जनपद में एक साथ 39 केस आने से जहां स्वास्थ्य विभाग में हड़कम्प
मुजफ्फरनगर। जनपद में कोरोना का शिकंजा लगातार लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रहा है। सरकारी गाइडलाइन का पालन न करने वाले तथा सोशल डिस्टेन्सिंग का उल्लघंन करने वाले लोगों को इसका खामियाजा भुगतना पड रहा है।
सोमवार को भी जनपद में एक साथ 39 केस आने से जहां स्वास्थ्य विभाग में हड़कम्प मचा है वहीं लोगों में भी भय की लहर दौड रही है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. प्रवीन कुमार चौपडा ने बताया कि आज स्वास्थ्य विभाग को 174 सैम्पलों की रिपोर्ट प्राप्त हुई है
जिसमें से 39 पाजिटीव केस मिले है। उन्होंने बताया कि इन केसों में से 1 सुजडू, 5 मोरना, 8 जानसठ में से 6 जानसठ की अस्थायी जेल, 1 बुढ़ाना, 2 चरथावल, 1 इन्दिरा कालोनी, 1 बघरा, 2 गांधी कालोनी, 1 लद्दावाला, 1 हनुमान चौक, 4 कृष्णापुरी, 1 नई मंडी, 6 रामलीला टिल्ला, 3 पुलिस लाइन, 1 निराना, 1 शामली कुल मिलाकर 39 पाजिटीव केस मिले है।
उन्होंने बताया कि आज बेगराजपुर मैडिकल कालेज से 7 मरीजों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है अब जनपद में एक्टिव केसों की संख्या 200 हो गयी है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. पीके चौपडा का कहना है कि लगातार बढ़ते कोरोना केस का मुख्य कारण सरकार की गाइडलाइन का पालन न करना है। नागरिक भीडभाड वाले इलाकों में भी बिना मास्क घूम रहे है कुछ लोग बिना बात ही बाजारों में घूमते है ऐसे लोग मास्क का प्रयोग नहीं करते और संक्रमण को खुद तो घर ले आते ही साथ ही दूसरों को भी संक्रमित करते है।
उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए नागरिक जहां सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करे वहीं, अपनी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए दिन में गुनगुने पानी में नींबू डालकर पिये।
हल्दी मिले दूध का इस्तेमाल करे साथ ही जब भी घर से बाहर निकले तो हाथ धोकर और सैनैटाइज कर तथा मास्क लगाकर ही घर से निकले तथा घर से जाने से पहले भी हाथ धोकर घर में प्रवेश करे।
छोटी छोटी सावधानियां बरतेगे तो कोरोना का संक्रमण नहीं होगा और यदि जरा सी भी लापरवाही बरती गयी तो कोरोना का शिकंजा ओर अधिक कंस जायेगा।