Sonbhadra News: शौचालय निर्माण में 26.47 लाख रुपये से अधिक का घोटाला, तीन सदस्यीय कमेटी गड़बड़ी की कर चुकी है पुष्टि
Sonbhadra News: सोढ़ा गांव में कई शौचालयों का निर्माण कागज पर ही करा दिए जाने का मामला सामने आया है। इसके बाद विभाग में हड़कंप मच गया है। मामले की जांच में प्रथम दृष्टया 26,47,873 रुपये का दुरुपयोग पाया गया है। एक ही व्यक्ति के नाम दो से तीन बार शौचालय निर्माण करने को लेकर धनराशि निकाले जाने की बात सामने आई है।
डीएम टीके शिबू ने की तरफ से पहले ही एफआईआर के निर्देश दिए जा चुके हैं।पिछले माह डीएम (DM TK Shibu) को दी शिकायत में सोढ़ा निवासी विनोद वर्मा ने बताया है कि गांव में 80 शौचालयों का निर्माण ही नहीं कराया गया और पूरी धनराशि निकाल ली गई। एक व्यक्ति के नाम पर दो से तीन बार पैसा निकाला गया।
प्रकरण में पूर्व में डीएम के निर्देश पर हुई जांच में एडीओ पंचायत ने महज 11 शौचालयों का निर्माण न होने की रिपोर्ट दी। इस पर डीएम ने सीडीओ को निर्देशित किया है कि प्रकरण में एफआईआर दर्ज कराएं। अगर विभागीय कार्रवाई नहीं हुई है तो संस्थित कर उसे 30 दिवस में पूर्ण करें। यदि विभागीय कार्रवाई हो गई हो तो अवगत कराएं।
#Sonbhadra सोढ़ा में 215 लाभार्थियों के नाम पर प्रति लाभार्थी ₹12000 की धनराशि व्यय हुई है। इसके हिसाब से व्यय की गई कुल धनराशि 25 लाख 80 हजार और इसके ब्याज मद की धनराशि 67,873 कुल 26,47,873 रुपए का प्रथमदृष्टया दुरुपयोग पाया गया है। pic.twitter.com/ObrtksleLn
— News & Features Network (@mzn_news) December 29, 2021
डीएम द्वारा दिए गए एफआईआर के निर्देश के बाद मामले की कराई गई जांच में सोढ़ा में तीन सदस्यीय कमेटी ने प्रथमदृष्टया 26,47,873 रुपये के दुरुपयोग की पुष्टि की है। डीपीआरओ विशाल सिंह ने सीडीओ को और सीडीओ ने डीएम को रिपोर्ट भेजी है। रिपोर्ट में बताया है कि अपर जिला पंचायत राज अधिकारी तथा स्वच्छ भारत मिशन के जिला समन्वयक अनिल केशरी और किरन सिंह के द्वारा मामले की जांच कराई गई।
जांच रिपोर्ट के अनुसार सोढ़ा में 215 लाभार्थियों के नाम पर प्रति लाभार्थी ₹12000 की धनराशि व्यय हुई है। इसके हिसाब से व्यय की गई कुल धनराशि 25 लाख 80 हजार और इसके ब्याज मद की धनराशि 67,873 कुल 26,47,873 रुपए का प्रथमदृष्टया दुरुपयोग पाया गया है।
प्रधान और सचिव को कारण बताओ नोटिस जारी कर एक सप्ताह के भीतर जवाब मांगने की जानकारी दी गई है। बता दें कि यह स्थिति सिर्फ एक गांव की है। इसी तरह जनपद के कई गांवों में जहां शौचालय घोटाले की शिकायतें सुनने को मिलती रहती है।