स्वास्थ्य

कमर दर्द के कारण, लक्षण, इलाज और घरेलू उपचार : Home remedies for Back Pain

वायु जब मांसपेशियों, स्नायु तंत्रों और हड्डियों से होकर गुजरती है, तो कमर दर्द होता है। इस दर्द की परेशानी से रोगी का चलना, उठना, बैठना, करवट बदलना मुश्किल हो जाता है। सर्दी लगना, पानी में भीगना, वंशों से चला आ रहा कमर दर्द भी इसका कारण है। स्त्रियों को श्वेतप्रदर के साथ भी कमर दर्द होता है।

इस प्रकार का रोग उन स्त्री-पुरुषों को होता है, जो ज्यादा समय तक खड़े-खडे, बैठे-बैठे या गलत तरीके से बैठकर और लेटकर काम को करते हैं जो लोग अधिक मुलायम गद्दों पर बैठते या सोते हैं, उनको भी कमर दर्द होने की संभावना रहती है। मांसपेशियों के खिंचाव और मानसिक तनाव के कारण भी कमर दर्द हो जाता है।

इस बीमारी में रोगी को रात को सोने के बाद सुबह उठने पर कमर का अकड़ जाना और दर्द, झुकने पर कमर दर्द, कमर में तेज दर्द, उठने-बैठने में परेशानी आदि इस रोग के लक्षण होते हैं।

उपचार-

1. सोंठ :
सोंठ का चूर्ण या अदरक का रस, 1 चम्मच नारियल के तेल में पकाकर फिर इसे ठंड़ा करके दर्द कमर पर लगभग 15 मिनट तक मालिश करें। इससे कमर दर्द में आराम मिलता है।

सोंठ का काढ़ा बनाकर उसमें 1 चम्मच एरण्ड का तेल डालकर पी जाएं। इससे कमर दर्द में लाभ होगा।आधा चम्मच सोंठ का चूर्ण सुबह-शाम दूध के साथ पिएं। इससे कमर का दर्द मिट जाता है।लगभग 10-10 ग्राम सोंठ, अश्वगंधा, लेकर कूट-पीसकर चूर्ण बनाकर रखें। इसके 3 ग्राम चूर्ण को सुबह हल्के गर्म दूध के साथ सेवन करने से शीत लहर के कारण उत्पन्न कमर के दर्द से आराम मिलता है।

5 ग्राम सोंठ का चूर्ण 200 मिलीलीटर दूध में उबालकर, चीनी में मिलाकर पीने से शीत लहर के कारण उत्पन्न कमर के दर्द से आराम होता है।
सोंठ का चूर्ण 3 ग्राम की मात्रा में दिन में 2 बार हल्के गर्म पानी के साथ सेवन करने से कमर दर्द मिट जाता है।

4 ग्राम सोंठ, 5 ग्राम पिप्पली और 1 ग्राम केसर को दूध में डालकर उबालें और इससे बने पेय को रोगी को थोड़ा-थोड़ा पिलाने से कमर दर्द से आराम मिलेगा।सोंठ और पीपल के तेल से रोजाना दो बार मालिश करने से कमर दर्द से आराम मिलता है।

2. जायफल :

जायफल को घिसकर रात में कमर पर इसका लेप करने से कमर दर्द मिट जाता है।पान में जायफल का टुकड़ा डालकर खाने और जायफल को पानी में घिसकर बने लेप को गर्म-गर्म ही कमर में लगाकर 3 बार मालिश करना चाहिए। इससे कमर का दर्द ठीक हो जाता है।

जायफल को पानी के साथ सिलपर घिस लें। फिर उसे 200 मिलीलीटर तिल्ली के तेल में अच्छी तरह गर्म करें। ठंड़ा होने पर कमर पर मालिश करें। इससे कमर दर्द से आराम मिलता है।

3. खसखस : 10 ग्राम खसखस और 10 ग्राम मिसरी, दोनों को बराबर कूट-पीसकर चूर्ण बना लें। इसका 5-5 ग्राम चूर्ण सुबह-शाम गर्म दूध के साथ सेवन करें। इससे कमर दर्द में आराम मिलेगा।

4. लौंग : लौंग के तेल की मालिश करने से कमर दर्द के अलावा अन्य अंगों का दर्द भी मिट जाता है।नोट : मालिश नहाने से पहले करना चाहिए।

5. सहजन :सहजन की फलियों की सब्जी खाने से कमर दर्द में फायदा होता है।1-1 ग्राम सहजन का गोंद, अश्वगंधा, पीपल के फल को लेकर उसमें 3 ग्राम सोंठ डालकर गाय के दूध में उबालकर सुबह-शाम पीने से शीत लहर के कारण उत्पन्न कमर के दर्द से राहत मिलती है।

6. बादाम :बादाम को रात में भिगों दें। सुबह कुछ देर तक इसे पानी में पकाकर पेय बना लें। इसे 20-40 मिलीलीटर तक सेवन करने से स्त्रियों के कमर दर्द में लाभ होता है। यह श्वेत प्रदर (एम.सी) में भी कमर दर्द को काफी लाभ पहुंचाता है।बादाम के तेल की मालिश कमर पर, दिन में तीन बार करने से कमर दर्द 1 सप्ताह में ठीक हो जाता है।

7. मेथी :मेथी दाने के लड्डू बनाकर 3 हफ्ते तक सुबह-शाम सेवन करने और मेथी के तेल को दर्द वाले अंग पर मलते रहने से पूर्ण आराम मिलता है।लगभग 2 चम्मच दाना मेथी और 2 छुहारे (गुठली निकाले हुए) एक गिलास पानी में उबालकर छान लें। रात को सोते समय छुहारे और मेथी खाकर पानी पीने से कमर दर्द में लाभ होता है।मेथी को पीसकर कमर पर उसकी पट्टी बांधने, और उसकी सब्जी को खाने से कमर दर्द ठीक हो जाता है।

8. सरसों:1 लीटर सरसों के तेल में 250 ग्राम लहसुन की पूतियों को कुचलकर डालें। फिर उसे तब तक गर्म करें, जब तक लहसुन न जल जाये। इसके बाद इस तेल को छानकर शीशी में भर लें। फिर इस तेल से कमर की मालिश करें। इससे कमर दर्द मिट जाता है।
सरसों के तेल में कपूर मिलाकर कमर पर मालिश करने से कमर दर्द मिट जाता है।

9. अजवाइन :अजवाइन को 1 पोटली में रखकर उसे तवे पर गर्म करें। फिर इस पोटली से कमर को सेंकें इससे आराम होगा।
लगभग 50-50 ग्राम अजवाइन, मेथी, शुंठी लेकर कूट-पीसकर चूर्ण बनाकर रखें। 2 ग्राम चूर्ण दिन में दो बार हल्के जल से लेने से, शीत लहर के कारण उत्पन्न कमर दर्द मिट जाता है।

10. छुहारा :छुहारे से गुठली निकालकर उसमें गुग्गुल भर दें। इसके बाद छुहारे को तवे पर सेंककर दूध के साथ सेवन करें। सुबह-शाम 1-1 छुहारा खायें। इसके सेवन से कमर दर्द मिट जाता है।सुबह-शाम 2 छुहारे को खाने से कमर दर्द में लाभ होता है।

11. असंगध :असगंध और सोंठ बराबर मात्रा में लेकर इनका चूर्ण बना लें। इसमें से आधा चम्मच चूर्ण सुबह-शाम पानी के साथ सेवन करें। इससे कमर दर्द से आराम मिलता है।अश्वगंधा के दो-पांच ग्राम चूर्ण को गाय के घी या शक्कर के साथ चाटने से कमरदर्द और निद्रानाश में लाभ होता है।

12. खुरासानी अजवायन : खुरासानी अजवायन के चूर्ण को तिल के तेल में मिलाकर पका लें। फिर तेल को छानकर कमर के साथ-साथ सारे शरीर की मालिश करें। इसके प्रयोग से कमर दर्द सही हो जाता है।

13. नागौरी असगंध :100 ग्राम नागौरी असगंध, 100 ग्राम मेथी के दाने, 100 ग्राम विधारा, 100 ग्राम सौंठ, इन सभी दवाओं को कूट-पीसकर कपड़े से छान लें। इस चूर्ण में से आधा चम्मच चूर्ण सुबह-शाम पानी के साथ लें। इससे कमर दर्द ठीक हो जाता है।

लगभग 5-10 ग्राम असगंध नागौरी के चूर्ण को सुबह-शाम घी में गर्म करके शर्करा (चीनी) एवं दूध के साथ सेवन करने से कमर दर्द में अच्छा लाभ होता है। इससे श्वेतप्रदर भी ठीक हो जाता है।

50 ग्राम असगंध नागोरी कूट-छान कर उसमें 50 ग्राम खांड़ मिला लें। इसको 5-5 ग्राम दूध के साथ सुबह-शाम सेवन करने से कमर दर्द में फायदा होता है।

14. ग्वारपाठे :10 ग्राम ग्वारपाठे का गूदा, 4 लौंग, 50 ग्राम नागौरी असगंध, 50 ग्राम सोंठ, इन सबको पीसकर चटनी बना लें। 4 ग्राम चटनी रोजाना सुबह सेवन करें। इससे कमर दर्द में आराम होगा।

ग्वारपाठा के 20 ग्राम मज्जा (बीच का मध्य भाग) में 2 ग्राम शहद और सोंठ का चूर्ण मिलाकर सेवन से शीत लहर के कारण उत्पन्न कमर दर्द से राहत मिलती है।

गेहूं का आटा, घी और कुमारी का गूदा इतना होना चाहिए जितना आटे में गूंथने के लिए काफी हो, आटे को गूदे में गूथकर रोटी बना लें, इस रोटी का चूर्ण बनाकर इसमें शक्कर और घी मिलाकर लड्डू बनाकर खाने से कमर की बादी मिटता है और कमर का दर्द भी ठीक हो जाता है।
घीग्वार के 20-25 ग्राम गूदे में शहद और सोंठ का चूर्ण मिलाकर सुबह-शाम कुछ दिनों तक सेवन करने से कमर का दर्द ठीक हो जाता है।

शेष अगले भाग 2 … में

 

 

डॉ0ज्योति ओमप्रकाश गुप्ता प्रसिद्ध चिकित्सक और इस सेक्शन की लेखक, वरिष्ठ संपादक हैं, प्राकृतिक एवं घरेलु चिकित्सा को सरल एवं जन-जन की भाषा में पहुँचाने के लिए प्रयासरत हैं। उनसे नम्बर 93993 41299 पर सीधे सम्पर्क किया जा सकता हैं और दवांइयाँ/सामग्री के लिए जानकारी ली जा सकती हैं।

 

 

 

Dr. Jyoti Gupta

डॉ ज्योति ओम प्रकाश गुप्ता प्रसिद्ध चिकित्सक एवं Health सेक्शन की वरिष्ठ संपादक है जो श्री राजीव दीक्षित जी से प्रेरित होकर प्राकृतिक घरेलू एवं होम्योपैथिक चिकित्सा को जन जन तक सहज सरल एवं सुलभ बनाने के लिए प्रयासरत है, आप चिकित्सा संबंधित किसी भी समस्या के नि:शुल्क परामर्श के लिए 9399341299, [email protected] पर संपर्क कर सकते है।

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