GRAIN FIESTA 2024: Muzaffarnagar के Grain Chamber Public School में आयोजित भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम ने किया सभी को मंत्रमुग्ध
Muzaffarnagar: ग्रेन चैम्बर पब्लिक स्कूल में आयोजित ‘ग्रेन फिएस्टा 2024’ (GRAIN FIESTA 2024)एक भव्य और प्रेरणादायक सांस्कृतिक कार्यक्रम के रूप में संपन्न हुआ, जिसने न केवल छात्रों बल्कि उपस्थित अभिभावकों और अतिथियों के दिलों में भी एक अनूठा छाप छोड़ा। विद्यालय के विशाल प्रांगण में आयोजित इस कार्यक्रम में शहर के प्रमुख व्यक्ति, प्रसिद्ध शख्सियतें और गणमान्य अतिथि एकत्रित हुए। विद्यालय ने हर साल की तरह इस बार भी अपने वार्षिक कार्यक्रम को एक नई दिशा और उद्देश्य के साथ प्रस्तुत किया, जिससे न केवल छात्रों में उत्साह का संचार हुआ बल्कि भारतीय संस्कृति, शिक्षा और सामाजिक कर्तव्यों के प्रति एक गहरी समझ भी विकसित हुई।
शुरुआत: परंपरा और आधुनिकता का संगम
GRAIN FIESTA 2024 कार्यक्रम की शुरुआत बेहद भव्य तरीके से हुई, जब विशिष्ट अतिथियों ने दीप प्रज्वलन कर इसका शुभारंभ किया। इस अवसर पर Grain Chamber Public School के छात्रों ने स्कूल बैंड की मधुर धुन से अतिथियों का स्वागत किया, जिससे समूचे परिसर में एक उत्साह और ऊर्जा का माहौल बन गया। दीप प्रज्वलन से पहले वैदिक मंत्रों के उच्चारण से वातावरण में सकारात्मकता और शांति का संचार हुआ, जो इस पावन अवसर को और भी विशेष बना रहा था।
विशिष्ट अतिथि और स्वागत
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्रीमती मीनाक्षी स्वरूप, चेयरमैन, सिटी बोर्ड मुजफ्फरनगर और श्री अंकुर दुआ ने शिरकत की। दोनों अतिथियों का विद्यालय प्रांगण में पहुंचने पर गहरी आत्मीयता और आदर के साथ स्वागत किया गया। उन्हें विद्यालय के अध्यक्ष मिलिन्द अग्रवाल, उपाध्यक्ष महेश कुमार, प्रबंधक विनोद संगल, सह-प्रबंधक डॉ. अशोक कुमार, कोषाध्यक्ष नवीन कुमार और विद्यालय के अन्य प्रमुख सदस्यों द्वारा सम्मानित किया गया।
स्वामी विवेकानंद के आदर्शों का संदेश
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण स्वामी विवेकानंद की जीवन यात्रा और उनके योगदान से जुड़ा हुआ था। इस बार की कार्यक्रम की थीम ‘अवेकनिंग डार्कनेस टू लाइट’ थी, जिसमें स्वामी विवेकानंद के जीवन के विभिन्न पहलुओं को उजागर किया गया। छात्रों ने उनके जीवन की कठिन यात्रा, उनके विचारों और उनके भारत भ्रमण को मंच पर जीवंत रूप में प्रस्तुत किया। इसके जरिए न केवल स्वामी विवेकानंद के दर्शन और उनके अद्वितीय दृष्टिकोण को प्रस्तुत किया गया, बल्कि छात्रों ने यह संदेश भी दिया कि भारत की स्वर्णिम सभ्यता और संस्कृति के साथ हमे जुड़ा रहना चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान स्वामी विवेकानंद के प्रसिद्ध उद्धरण “उठो, जागो और लक्ष्य प्राप्ति से पहले मत रुको” पर आधारित नृत्य नाटिकाओं का प्रदर्शन किया गया। इन नाटिकाओं ने दर्शाया कि किस प्रकार मानव जीवन के विकारों—काम, क्रोध, मद, लोभ, अहंकार—को पार कर हम अपने जीवन में सफलता और खुशहाली पा सकते हैं।
शिक्षा और चरित्र निर्माण पर जोर
कार्यक्रम के एक महत्वपूर्ण हिस्से में विद्यालय के प्रधानाचार्य आजाद वीर ने विद्यालय की वार्षिक समीक्षा प्रस्तुत की। इसमें उन्होंने पिछले शिक्षा सत्र 2023-24 में विद्यालय की शैक्षिक उपलब्धियों और छात्रों की मेहनत को सराहा। उन्होंने कहा, “आज के बच्चों के भीतर अपार क्षमता है, उन्हें केवल दिशा देने की आवश्यकता है, ताकि वे अपने सपनों को साकार कर सकें।”
प्ले, नर्सरी से लेकर कक्षा 12 तक के मेधावी छात्रों को भी इस अवसर पर सम्मानित किया गया। विशिष्ट अतिथियों द्वारा उन्हें स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया, जिससे छात्रों में एक नई ऊर्जा और आत्मविश्वास का संचार हुआ।
प्रेरणादायक शब्द और आभार
कार्यक्रम के दौरान विशिष्ट अतिथियों ने अपनी बातों में कहा कि भारतीय संस्कृति और स्वामी विवेकानंद के विचारों से हम अपनी जीवन दिशा और उद्देश्य को सही तरीके से निर्धारित कर सकते हैं। उन्होंने युवाओं को प्रेरित किया कि वे अपने जीवन में सत्य, संयम, और दृढ निश्चय के साथ आगे बढ़ें। उनका यह संदेश था कि हर व्यक्ति अपने छोटे से प्रयास से बड़े बदलाव ला सकता है और समाज में एक सकारात्मक प्रभाव बना सकता है।
विद्यालय के प्रबंधक विनोद संगल ने कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान देने वाले सभी अभिभावकों, मीडिया कर्मियों और स्टाफ का धन्यवाद व्यक्त किया। उनका कहना था कि इस प्रकार के कार्यक्रम बच्चों के सर्वांगीण विकास में सहायक होते हैं, जो केवल शिक्षा तक सीमित नहीं रहते, बल्कि छात्रों के व्यक्तित्व और समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी को भी सशक्त बनाते हैं।
कार्यक्रम का समापन और भविष्य के उद्देश्य
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गीत वन्दे मातरम् और राष्ट्रगान के साथ हुआ। इस सांस्कृतिक संध्या का समापन ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के संदेश के साथ हुआ, जो पूरी दुनिया को एक परिवार मानने की भारतीय दृष्टि को उजागर करता है।
अंत में, विद्यालय के निदेशक डॉ. एम. के. गुप्ता ने सभी अतिथियों और उपस्थित जनों का धन्यवाद करते हुए कार्यक्रम का समापन किया। उन्होंने यह भी बताया कि भविष्य में विद्यालय इस प्रकार के कार्यक्रमों के आयोजन को और बढ़ावा देगा ताकि छात्रों को और भी बेहतर तरीके से समाज और संस्कृति से जोड़ा जा सके।
ग्रेन फिएस्टा 2024 ने यह सिद्ध कर दिया कि शिक्षा का उद्देश्य केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं होना चाहिए। विद्यालय ने इस सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से यह संदेश दिया कि हम तभी सच्चे भारतीय बन सकते हैं जब हम अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जुड़े रहें और स्वामी विवेकानंद के विचारों को अपने जीवन में उतारें।