Qatar के अमीर का भारत दौरा: द्विपक्षीय संबंधों में नई ऊर्जा
नई दिल्ली, 18 फरवरी 2025 – Qatar के अमीर, शेख तमीम बिन हमद अल थानी, अपने उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर भारत पहुंचे हैं। इस महत्वपूर्ण अवसर पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया, जो दोनों देशों के बीच मजबूत होते संबंधों का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री मोदी और अमीर अल थानी की मुलाकात:
हवाई अड्डे पर स्वागत के बाद, प्रधानमंत्री मोदी और अमीर अल थानी ने हैदराबाद हाउस में एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस दौरान, दोनों नेताओं ने व्यापार, निवेश, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी, और सांस्कृतिक आदान-प्रदान सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को और गहरा करने पर चर्चा की। विशेष रूप से, ऊर्जा क्षेत्र में साझेदारी को मजबूत करने के लिए नए समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए, जिससे भारत की ऊर्जा सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान की उम्मीद है।
राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात:
अपने दौरे के दूसरे दिन, अमीर अल थानी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से राष्ट्रपति भवन में शिष्टाचार मुलाकात की। इस अवसर पर, दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और शैक्षिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के उपायों पर चर्चा की गई। राष्ट्रपति मुर्मू ने कतर के साथ संबंधों को और सुदृढ़ करने की भारत की प्रतिबद्धता को दोहराया।
व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल की सक्रियता:
Qatar अमीर अल थानी के साथ आए व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल ने भारतीय उद्योगपतियों और व्यापारिक संगठनों के साथ बैठकें कीं। इन बैठकों में, दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को और विस्तारित करने के अवसरों पर विचार-विमर्श किया गया। विशेष रूप से, कतर ने भारतीय कंपनियों को अपने इंफ्रास्ट्रक्चर और विश्व कप 2026 से संबंधित परियोजनाओं में निवेश के लिए आमंत्रित किया।
भारत-कतर संबंधों का ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य:
भारत और कतर के बीच संबंध सदियों पुराने हैं, जो व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर आधारित हैं। हाल के वर्षों में, दोनों देशों ने अपने संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। 2015 में अमीर अल थानी की पहली भारत यात्रा के बाद से, द्विपक्षीय व्यापार में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, और दोनों देशों ने विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत किया है।
ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग:
कतर, विश्व का प्रमुख प्राकृतिक गैस उत्पादक देश है, और भारत की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वर्तमान यात्रा के दौरान, दोनों देशों ने दीर्घकालिक गैस आपूर्ति समझौतों पर चर्चा की, जिससे भारत की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूती मिलेगी। साथ ही, नवीकरणीय ऊर्जा और स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं में सहयोग के नए रास्ते खोले गए हैं।
शैक्षिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान:
भारत और कतर ने शिक्षा और संस्कृति के क्षेत्र में भी अपने संबंधों को सुदृढ़ किया है। कतर में बड़ी संख्या में भारतीय समुदाय निवास करता है, जो दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक सेतु का काम करता है। इस यात्रा के दौरान, शैक्षिक संस्थानों के बीच सहयोग बढ़ाने और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आदान-प्रदान पर विशेष जोर दिया गया।
भविष्य की दिशा:
अमीर अल थानी की यह यात्रा भारत-कतर संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो रही है। दोनों देशों ने अपने संबंधों को और गहरा करने के लिए ठोस कदम उठाए हैं, जो क्षेत्रीय स्थिरता और विकास में महत्वपूर्ण योगदान देंगे। आने वाले वर्षों में, व्यापार, ऊर्जा, शिक्षा, और संस्कृति के क्षेत्रों में सहयोग के नए आयाम खुलने की उम्मीद है।
कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी की भारत यात्रा ने द्विपक्षीय संबंधों में नई ऊर्जा का संचार किया है। दोनों देशों ने विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं, जो आने वाले समय में क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर सकारात्मक प्रभाव डालेंगे।