संपादकीय विशेष

खतौली/Muzaffarnagar: रेलवे प्रशासन की लापरवाही से Khatauli में बवाल: अधूरी बाउंड्री वॉल बनी कॉलोनीवासियों के लिए आफत

Muzaffarnagar के Khatauli क्षेत्र में आवास विकास कॉलोनी के पास गुजरने वाली रेलवे लाइन की बाउंड्री वॉल का निर्माण अधूरा छोड़ दिया गया है, जिससे कॉलोनीवासियों में भारी आक्रोश है। कॉलोनीवासियों का आरोप है कि रेलवे प्रशासन ने उनके जीवन को खतरे में डाल दिया है। अधूरी बाउंड्री वॉल की वजह से कॉलोनीवासी आए दिन दुर्घटनाओं और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे हैं।


तेज गति की ट्रेनों से उछलते पत्थर और बढ़ता खतरा

कॉलोनीवासियों ने शिकायत की है कि रेलवे लाइन से गुजरने वाली तेज रफ्तार ट्रेनों के कारण अक्सर पत्थर उछलकर उनके घरों में गिरते हैं। इससे न केवल उनकी संपत्ति को नुकसान होता है, बल्कि किसी बड़ी दुर्घटना का भी खतरा बना रहता है। बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा को लेकर कॉलोनीवासी बेहद चिंतित हैं।

स्थानीय निवासी सुदेश पुंडीर ने बताया,
“हर दिन हम डर के साए में जी रहे हैं। रेलवे प्रशासन ने वादा किया था कि बाउंड्री वॉल को पूरा किया जाएगा, लेकिन काम अधूरा छोड़ दिया गया।”


बरसात में कॉलोनी में घुसता पानी और गंदगी

रेलवे लाइन का स्तर कॉलोनी के मकानों से ऊंचा होने के कारण बारिश के दिनों में पानी सीधे कॉलोनी में भर जाता है। यह पानी अपने साथ गंदगी और खतरनाक जीव-जंतु लाता है। स्थानीय निवासी सरिता ने कहा:
“बरसात के दिनों में हमारे घरों में पानी भर जाता है। मच्छर, सांप और अन्य जहरीले जीव-जंतु हमारी समस्याओं को बढ़ा देते हैं। यह सिर्फ असुविधा नहीं, बल्कि हमारे जीवन के लिए खतरा है।”


कई बार हुआ प्रदर्शन, लेकिन प्रशासन बेखबर

कॉलोनीवासियों ने पहले भी इस समस्या को लेकर कई बार प्रदर्शन किए हैं। प्रदर्शनकारियों में सुदेश पुंडीर, नकुल दत्त शर्मा, शैलेंद्र सिंह, राहुल मेहकर, देशराज, शुभम, सोनू, रीना देवी, गीत, मुन्नी और सरिता जैसे प्रमुख नाम शामिल रहे। उन्होंने रेलवे प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों से समस्या के समाधान की मांग की थी।

नकुल दत्त शर्मा ने बताया,
“हमने शांति से अपनी समस्याएं रखीं, लेकिन प्रशासन ने सिर्फ आश्वासन दिया। बाउंड्री वॉल का काम आज भी अधूरा है। अब हमें बड़ा आंदोलन करना पड़ेगा।”


सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा

यह समस्या केवल कॉलोनीवासियों के लिए ही नहीं, बल्कि रेलवे के लिए भी गंभीर खतरा है। अधूरी बाउंड्री वॉल के कारण कोई भी व्यक्ति या जानवर रेलवे ट्रैक पर जा सकता है, जिससे बड़ी दुर्घटना हो सकती है।

रेलवे प्रशासन द्वारा सुरक्षा मानकों की अनदेखी इस मामले को और गंभीर बना रही है। स्थानीय प्रशासन ने अभी तक इस मुद्दे पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।


कॉलोनीवासियों की मांगें

  1. बाउंड्री वॉल का पूर्ण निर्माण: कॉलोनीवासियों ने मांग की है कि बाउंड्री वॉल को ऊंचा और मजबूत बनाकर पूरा किया जाए।
  2. ड्रेनेज सिस्टम का समाधान: रेलवे लाइन से पानी का प्रवाह कॉलोनी की ओर न हो, इसके लिए उचित व्यवस्था की जाए।
  3. तत्काल कार्रवाई: समस्या के समाधान में हो रही देरी को तुरंत रोका जाए।

अधिकारियों की चुप्पी पर सवाल

कॉलोनीवासियों का कहना है कि उन्होंने कई बार स्थानीय प्रशासन और रेलवे अधिकारियों से संपर्क किया, लेकिन हर बार उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिला। यह लापरवाही न केवल कॉलोनीवासियों के लिए हानिकारक है, बल्कि प्रशासन की संवेदनहीनता को भी उजागर करती है।


अंतिम चेतावनी: आंदोलन की तैयारी

कॉलोनीवासियों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं की गईं, तो वे बड़े स्तर पर प्रदर्शन करेंगे। इस बार प्रदर्शन को जिला प्रशासन तक पहुंचाया जाएगा।

स्थानीय निवासी शैलेंद्र सिंह ने कहा,
“अब हम चुप नहीं बैठेंगे। हमारी मांगें पूरी न हुईं, तो हमें सड़कों पर उतरकर अपनी लड़ाई लड़नी पड़ेगी।”


रेलवे प्रशासन को दी गई अपील

कॉलोनीवासियों ने रेलवे प्रशासन से अपील की है कि उनकी समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाए। अधूरी बाउंड्री वॉल को जल्द पूरा करने के साथ-साथ अन्य सुरक्षा उपाय भी किए जाएं।


Khatauli के आवास विकास कॉलोनी की यह समस्या एक चेतावनी है कि यदि रेलवे प्रशासन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया, तो बड़ी दुर्घटना हो सकती है। कॉलोनीवासियों की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाना प्रशासन और रेलवे की जिम्मेदारी है।

Dr. S.K. Agarwal

डॉ. एस.के. अग्रवाल न्यूज नेटवर्क के मैनेजिंग एडिटर हैं। वह मीडिया योजना, समाचार प्रचार और समन्वय सहित समग्र प्रबंधन के लिए जिम्मेदार है। उन्हें मीडिया, पत्रकारिता और इवेंट-मीडिया प्रबंधन के क्षेत्र में लगभग 3.5 दशकों से अधिक का व्यापक अनुभव है। वह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई प्रतिष्ठित समाचार पत्रों, चैनलों और पत्रिकाओं से जुड़े हुए हैं। संपर्क ई.मेल- [email protected]

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