Sitapur News: सगे भतीजे ने गोली मारकर कर दी हत्या, चाचा मांग रहा था अपने रुपये
Sitapur News: सदरपुर थाना इलाके के अहेवा गांव के रहने वाले मनमा उर्फ सुरेश मिश्रा की उनके सगे भतीजे प्रेम कुमार ने गोली मार कर हत्या कर दी। बताया जाता है कि करीब 1 वर्ष पहले प्रेम कुमार गांव के ही केवल कुमार पर हुए जानलेवा हमले में जेल गया था।
जेल से छूटने के लिए जमानत करवाने व अन्य खर्चे के लिए मनमा ने प्रेम के परिवार को करीब डेढ़ लाख रुपए दिए थे। जेल से छूटने के बाद चाचा मनमा अपने रुपयों की मांग कर रहा था। इसी बात को लेकर गुस्साए भतीजे प्रेम कुमार ने अपने चाचा की गोली मारकर हत्या कर दी और मौके से भाग निकला।
करीब एक माह पूर्व ग्रामीणों के मुताबिक प्रेम ने अपने हिस्से की जमीन बेच दी थी और मनमा का पैसा भी नहीं लौटाया था। मनमा तबसे लगातार पैसे वापस लौटाने का प्रेम पर दबाव बना रहा था। आरोप है कि शुक्रवार को दिन-दहाड़े प्रेम कुमार ने मनमा को गांव से पूरब स्थित उसी के खेत के बगल चकमार्ग पर कनपटी से सटाकर गोली मार दी जिसकी उसकी मौके पर मौत हो गई।
घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। दिन-दहाड़े हुए कत्ल की सूचना मिलते ही पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया और बड़ी संख्या में आसपास के गांवों के ग्रामीण जा पहुंचे।
सूचना मिलते ही सीओ रविशंकर प्रसाद (CO Ravi Shankar Prasad), थानाध्यक्ष सदरपुर अमित भदौरिया (Police Station Sadarpur Amit Bhadauria), कोतवाल महमूदाबाद मुकुल वर्मा (Kotwal Mahmudabad Mukul Verma), रामपुरकलां पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंचे और घटना की पड़ताल शुरू की। एडीशनल एसपी नार्थ राजीव दीक्षित (Additional SP North Rajiv Dixit) ने मौके पर पहुंचकर पड़ताल की और अधीनस्थों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया है।
आरोपी प्रेम कुमार द्वारा कई वर्ष पूर्व एक प्राइवेट डाक्टर नरेश यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। प्राइवेट डाक्टर नरेश पोहारीपुरवा का निवासी था और शमसाबाद स्थित स्टोर के पास बैठकर लोगों का इलाज करता था। वहां से जाते वक्त शमसाबाद-पोहारीपुरवा मार्ग पर प्रेम कुमार ने डाक्टर नरेश को गोली मार दी थी जिसमें उसकी मौत हो गई थी।
मामले में प्रेम कुमार नामजद आरोपी था और काफी दिनों बाद जेल से छूटा था। पिछले वर्ष अहेवा निवासी केवल कुमार ने प्रेमकुमार पर गले में चाकू मारकर जानलेवा हमले का केस दर्ज कराया था। जानलेवा हमले में प्रेमकुमार जेल चला गया था और काफी दिनों बाद मृतक चाचा की पैरवी के बाद जेल से छूटकर बाहर आया था।