कथित रिश्वत और लेनदेन का मामला: शामली की डीएम पर गंभीर आरोप, अमिताभ और नूतन ठाकुर ने भेजी मुख्यमंत्री को शिकायत
लखनऊ। पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर और उनकी एक्टिविस्ट पत्नी डा. नूतन ठाकुर ने जनपद शामली की जिलाधिकारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री और डीओपीटी भारत सरकार से जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है। जनपद में पिछले कुछ दिनों से चर्चाओं में चल रहा कथित रिश्वत और लेनदेन का मामला अब प्रदेश की राजधानी लखनऊ के गलियारों में आम हो रहा है।
प्रदेश के पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर और एक्टिविस्ट डा.नूतन ठाकुर निवासी 5/426, विराम खंड, गोमतीनगर, लखनऊ ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर कहा कि उनकी जानकारी के अनुसार शामली की जिलाधिकारी जसजीत कौर ने बीते वर्ष 14 मई 2020 को एक कीमती मोबाइल फोन सेमसंग ग्लैक्सी एस20 अल्ट्रा जो करीब एक लाख 6 हजार रुपये कीमत का है, खरीदवाया और इसका इस्तेमाल उनके पति कर रहे हैं।
उनके अनुसार कौर के पति ने 14 मई 2020 को गैलेक्सी S20 अल्ट्रा 128GB IMEI 354896110903476, कीमत 1,06,000/- रुपए है खरीदा। रु० 56,000 का भुगतान एक निजी व्यक्ति दीपक द्वारा अपने करेंट अकाउंट से दिया गया गया, जबकि रु० 48000 का पेमेंट सरकारी ट्रेजरी द्वारा किया गया. @ShishirGoUP
— News & Features Network (@mzn_news) July 5, 2021
पत्र में उन्होंने कहा कि इस मोबाइल फोन का 56 हजार रुपये का भुगतान दीपक बंसल निवासी ब्राह्मणान शामली ने अपने करेंट अकाउंट से किया, जबकि बाकी 48 हजार रुपये भुगतान दिनांक 30 मई 2020 को शामली ट्रेजरी से किया गया है। अमिताभ और नूतन ने कहा कि यदि यह आरोप सही हैं तो अत्यंत गंभीर हैं। साथ ही उन्होंने कहा, एक ही फोन के लिए निजी व्यक्ति तथा सरकार द्वारा आंशिक भुगतान भी पूरी तरह अनुचित और आपत्तिजनक माना जाएगा।
उन्होंने पत्र के साथ शामली ट्रेजरी की रसीद भी संलग्न की है। अमिताभ और नूतन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उक्त तथ्यों की उच्चस्तरीय जांच कराते हुए आरोप साबित होने पर नियमानुसार कार्रवाई की मांग की है।
बता दे कि शामली के दीपक बंसल उर्फ पोचू की लखनऊ के एक यू ट्यूब चैनल पर हुई बातचीत की वीडियो पिछले दो-तीन दिनों से आम व्यवसायी, ठेली, पटरी, कामगार, भाजपा कार्यकर्ताओं से लेकर जनपद के राजनीतिक मंचों पर खासी चर्चा का विषय बनी हुई है। रविवार को भाजपा से संबंधित एक व्हाट्स ऐप ग्रुप पर कई कार्यकर्ताओं ने कुछ दस्तावेज और फोटोग्राफ पोस्ट किए हैं।
इनमें किसी अधिकारी की ऑडियो रिकार्डिंग भी शामिल हैं, जो किसी को आकर कांट्रेक्ट लेने के लिए कहती हुई बतायी जाती हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं ने इन दस्तावेजों और ऑडियो क्लिप को गंभीर मामला बताते हुए प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की छवि को घूमिल कर रहे अफसरों के खिलाफ कड़ी कारवाई की मांग भी की है। इस समबन्ध में शामली डीएम से उनका पक्ष भी जानने का प्रयास किया गया लेकिन सम्पर्क नहीं हो पाया।