बंद पड़े मंदिरों और स्कूलों को लेकर सर्वे कराने का आदेश
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधान हटने के बाद केंद्र सरकार एक और बड़ा फैसला लेने की तैयारी में है। केंद्र सरकार ने बंद पड़े मंदिरों और स्कूलों को लेकर एक सर्वे कराने का आदेश दिया है। जिसके बाद संभवत: उन्हें खोला जाएगा। यह आदेश ऐसे समय पर आया है जब भारतीय समयानुसार रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका में कश्मीरी पंडितों से मुलाकात की और कहा कि आपने बहुत कष्ट झेले हैं।
Union Minister G Kishan Reddy in Bengaluru: We have set up committee to survey number of closed schools in Kashmir valley&will reopen them. Around 50,000 temples were closed over the years, of which some were destroyed, & idols were defaced.We have ordered survey of such temples pic.twitter.com/ZzAimqZdsA
— ANI (@ANI) September 23, 2019
सोमवार को बंगलूरू में गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा, ‘हमने कश्मीर घाटी में बंद स्कूलों की संख्या का सर्वेक्षण करने और उन्हें फिर से खोलने के लिए समिति का गठन किया है। बीते सालों में घाटी के लगभग 50 हजार मंदिर बंद कराए गए हैं। जिसमें से कुछ को नष्ट कर दिया गया और मूर्तियों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। हमने इस तरह का सर्वे करने के आदेश दे दिए हैं।’ माना जा रहा है कि बंद पड़े मंदिरों को दोबारा खोला जा सकता है। हाउडी मोदी कार्यक्रम को संबोधित करने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को भारतीय समुदाय के लोगों से मुलाकात की। सिख समुदाय के लोगों ने करतारपुर कॉरिडोर के लिए उनका धन्यवाद किया तो वहीं अमेरिका में रहने वाले कश्मीरी पंडित उनसे मिलकर भावुक हो गए। वहीं प्रधानमंत्री भी भावुक नजर आए।
बातचीत के दौरान कश्मीरी पंडितों के समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले सुरिंदर कौल ने उनका हाथ चूम लिया। कौल ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के फैसले का स्वागत करते हुए पीएम मोदी से कहा कि जम्मू कश्मीर के विकास के लिए जाने वाले हर कदम में आपके साथ हैं।
कौल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हमने उन्हें सात लाख कश्मीरी पंडितों की तरफ से यह ऐतिहासिक फैसला लेने की वजह से धन्यवाद कहा। हमने उन्हें आश्वासन दिया कि हमारा समुदाय सरकार के साथ मिलकर उस कश्मीर के सपने को पूरा करेगा, जहां शांति होगी, विकास होगा और सभी खुशहाल होंगे।