Muzaffarnagar में व्यापारियों का हुआ स्वागत, शिव प्रसाद ने उठाया हिन्दू व्यापारियों के संघर्ष का मुद्दा
Muzaffarnagar व्यापारियों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन था जब आल इंडिया हिन्दू इकोनॉमिक फोरम के जनरल सेक्रेटरी और भारत न्यूज 1 चैनल के सीईओ, वरिष्ठ पत्रकार शिव प्रसाद ने शहर में पहुंचकर व्यापारियों की समस्याओं पर ध्यान केंद्रित किया। यह कार्यक्रम वैश्य अग्रवाल राजवंश सभा के सहयोग से और व्यापार मंडल द्वारा आयोजित किया गया था। कार्यक्रम का आयोजन लक्ष्मण विहार स्थित राजवंशी धर्मशाला में हुआ, जहां व्यापारी, अधिवक्ता और समाज के अन्य महत्वपूर्ण सदस्य एकजुट हुए।
व्यापारियों का गर्मजोशी से स्वागत
कार्यक्रम की शुरुआत शलभ गुप्ता, जिलाध्यक्ष, और राजेंद्र प्रसाद गर्ग द्वारा शिव प्रसाद का स्वागत करने से हुई। उन्हें माला, पटका और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस स्वागत समारोह में नगर अध्यक्ष मनोज गुप्ता, जिला महामंत्री जनार्दन विश्वकर्मा, पंकज राजवंशी, विपिन गुप्ता, राजेश भाटिया, कुलदीप गुप्ता पेट्रोल पंप वाले, रोबिन संगल, अजय अरोरा, विनीत धीमान, वैभव त्यागी, हिमांशु गोयल, सुशील गोयल, शिवा सिंघल, सार्थक वशिष्ठ, ललित सेठी, गोपाल दास गर्ग, पंकज जैन, देवेंद्र शर्मा, अरुण राजवंशी, राहुल मित्तल, अमित सुधा, सुबोध एरण, देशपाल चौधरी, सत्यप्रकाश गोयल, अमित गुप्ता एडवोकेट, विजय बाटा, सुशील राजवंशी, डॉक्टर नीरज करनवाल जैसे कई प्रमुख लोग मौजूद थे।
यह स्वागत व्यापारियों के लिए एक नए मोर्चे की शुरुआत जैसा था, जो भविष्य में उनके व्यवसायों के उत्थान के लिए एक संगठित प्रयास के रूप में सामने आएगा। व्यापारियों ने इस अवसर पर अपनी समस्याओं से आल इंडिया हिन्दू इकोनॉमिक फोरम के जनरल सेक्रेटरी शिव प्रसाद को अवगत कराया।
शिव प्रसाद ने व्यापारियों की समस्याओं को किया उजागर
शिव प्रसाद ने सभा को संबोधित करते हुए व्यापारियों के संघर्षों को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि “आज हमारे व्यापार पर एक विशेष समुदाय का कब्जा हो गया है, और इस स्थिति से हिंदू समाज पिछड़ रहा है। इसके दो प्रमुख कारण हैं – एक तो सरकार की गलत नीतियाँ और दूसरा, हम लोग अपने व्यापार के लिए विशेष समुदाय पर निर्भर हो गए हैं।”
शिव प्रसाद ने यह भी कहा कि समाज में बदलाव लाने की आवश्यकता है और इसके लिए हमें स्वामी विज्ञानंद महाराज के सिद्धांतो को अपनाना होगा। उनका मानना था कि आने वाले 10 वर्षों में हिंदू समाज को अपना खोया हुआ व्यापार और सम्मान वापस प्राप्त करना होगा। उन्होंने व्यापारियों से यह आह्वान किया कि वे अपने व्यापार को लेकर एकजुट हों और किसी पर निर्भर रहने के बजाय स्वावलंबी बनें।
आने वाली योजनाएं और सम्मेलन
शिव प्रसाद ने इस दौरान आल इंडिया हिन्दू इकोनॉमिक फोरम के आगामी योजनाओं पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही देश में हिंदू बैंक की स्थापना की जाएगी, जो भारतीयों के आर्थिक उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। साथ ही, उन्होंने यह भी बताया कि इस बैंक के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ा जाएगा, ताकि देश के आर्थिक विकास में योगदान दिया जा सके।
इसके अलावा, आल इंडिया हिन्दू इकोनॉमिक फोरम द्वारा 13 से 15 दिसंबर तक बॉम्बे में एक वर्ल्ड इकोनॉमिक कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जाएगा, जिसमें 16 देशों से डेलिगेट्स आएंगे और व्यापार को बढ़ावा देने के लिए रास्ते खोले जाएंगे। यह सम्मेलन भारत के लिए एक बड़ा अवसर होगा, जिसमें विदेशी प्रतिनिधि व्यापार के नए अवसरों पर चर्चा करेंगे और भारतीय व्यापारियों को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपने कदम जमाने के लिए मार्गदर्शन देंगे।
व्यापारियों के भविष्य के लिए एक उम्मीद
इस कार्यक्रम ने न केवल व्यापारियों के मनोबल को बढ़ाया, बल्कि यह भी स्पष्ट किया कि हिंदू व्यापारी समाज के लिए एक संगठित आर्थिक आंदोलन की जरूरत है। व्यापारियों ने एकजुट होकर अपनी समस्याओं को उठाने का संकल्प लिया है और यह बैठक उनके भविष्य के संघर्षों की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएगी।
दूसरी तरफ, इस कार्यक्रम में व्यापारियों के साथ-साथ कई डॉक्टरों, अधिवक्ताओं और समाज के अन्य वर्गों ने भी भाग लिया और शिव प्रसाद के विचारों का समर्थन किया।
समाज और व्यापारियों के लिए एक संदेश
शिव प्रसाद ने यह भी बताया कि हिंदू समाज को एकजुट होने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जब तक हम अपने व्यापार को खुद नियंत्रित नहीं करेंगे, तब तक हमें बाहरी दबावों का सामना करना पड़ेगा। इस कार्यक्रम ने समाज में एक नई चेतना जगाई है, जिसमें व्यापारियों के एकजुट होने और एक-दूसरे के साथ मिलकर अपने व्यवसायों को सशक्त बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया है।
यह कार्यक्रम मुजफ्फरनगर के व्यापारियों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण था, जहां उन्हें अपनी आवाज उठाने का मौका मिला और अपने व्यवसाय के मुद्दों को मुख्यधारा में लाने का एक मंच मिला। अब यह देखना होगा कि इस मंच से उठाई गई समस्याओं का समाधान किस रूप में निकलता है, लेकिन इतना तय है कि हिंदू व्यापारी समाज अपनी समस्याओं के प्रति जागरूक हो चुका है और इस दिशा में उठाए गए कदम भविष्य में व्यापारियों के लिए अच्छे परिणाम ला सकते हैं।