Khatauli News: गन्ना पाठशाला व गोष्ठी का शुभारंभ- उन्नत खेती के उपाय बताये
खतौली। (Khatauli News)शुगर मिल के यार्ड में गन्ना पाठशाला आयोजित की गई। जिसमें विशेषज्ञों ने किसानों को उन्नत खेती-किसानी के बारे में जानकारी दी गई। कहा कि समय पर फसल की देखभाल और निरोगा बीजारोपण करने से खेत के साथ फसल में सुधार होता है। किसानों को बुवाई के बारे में बताया गया।
गन्ना पाठशाला व गोष्ठी का शुभारंभ उपाध्यक्ष डा. अशोक कुमार ने किया। इसके बाद महाप्रबंधक गन्ना कुलदीप राठी ने नई प्रजातियों के बीच की बुवाई करने एवं ट्रेंच विधि के साथ दोहरी पंक्ति विधि से ४ फीट की दूरी पर गन्ना लगाने जानकारी दी। उप महाप्रबंधक गन्ना एके सिंह ने कहा कि मृदा में कार्बनिक पदार्थ की कमी को पूरा करने के लिए गोबर की खाद व चीनी मिल द्वारा दिए गए प्रेसमड को सड़ा कर खेत में प्रयोग किया जाए।
खेत में ट्राइकोडरमा का अनिवार्य रूप से उपयोग करें। कहा कि उत्तम बीज का चुनाव अच्छी खेती का प्रतीक है। शुद्ध प्रजाति का कीट रोग मुक्त बीज सुरक्षित खेतों व पौधशालाओं, शोध केंद्रों से नई प्रजाति का बीज प्राप्त कर सकते है। गन्ना को-२३८ प्रजाति को बचाने के लिए ऊपर के १ध्३ भाग को बीज के रूप में प्रयोग करें।
खतौली चीनी मिल में एसटीडी एवं एमएचएटी प्लांट उपलब्ध है। जिसके माध्यम से बीज को उपचारित किया जा सकता है। इस दौरान सीके दीक्षित ने भी नई-नई तकनीकों की किसानों को जानकारी दी। वहीं, कोविड-१९ संक्रमण से बचाव के लिए मास्क आदि का प्रयोग करने आह्वान किया।
खराब मौसम बना परेशानी का सबब
मुजफ्फरनगर। (Muzaffarnagar News)नामांकन प्रक्रिया समाप्त होने के पश्चात अब चुनावी सरगर्मियां शुरू हो गई है। बीती रात विभिन्न राजनैतिक दलो के प्रत्याशियो ने अपने समर्थको के साथ क्षेत्र का भ्रमण कर जनसम्पर्क किया। लेकिन आज सुबह से हो रही बारिश ने नेताओं को घर बैठने के लिए मजबूर कर दिया। चुनाव की तिथि नजदीक आने के साथ एक और जहां नेताओं के पास जन सम्पर्क के लिए समय बहुत कम है।
वहीं दूसरी और मौसम के साथ ना देने से प्रत्याशियों की चिन्ता बढा दी है। टाइम मैनेजमैन्ट के साथ क्षेत्र मे अधिक से अधिक जन सम्पर्क नेताओं के लिए चुनौती साबित हो रहा है। वहीं दूसरी और मतदाताओ की खामोशी से प्रत्याशियो मे बेचैनी है। प्रत्याशी व प्रत्याशी समर्थक मतदाताओ की नब्ज टटोलने का प्रयास कर रहे हैं।
विभिन्न राजनैतिक दलो एवं निर्दलियो द्वारा नामांकन के साथ जनसम्पर्क अभियान के तहत विभिन्न मुददो के साथ जनता के बीच जाने का प्रयास किया जा रहा है। विभिन्न राजनैतिक दलों द्वारा अपने चुनावी एजेंडे मे जनहित से जुडे कई मुददे शामिल किये गए है। चुनाव मे जीत सुनिश्चित करने के लिए प्रत्याशी एडी चोटी का जोर लगा रहे हैं।
प्रत्याशी येण केन प्रकारेण किसी भी प्रकार से जीत हासिल करने की जुगत मे हैं। परन्तु अभी तक चुनाव स्पीड नही पकड पाया है। धीमा चुनाव नेताओ की परेशानी का सबब बना हुआ है। अब देखना यह है कि विधानभा चुनाव 2022 मे उट किस करवट बैठता है। इस चुनाव मे किस के सिर पर सजता है जीत का ताज और किस प्रत्याक्षी को हार का मुंह देखना पडता है।