Muzaffarnagar में साइबर क्राइम की साजिश: ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर लाखों की ठगी, शातिर अभियुक्त गिरफ्तार
Muzaffarnagar। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में साइबर क्राइम के एक बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है, जिसमें ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर लाखों रुपये की ठगी की जा रही थी। हाल ही में थाना साइबर क्राइम पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी, एक शातिर अपराधी प्रशान्त मिश्रा को गिरफ्तार किया है, जो ऑनलाइन धोखाधड़ी के जरिए लोगों से भारी रकम ऐंठने का काम कर रहा था।
इस गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने खुलासा किया कि यह ठगी का सिलसिला टेलीग्राम एप्प के माध्यम से चल रहा था, जहां लोगों को अधिक धन कमाने का लालच देकर धोखा दिया जा रहा था। इस मामले में पुलिस ने न सिर्फ आरोपी को पकड़ा, बल्कि उनसे एक मोबाइल फोन भी बरामद किया है, जिसका इस्तेमाल धोखाधड़ी के लिए किया जाता था।
आरोपी का तरीका
प्रशान्त मिश्रा ने एक शातिर तरीके से लोगों को ट्रेडिंग के नाम पर आकर्षित किया। वह टेलीग्राम एप्प पर एक खाता बनाकर, लोगों से अपनी राशि को एकाउंट में जमा करने के लिए कहता और बदले में उन्हें 30 प्रतिशत लाभ देने का वादा करता था। इस प्रक्रिया को “नफेक्स ट्रेडिंग” के नाम से प्रचारित किया जाता था, जहां निवेशक अपनी राशि को ‘नफेक्स’ में बदलने के बदले उसे वापस पा सकते थे।
इस योजना के जरिए वह लोगों के खातों से उनके पैसों को अपनी ओर ट्रांसफर करवा लेता और उसके बाद कमीशन के रूप में भारी रकम हासिल करता। लेकिन, जब लोगों ने अपना पैसा वापस लेने की कोशिश की, तो उन्हें यह समझ में आया कि वह पूरी योजना एक धोखाधड़ी थी, जिससे उनका पैसा उड़ चुका था।
ठगी का शिकार हुआ परिवार
एक पीड़ित ने थाना साइबर क्राइम में तहरीर देकर बताया कि उसे इस योजना में शामिल किया गया था और उसने लगभग 15 लाख रुपये निवेश किए थे, लेकिन जब वह अपना पैसा वापस मांगने गया, तो उसे धोखाधड़ी का एहसास हुआ। इस मामले में अब तक एक लाख से अधिक रुपये के नुकसान की रिपोर्ट की जा चुकी है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामला दर्ज किया और जांच शुरू की, जिसके बाद इस साजिश का पर्दाफाश हुआ।
पुलिस का कार्रवाई में तेज़ी
साइबर क्राइम पुलिस टीम के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में इस धोखाधड़ी के मामले की जांच की गई। पुलिस अधीक्षक (अपराध) प्रशान्त कुमार प्रसाद ने इस साजिश का पर्दाफाश करने के लिए विशेष टीम बनाई, जिसकी अगुवाई क्षेत्राधिकारी अपराध और थाना साइबर क्राइम के प्रभारी निरीक्षक सुल्तान सिंह ने की।
मुजफ्फरनगर जिले में साइबर अपराधों की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने एक विशेष अभियान चलाया है, जिसमें साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जा रही है। प्रशान्त मिश्रा की गिरफ्तारी इस अभियान की एक महत्वपूर्ण सफलता मानी जा रही है, जिसके बाद पुलिस ने और भी संदिग्ध मामलों की जांच शुरू कर दी है।
आरोपी का रिकॉर्ड और पुलिस की भूमिका
प्रशान्त मिश्रा, जो कि बस्ती जिले के महराजगंज थाना क्षेत्र का निवासी है, पहले भी कई साइबर अपराधों में संलिप्त रहा है। पुलिस ने बताया कि वह अन्य लोगों के खातों से पैसे निकालने के लिए उन्हें अपने जाल में फंसाता था और फिर उनसे कमीशन वसूल करता था। पुलिस के अनुसार, वह पहले भी इसी तरह के अपराधों में शामिल हो चुका है और अब तक इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं।
पुलिस ने उसके कब्जे से एक मोबाइल फोन बरामद किया है, जिसे वह ठगी के लिए इस्तेमाल करता था। इसके अलावा, पुलिस ने आरोपियों की अन्य पहचान को लेकर भी जांच शुरू कर दी है, ताकि और भी अपराधियों तक पहुंचा जा सके।
साइबर सुरक्षा को लेकर उठाए गए कदम
साइबर क्राइम के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने आम जनता को जागरूक करने के लिए कई कदम उठाए हैं। पुलिस का कहना है कि इस तरह के धोखाधड़ी के मामलों से बचने के लिए लोगों को सतर्क रहना चाहिए।
साइबर क्राइम के मामलों से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सावधानियां:
- ऑनलाइन निवेश से पहले जांचें: किसी भी ऑनलाइन ट्रेडिंग योजना में निवेश करने से पहले उसकी पूरी जानकारी प्राप्त करें। अगर किसी व्यक्ति या संस्था द्वारा कोई बड़ा लाभ का वादा किया जाए तो सतर्क रहें।
- गोपनीयता बनाए रखें: किसी भी अनजान व्यक्ति को अपना बैंक खाता विवरण न दें और किसी भी अनजान ऐप पर पैसे ट्रांसफर करने से बचें।
- साइबर सुरक्षा पर ध्यान दें: अपने मोबाइल फोन और कंप्यूटर में अच्छे एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल करें, ताकि आपकी ऑनलाइन सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
- सतर्क रहें: किसी भी प्रकार के निवेश के लिए धैर्य रखें और जल्दी से किसी लुभावनी योजना में शामिल न हों।
साइबर क्राइम का बढ़ता हुआ खतरा एक गंभीर चिंता का विषय बन चुका है, खासकर ऐसे समय में जब डिजिटल प्लेटफॉर्म पर धोखाधड़ी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। पुलिस प्रशासन ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई करते हुए अपराधी को गिरफ्तार किया है, लेकिन यह घटना हमें यह याद दिलाती है कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर होने वाली धोखाधड़ी से बचने के लिए हमें खुद को अधिक जागरूक और सतर्क रखना होगा। पुलिस ने इस अपराधी को पकड़ने में सफलता प्राप्त की है, लेकिन साइबर अपराधियों का नेटवर्क बहुत बड़ा है, जिसके खिलाफ और भी कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता है।
साइबर क्राइम के बढ़ते मामलों के मद्देनजर, यह समय है कि हम सभी मिलकर इस समस्या का समाधान खोजें और ऐसे अपराधियों के खिलाफ मजबूत कदम उठाए।