Sonbhadra: पूरा कुनबा ही अपराधियों का, दिनदहाड़े हुई 50 हजार की लूट के मामले में गिरफ्तारी
Sonbhadra में मां-बेटा, भतीजा-दामाद सहित अन्य पारिवारिक एवं रिश्तेदारी के सदस्य शामिल बिहार का अपराधी कुनबा पकड़ा गया है। पांच दिन पूर्व जिला मुख्यालय स्थित रोडवेज रोड पर दिनदहाड़े हुई 50 हजार की लूट के मामले में सोमवार को जब जिले की पुलिस ने एक महिला, उसके बेटे और भांजे की गिरफ्तारी की तो पूरा का पूरा कुनबा ही अपराधियों का निकला। पूछताछ में लूट में शामिल दो और आरोपियों के नाम सामने आए हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।
गत 18 अगस्त को पंजाब नेशनल बैंक रोडवेज तिराहे के पास सिरपालपुर निवासी कमला प्रसाद से 50 हजार रुपए लूट लिए गए थे। वह रुपए को अपने बैंक खाते से निकालकर पोस्ट ऑफिस में जमा करने जा रहे थे। दिनदहाड़े वारदात के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था। एसपी अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने मौके का निरीक्षण करने के बाद राबर्ट्सगंज कोतवाली पुलिस, सुकृत चौकी पुलिस, एसओजी पुलिस, स्वाट टीम और सर्विलांस टीम को खुलासे के लिए लगाया था। पकड़े गए आरोपियों की गिरफ्तारी सोमवार की दोपहर बाद एसपी अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने राबर्ट्सगंज कोतवाली में सार्वजनिक की।
बताया कि सोमवार की भोर में पुलिस को सूचना मिली कि रोडवेज रोड पर हुई लूट और इससे पहले पांच अगस्त को अंबेडकरनगर में हुए नकबजनी से संबंधित आरोपी दंडइत बाबा मंदिर परिसर में मौजूद हैं। सूचना मिलते ही राबर्ट्सगंज कोतवाली पुलिस, सुकृत चौकी पुलिस, स्वाट टीम और सर्विलांस टीम ने घेराबंदी कर नजर रखनी शुरू कर दी। इसके बाद परिसर में जाकर देखा तो मंदिर के अंदर दो पुरुष और एक महिला बैठे दिखाई दिए। उनकी नजर जैसे ही पुलिस पर पड़ी तो घबरा गए। जैसे ही वहां से उठकर भागना चाहे, पुलिस ने पकड़ लिया।
मंदिर के बाहर खड़ी लूट में प्रयुक्त मोटरसाइकल भी बरामद कर ली गई। पूछने पर तीनों ने अपना नाम क्रमशः रीना देवी पत्नी गार्ड तिवारी, रोहन तिवारी पुत्र गार्ड तिवारी निवासी छिपीटोला चौहट्टा, थाना नगर हाजीपुर, जनपद वैशाली, बिहार और राहुल कुमार तिवारी पुत्र मनोज तिवारी निवासी दिग्घीकला, थाना नगर हाजीपुर, जनपद वैशाली, बिहार बताया। पूछताछ में आरोपियों ने लूट की घटना में राजा तिवारी पुत्र अरुण तिवारी निवासी कमालपुर सिंधिया, थाना बिठ्ठुपुर और रचित तिवारी पुत्र गार्ड तिवारी, निवासी छिपीटोला, चौहट्टा, थाना हाजीपुर, जनपद वैशाली, बिहार भी शामिल थे। रीना तिवारी इस पारिवारिक एवं रिश्तेदारी गिरोह द्वारा लूट, नकबजनी, छिनैती आदि का माल अपने पास ही रखती थी और उसका सभी मेंबरों के बीच बंटवारा भी करती थी।
आरोपियों के पास से लूट का 43 हजार नगद, घटना में प्रयुक्त बजाज पल्सर मोटरसाइकिल, नकबजनी का 25 हजार नगद, एक जोड़ी पायल, चार अदद सफेद धातु का बना मीना एवं बैंक पासबुक सहित कई दस्तावेज बरामद किए गए। सभी आरोपियों के खिलाफ धारा 392, 411, 120बी भादवि तथा धारा 457, 380, 411, 120बी आईपीसी के तहत कार्रवाई की गई है। आरोपी रोहन तिवारी और रचित तिवारी आरोपी रीना तिवारी के बेटे हैं। राहुल कुमार तिवारी भांजा है।
राजा तिवारी एक आरोपी का साला है। रीना तिवारी, रोहन तिवारी और राहुल तिवारी का पूछताछ के बाद सोमवार को चालान कर दिया गया। रचित तिवारी और राजा तिवारी की तलाश जारी है।