चिकित्सकों के आत्मसम्मान की रक्षा करें सरकारः डा. वीके सिंह
मुजफ्फरनगर। आज जनपद मुजफ्फरनगर की प्रान्तीय चिकित्सा संघ के पदाधिकारियों ने माननीय मुख्यमंत्री के नाम कलेक्ट्रेट में प्रशासनिक अधिकारी को ज्ञापन देते हुए अपनी तीन मांगों को पूरी करने की अपील की।
मुजफ्फरनगर शाखा के सचिव डा0 वी0के0 सिंह अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि वर्तमान विषम परिस्थितियों में यह अत्यंत आवश्यक है कि चिकित्सकों की आत्मसम्मान की रक्षा हेतु सरकार सक्रिय रूप से हस्ताक्षेप करें।
प्रान्तीय चिकित्सा सेवा संघ के जनपद के अध्यक्ष डा0 बी0के0 जैन, वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ ने बताया कि आज पूरा विश्व कोविड की महामारी से ग्रसित है। इस महामारी से हमारा देश व प्रदेश अछूता नहीं है, लेकिन देश और प्रदेश सरकार के चरणबद्ध एवं सफल नीतियों/योजनाओं के द्वारा इस महामारी पर काफी हद तक नियंत्रण किया जा पाना संभव हो सका है।
कोरोना की महामारी काल में प्रान्तीय चिकित्सा सेवा संवर्ग के चिकित्सक अपने घर परिवार की चिंता को किनारे करते हुए संक्रमित मरीजों की सेवा में दिन रात लगे हुए हैं तथा हमारी बहुत से साथी इस संक्रमण काल में ही जनजीवन के स्वास्थ्य की सुरक्षा करते हुए असमय शहीद/मृत्यु को प्राप्त हो गये हैं।
इसके बावजूद भी हमारे चिकित्सक अपनी सेवाएं उसी भाव से देते हुए बिना विचलित हुए करमपथ पर अग्रसर है। इन विषम परिस्थितियों में जहां माननीय प्रधानमंत्री जी एवं माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा विभिन्न तरीकों से चिकित्सकों का मनोबल बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रायोजनों का आयोजन कर रहे हैं
वहीं प्रदेश के कुछ जनपदों में तैनात वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा लगातार चिकित्सकों को प्रताड़ित/अभद्र भाषा का प्रयोग करके हतोत्साहित किया जा रहा है
जिससे हमारे संवर्ग के चिकित्सक स्वयं को पीड़ित और अपमानित महसूस कर रहे हैं। पूर्व में भी ऐसी घटना अलीगढ़, महाराजगंज, बस्ती, वाराणसी एवं मऊ तथा इसका ताजा उदाहरण रायबरेली प्रकरण है जो कि हम चिकित्सकों को अपनी सेवाभाव से विमुख होकर आंदोलित होने को विवश कर रहा है।
संघ के सचिव डा0 वी0के0 सिंह ने बताया कि सरकार उनकी तीन मांगों जिसमें जिलाधिकारी रायबरेली को तत्काल अन्यत्र स्थानान्तरण किये जाने की मांग करते हैं
एवं किसी भी प्रशासनिक अधिकारी के स्तर से भविष्य में किसी भी प्रकार का अशोभनीय व्यवहार/भाषा का प्रयोग न किया जाये तथा प्रान्तीय चिकित्सा संवर्ग के चिकित्सा अधिकारियों एवं गैर विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक में चिकित्सा अधिकारियों का क्या प्रोटोकाल होगा यह भी सुनिश्चित करने की मांग करते हैं, जिससे चिकित्सक अपने आत्मसम्मान के साथ कोरोना की विषम परिस्थितियों में जनमानस की सेवा कर सकें।