामंत्री श्रीमती सुषमा पुण्डीर, रोहिल वाल्मीकि, विजय सैनी, सुनील दर्शन, श्री सचिन सिंघल उपस्थित रहे।