राज्य महिला आयोग की सदस्य संगीता जैन अग्रवाल का Muzaffarnagar में भव्य सम्मान समारोह, महिलाओं की सुरक्षा पर दिया संदेश
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar News)। राज्य महिला आयोग उत्तर प्रदेश की सदस्य संगीता जैन अग्रवाल के प्रथम बार मुजफ्फरनगर आगमन पर एक भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। यह समारोह जवाहर वेदिक शिक्षा समिति (पंजी) और इन्जीनियर्स क्लब के संयुक्त तत्वावधान में जे० वी० पब्लिक स्कूल, मुजफ्फरनगर में आयोजित किया गया। इस सम्मान समारोह में न केवल महिलाओं के अधिकारों और सुरक्षा के मुद्दों पर चर्चा की गई, बल्कि समाज में उनके योगदान को भी सराहा गया।
सम्मान समारोह का आयोजन
समारोह की अध्यक्षता नगरपालिका परिषद मुजफ्फरनगर की पूर्व अध्यक्ष अंजू अग्रवाल ने की। कार्यक्रम का संचालन इन्जीनियर्स क्लब के सचिव इं० बसन्त कुमार गोयल ने किया। इस मौके पर वैष्णव स्टील्स के निदेशक इं० अशोक अग्रवाल ने अतिथियों का स्वागत किया, जबकि इन्जीनियर्स क्लब के अध्यक्ष इं० सुभाष चन्द्रा और मुजफ्फरनगर खण्ड गंगा नहर के अधिशासी अभियंता ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
मुख्य अतिथि संगीता जैन अग्रवाल ने समारोह में उपस्थित सभी सम्मानित जनों को सम्बोधित करते हुए कहा, “उत्तर प्रदेश की सरकार, विशेष रूप से प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में राज्य महिला आयोग महिलाओं की सुरक्षा और उनके हितों के लिए पूरी तरह से समर्पित है। महिला उत्पीड़न के हर प्रकार के मामले पर हमारी नजर बनी रहती है, चाहे वह छोटा हो या बड़ा। हम महिलाओं के अधिकारों को सुरक्षित रखने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं।”
महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण पर जोर
संगीता जैन अग्रवाल ने महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों और उत्पीड़न को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की और कहा कि राज्य सरकार महिलाओं के हितों को प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने यह भी कहा कि महिला आयोग का प्रमुख उद्देश्य महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करना और उनके खिलाफ हो रहे अपराधों पर सख्त कार्यवाही करना है। उन्होंने महिलाओं के सशक्तिकरण की आवश्यकता पर भी जोर दिया और कहा कि केवल कानून और प्रशासन के स्तर पर बदलाव लाने से ही महिलाओं की स्थिति में वास्तविक सुधार हो सकता है। इसके लिए समाज के हर वर्ग को एक साथ मिलकर काम करना होगा।
संगीता जैन अग्रवाल ने कहा कि महिलाओं को केवल उनके अधिकारों का ज्ञान होना चाहिए, बल्कि उन्हें अपने अधिकारों के प्रति जागरूक भी होना चाहिए। इसके लिए महिला आयोग द्वारा विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इन कार्यक्रमों के माध्यम से महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में बताया जाता है और यह सुनिश्चित किया जाता है कि वे अपनी आवाज उठाने के लिए तैयार हों।
मुजफ्फरनगर में समाजसेवियों का योगदान
समारोह में कई प्रमुख समाजसेवियों और स्थानीय नागरिकों ने भी भाग लिया। इसमें सहायक अभियन्ता गंगा नहर इं० लोकेन्द्र कुमार, समाजसेवी नवनीत सिंघल, इं० प्रशान्त कुच्छल, सुनील त्यागी, अनिल कुमार, सचिन गर्ग सहित कई अन्य गणमान्य लोग शामिल हुए। इन सभी ने महिला आयोग के कार्यों की सराहना की और महिलाओं के प्रति समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए कृतसंकल्प होने की बात कही।
समारोह में महिलाओं की भूमिका को लेकर भी चर्चा की गई, जिसमें यह बताया गया कि समाज में महिलाओं का स्थान केवल परिवार और घर तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि उन्हें समाज के हर क्षेत्र में सक्रिय रूप से भाग लेना चाहिए। महिलाओं को शिक्षा, स्वावलंबन, और आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रोत्साहित करने के लिए कई पहल की जा रही हैं।
आयोजन में महिलाओं की भागीदारी
इस अवसर पर मुजफ्फरनगर की कई प्रमुख महिलाएं उपस्थित रहीं, जिनमें प्रिया गर्ग, पिंकी त्यागी, उषा रानी, दीपशिखा, सुरेखा तोमर, मनीषा शर्मा, ज्योति मलिक, दीपा मल्होत्रा, सरोज राठी, अशान्शी तोमर, प्रीति यादव, प्रकाशी, हेमलता, कृष्णा वर्मा, श्यामो देवी, दमयन्ती, सोहनवीरी धीमान सहित कई अन्य महिलाएं भी शामिल थीं। इन महिलाओं ने अपने अनुभवों को साझा किया और महिलाओं की सशक्तिकरण की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।
महिला आयोग के कार्यों की विस्तार से चर्चा
राज्य महिला आयोग उत्तर प्रदेश ने महिलाओं के अधिकारों और उनके खिलाफ हो रहे अपराधों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। आयोग ने महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में शिक्षा देने के लिए कई जागरूकता अभियान चलाए हैं। साथ ही, महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों को त्वरित और प्रभावी तरीके से हल करने के लिए पुलिस और प्रशासन के साथ मिलकर कार्य किया है।
महिला आयोग ने महिलाओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए कई पहल की हैं, जिनमें महिलाएं हेल्पलाइन नंबर, महिला सुरक्षा ऐप, और पुलिस द्वारा किए जा रहे विशेष प्रयास शामिल हैं। इसके अलावा, महिला आयोग ने महिलाओं के लिए विभिन्न सहायता योजनाओं की शुरुआत की है, जिससे उन्हें मानसिक, शारीरिक, और कानूनी सहायता मिल सके।
महिलाओं के अधिकारों के प्रति जागरूकता का महत्व
महिला आयोग की सदस्य संगीता जैन अग्रवाल ने इस अवसर पर यह भी कहा कि महिलाओं के अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए समाज के हर वर्ग को आगे आना होगा। उन्होंने कहा, “महिलाओं के खिलाफ अपराधों का समाधान केवल पुलिस और प्रशासन के स्तर पर नहीं हो सकता, बल्कि समाज के हर व्यक्ति को इसे अपनी जिम्मेदारी समझते हुए कदम उठाना होगा। जब समाज जागरूक होगा, तभी महिलाओं के प्रति अत्याचार और उत्पीड़न को रोका जा सकेगा।”
राज्य महिला आयोग की सदस्य संगीता जैन अग्रवाल का मुजफ्फरनगर आगमन और इस भव्य सम्मान समारोह का आयोजन न केवल महिलाओं के अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए महत्वपूर्ण था, बल्कि यह समाज में महिलाओं के प्रति सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। इस तरह के कार्यक्रम न केवल महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए प्रेरणास्त्रोत बनते हैं, बल्कि समाज में महिलाओं की स्थिति को बेहतर बनाने की दिशा में भी एक मजबूत पहल साबित होते हैं।