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खतरे में Japan का भविष्य! 125 सालों में सबसे कम जन्मदर, क्या 2720 तक होगा देश का अंत?

Japan, जो अपनी तकनीकी प्रगति, अनुशासन और अद्भुत संस्कृति के लिए जाना जाता है, आज एक भयानक जनसंख्या संकट से जूझ रहा है। जन्मदर में लगातार गिरावट के चलते जापान अपने अस्तित्व को बचाने की जंग लड़ रहा है। 2024 में जापान में केवल 7,20,988 बच्चे पैदा हुए, जबकि 16,18,684 मौतें हुईं। विशेषज्ञों के अनुसार, यदि यही रुझान जारी रहा, तो साल 2720 में जापान में केवल एक बच्चा जन्म लेगा

यह खबर चौंकाने वाली इसलिए भी है क्योंकि 125 सालों में यह जन्मदर सबसे कम दर्ज की गई है। जापान की सरकार और समाज इस गंभीर संकट से उबरने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन क्या उनके प्रयास पर्याप्त हैं? क्या जापान अपनी गिरती जनसंख्या को रोक पाएगा, या यह दुनिया का पहला देश बन जाएगा जो कम जन्मदर के कारण विलुप्त हो जाएगा? आइए इस संकट की जड़ों और इसके प्रभावों पर विस्तार से चर्चा करते हैं।


जापान की गिरती जन्मदर – डरावने आंकड़े

जापान के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में जन्म लेने वाले बच्चों की संख्या लगातार नौवें साल गिरावट के साथ रिकॉर्ड न्यूनतम स्तर पर पहुंच गई। जापान में मृत्यु दर जन्मदर से दोगुनी हो चुकी है, जिससे देश की कुल जनसंख्या में भारी गिरावट आ रही है।

जनसंख्या संकट के चौंकाने वाले आंकड़े:

📉 2024 में जन्म: 7,20,988 बच्चे
2024 में मौतें: 16,18,684 लोग
2023 की तुलना में गिरावट: 5% कम जन्म
📅 2048 तक अनुमानित जनसंख्या: 100 मिलियन से कम
📅 2060 तक जनसंख्या: 87 मिलियन
💀 2720 तक: मात्र 1 बच्चा जन्म लेगा

अब सवाल यह उठता है कि जापान में इतनी तेज़ी से जन्मदर क्यों गिर रही है?


जापान में जन्मदर क्यों घट रही है?

विशेषज्ञों के अनुसार जापान में जन्मदर में गिरावट के पीछे कई सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक कारण हैं। आइए इन कारणों को विस्तार से समझते हैं।

1. शादी में रुचि कम हो रही है

जापान में विवाह की दर घट रही है, और चौंकाने वाली बात यह है कि जापान में बहुत कम लोग शादी के बिना बच्चे पैदा करते हैं। जापान रिसर्च इंस्टीट्यूट के अर्थशास्त्री ताकुमी फुजिनामी बताते हैं कि कम शादियों के कारण जन्मदर भी गिर रही है।

2023 में हुए विवाह: 4,99,999
2020 में हुई गिरावट: 12.7%
➡ शादी कम होने का मतलब है कि बच्चे भी कम पैदा होंगे।

2. महंगाई और आर्थिक अस्थिरता

आज जापान की युवा पीढ़ी शादी और बच्चे पैदा करने से कतरा रही है, क्योंकि देश में जीवनयापन की लागत लगातार बढ़ रही है।

  • जापानी पुरुषों के पास स्थिर नौकरियां नहीं हैं, जिससे वे शादी के लिए अनाकर्षक बन जाते हैं।
  • महिलाओं को भी अनियमित और कम वेतन वाली नौकरियां मिलती हैं, जिससे वे परिवार शुरू करने से बचती हैं।

3. नौकरी और काम का तनाव

जापान में ‘करोशी’ (अत्यधिक काम के कारण मौत) एक वास्तविकता बन चुका है। जापानी लोग अत्यधिक काम करने के लिए जाने जाते हैं, जिससे उनके पास परिवार बढ़ाने का समय नहीं रहता।

4. सरकार की नीतियां और सामाजिक दबाव

  • जापान में पुरुषों से उम्मीद की जाती है कि वे मुख्य कमाने वाले होंगे, जिससे वे शादी और बच्चों की जिम्मेदारी लेने से बचते हैं।
  • महिलाएं चाहती हैं कि वे भी करियर बना सकें, लेकिन जापान का समाज महिलाओं को मुख्य रूप से गृहिणी के रूप में देखता है

जापान की सरकार क्या कर रही है?

सरकार इस संकट को हल करने के लिए कई योजनाएं बना रही है, लेकिन अभी तक कोई भी उपाय प्रभावी साबित नहीं हुआ है।

1. सरकारी डेटिंग ऐप – शादी को बढ़ावा देने की कोशिश

जापान सरकार ने शादी को प्रोत्साहित करने के लिए एक सरकारी डेटिंग ऐप लॉन्च किया है। यह कदम अरबपति एलन मस्क तक का ध्यान खींच चुका है।

2. हाउसिंग और चाइल्ड केयर सब्सिडी

सरकार शादीशुदा जोड़ों को घर खरीदने में मदद करने के लिए आर्थिक सहायता दे रही है और बच्चों की देखभाल सुविधाओं का विस्तार कर रही है।

3. प्रधानमंत्री की चेतावनी – “अब नहीं तो कभी नहीं!”

2023 में जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने चेतावनी दी थी कि “अगर अभी नहीं जागे तो कभी नहीं बच पाएंगे।”


क्या जापान बच सकता है?

अगर जापान अपनी जन्मदर नहीं बढ़ा पाया, तो यह दुनिया का पहला देश बन सकता है जो विलुप्त हो जाएगा।

🛑 क्या किया जाना चाहिए?

  1. महिलाओं और पुरुषों के लिए समान रोजगार के अवसर
  2. कम समय में अधिक काम करने की संस्कृति को बदलना
  3. बच्चे पैदा करने के लिए वित्तीय प्रोत्साहन
  4. मास मीडिया के ज़रिए जागरूकता बढ़ाना

अगर जापान ने जल्द ही ठोस कदम नहीं उठाए, तो यह देश अगले कुछ सदियों में इतिहास के पन्नों में दफन हो जाएगा।


जापान, जो कभी दुनिया का सबसे तेज़ी से बढ़ता देश था, आज अपनी गिरती जन्मदर से जूझ रहा है। अगर यही स्थिति जारी रही, तो 695 साल में जापान में सिर्फ एक बच्चा जन्म लेगा।

👉 क्या जापान इस संकट से उबर पाएगा? या यह दुनिया का पहला देश बनेगा जो जन्मदर के कारण खत्म हो जाएगा?

आपका क्या सोचना है? क्या जापान इस संकट से उबर सकता है? अपनी राय कमेंट में दें! 🚨

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