Mainpuri: सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर हुआ लीक, फोन पर भेजा गया सॉल्व पेपर?
Mainpuri उत्तर प्रदेश में हो रही मोरल डिलीमा की चर्चा करते हुए, हमें यह सोचने पर मजबूर होते हैं कि इस प्रकार के घटनाक्रम क्यों हो रहे हैं और इससे समाज को कैसे प्रभावित किया जा रहा है। यह घटना मैनपुरी में हुई है, जो कि पुलिस भर्ती परीक्षा के दौरान पेपर लीक होने की सूचना मिलने के बाद सामने आयी है। इसमें डॉ. किरन सौजिया एकेडमी के ब्लॉक बी के केंद्र व्यवस्थापक ने एक अभ्यर्थी को सॉल्व कॉपी के साथ पकड़ा। उसके पास दो कागज मिले, जिनमें परीक्षा में आने वाले 150 सवालों में से 114 के जवाब लिखे हुए थे।
इस घटना से यह साफ होता है कि आज के समय में ईमानदारी और नैतिकता की कमी कितनी गहरी हो गई है। परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों को यह योग्यता नहीं होती कि वे अपनी मेहनत और पढ़ाई से पास हों, बल्कि उन्हें पेपर लीक करवा कर अपना रास्ता साफ करने की कोशिश करनी पड़ रही है। ऐसे मामलों में समाज की मान्यता और विश्वासघात होता है, जिससे समाज की आत्मविश्वासिता पर बुरा असर पड़ता है।
उत्तर प्रदेश में इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिससे युवा पीढ़ी को गलत संदेश मिल रहे हैं कि सफलता पाने के लिए उन्हें गलत तरीके अपनाने पड़ेंगे। इससे उनकी मानसिकता पर भी असर पड़ता है, और वे अधिकांशत: नैतिक मूल्यों को नजरअंदाज करने लगते हैं। इसलिए, इस तरह की घटनाओं पर लगाम लगाना और सख्त कानूनी कार्रवाई करना जरूरी है।
इस घटना से सामाजिक सत्ताओं को भी सीखने की जरूरत है कि वे इस तरह की प्रथाओं का समर्थन न करें, बल्कि समाज को ईमानदार और नैतिक बनाने के लिए उन्हें प्रोत्साहित करें। समाज को ईमानदार और नैतिक बनाने के लिए हर क्षेत्र में सख्ती से काम करना चाहिए, ताकि आने वाली पीढ़ियों को नेतृत्व देने वाले उदाहरण मिल सकें।