चुनावी हलचल: Muzaffarnagar SSP अभिषेक सिंह का एक्शन मोड, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
मीरापुर, Muzaffarnagar। मीरापुर विधानसभा उपचुनाव के दौरान सुरक्षा और शांति व्यवस्था को लेकर जिले में कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) अभिषेक सिंह खुद मोर्चा संभाले हुए हैं और लगातार मतदान केंद्रों का निरीक्षण कर रहे हैं। पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र बलों के जवान पूरी मुस्तैदी के साथ तैनात हैं। SSP अभिषेक सिंह ने हर स्तर पर चुनावी सुरक्षा को पुख्ता करने के निर्देश दिए हैं ताकि मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से पूरी हो सके।
चुनाव सुरक्षा पर सख्ती
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने कहा, “मतदान केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेना हमारी प्राथमिकता है। किसी भी प्रकार की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी पुलिसकर्मियों को सतर्क रहकर ड्यूटी करने के निर्देश दिए गए हैं। केंद्रों पर बिना वैध पहचान पत्र के किसी को प्रवेश नहीं मिलेगा। मतदान केंद्र के भीतर मोबाइल फोन प्रतिबंधित रहेगा।”
SSP ने साफ तौर पर कहा कि मतदान केंद्रों के पास भीड़ इकट्ठा नहीं होनी चाहिए। अगर कोई व्यक्ति चुनावी प्रक्रिया में खलल डालने की कोशिश करता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
विशेष निर्देश और बुजुर्गों की मदद
चुनावी प्रक्रिया के दौरान SSP ने विशेष निर्देश दिए कि बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं की हरसंभव मदद की जाए। इसके साथ ही, पीठासीन अधिकारियों से सहयोग बनाए रखने पर जोर दिया गया। SSP ने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी विवाद की स्थिति में पुलिस और प्रशासन तत्परता से कार्रवाई करेगा।
विधानसभा उपचुनाव: सुरक्षा के सख्त प्रोटोकॉल
जिले में हो रहे इस विधानसभा उपचुनाव को शांतिपूर्ण संपन्न कराना प्रशासन के लिए प्राथमिकता है। चुनाव आयोग की गाइडलाइंस के तहत SSP ने पुलिसकर्मियों को सख्त हिदायत दी है कि यदि कोई प्रत्याशी या मतदाता नियमों का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ तुरंत कठोरतम कार्रवाई की जाए।
मुख्य प्रोटोकॉल में शामिल हैं:
- मतदान केंद्र में प्रवेश के लिए वैध आईडी अनिवार्य।
- केंद्र के भीतर मोबाइल फोन ले जाने पर पाबंदी।
- अनावश्यक भीड़ को तुरंत हटाने का निर्देश।
- उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई।
चुनावी माहौल शांतिपूर्ण बनाए रखने की अपील
SSP अभिषेक सिंह ने मतदाताओं से भी अपील की कि वे कानून और व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें। उन्होंने कहा, “वोट डालने के बाद घर जाएं और मतदान केंद्रों के पास अनावश्यक रूप से खड़े न रहें। कानून-व्यवस्था को लेकर प्रशासन आपके सहयोग की अपेक्षा करता है।”
सुरक्षा बलों की तैनाती और तैयारियां
मीरापुर उपचुनाव को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल और केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।
- 1000 से अधिक पुलिसकर्मी: मतदान केंद्रों पर तैनात।
- 50 से अधिक मोबाइल टीमें: गश्त पर।
- CCTV कैमरों की निगरानी: संवेदनशील इलाकों में।
- रिजर्व फोर्स: किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार।
चुनावों में कानून का कड़ाई से पालन
चुनाव आयोग की दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। SSP ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि सभी राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों पर कड़ी नजर रखी जाए।
पिछले चुनावों से सबक
मुजफ्फरनगर जिला पहले भी चुनावों के दौरान कानून-व्यवस्था की चुनौतियों का सामना कर चुका है। ऐसे में SSP ने सुनिश्चित किया है कि इस बार कोई चूक न हो। संवेदनशील और अति-संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा को लेकर विशेष तैयारी की गई है।
मतदाताओं के लिए खास संदेश
इस विधानसभा उपचुनाव में मतदाताओं को प्रशासन का पूरा सहयोग मिलेगा। बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। SSP ने कहा, “हर एक वोट कीमती है। कानून-व्यवस्था को बनाए रखते हुए अपने मताधिकार का प्रयोग करें।”
मीरापुर विधानसभा उपचुनाव को देखते हुए प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ काम कर रहा है। SSP अभिषेक सिंह की सक्रियता और सख्त प्रोटोकॉल यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि यह चुनाव शांतिपूर्ण और निष्पक्ष हो। मतदाताओं से भी उम्मीद की जा रही है कि वे सहयोग करेंगे और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सफल बनाएंगे।