फुगाना/Muzaffarnagar: घने कोहरे के कारण स्कूली बस और गन्ने के ट्रैक्टर लोडर में भयंकर टक्कर, 8 छात्राएं घायल, 5 की हालत गंभीर
फुगाना। मुजफ्फरनगर।(Muzaffarnagar) सुबह के समय घने कोहरे ने मुजफ्फरनगर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना को जन्म दिया, जब एक स्कूल बस और गन्ने से लोडेड ट्रैक्टर लोडर के बीच भयंकर टक्कर हो गई। इस हादसे में 8 स्कूली छात्राएं घायल हो गईं, जिनमें से 5 की हालत गंभीर बताई जा रही है। यह घटना फुगाना थाना क्षेत्र के डूंगर गांव के पास हुई, जो कि इलाके के लिए एक बड़ा हादसा साबित हुआ। हादसे के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई और इसने स्कूल बसों की सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए।
हादसे का विवरण
घटना फुगाना थाना क्षेत्र के डूंगर गांव के पास उस समय घटी जब सुबह का वक्त था और घना कोहरा पूरे इलाके में पसरा हुआ था। रोज़ की तरह, शामली जनपद के भभीसा गांव से गायत्री देवी उच्च माध्यमिक कन्या विद्यालय की स्कूली बस, जिसमें कुल 12 छात्राएं सवार थीं, स्कूल जा रही थी। बस जैसे ही सड़क पर चल रही थी, घने कोहरे के कारण उसका चालक सड़क पर ठीक से नजर नहीं पा रहा था, और इसी दौरान बस सीधे एक गन्ने से लोडेड ट्रैक्टर लोडर से टकरा गई। ट्रैक्टर लोडर की टक्कर इतनी तेज थी कि बस के भीतर सवार सभी छात्राओं में चीख-पुकार मच गई।
घायल छात्राओं की स्थिति
हादसे में घायल हुई छात्राओं को तुरंत पास के स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। घायलों की पहचान स्वाति, खुशी, तन्नू, प्रियंका कुमारी, मीनाक्षी, प्रियंका रानी, अंजलि और अन्य छात्राओं के रूप में हुई है। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने गंभीर रूप से घायल 5 छात्राओं को प्राथमिक उपचार के बाद मुजफ्फरनगर जिला अस्पताल रेफर कर दिया, जहां उनका इलाज जारी है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, इस दुर्घटना में कई छात्राओं के सिर, पीठ और अन्य हिस्सों में गंभीर चोटें आई हैं। खासकर स्वाति, खुशी, तन्नू और प्रियंका कुमारी की स्थिति चिंताजनक बताई जा रही है। सभी घायल छात्राओं को तुरंत अस्पताल भेजा गया, लेकिन यह हादसा एक बार फिर स्कूल बसों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा गया है।
दुर्घटना के बाद की स्थिति और पुलिस कार्रवाई
घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने दोनों वाहन, यानी स्कूल बस और ट्रैक्टर लोडर, को कब्जे में ले लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि इस हादसे का मुख्य कारण घना कोहरा हो सकता है, जिसके कारण सड़क पर विजिबिलिटी काफी कम हो गई थी। इसके साथ ही, हादसे के समय दोनों वाहनों की गति और सड़क की स्थिति की भी जांच की जा रही है।
पुलिस ने दोनों वाहनों के ड्राइवरों से भी पूछताछ की है और कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। इस हादसे के बाद से इलाके में सुरक्षा उपायों को लेकर भी चिंताएं बढ़ गई हैं। खासकर स्कूलों की बसों की सुरक्षा और ड्राइवरों की सतर्कता पर सवाल उठने लगे हैं।
स्कूल बसों की सुरक्षा को लेकर उठे सवाल
इस हादसे के बाद से यह सवाल उठने लगा है कि क्या स्कूल बसों की सुरक्षा व्यवस्था पर्याप्त है? घने कोहरे में स्कूल बसों को किस तरह से सुरक्षित चलाया जाए, इस पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। खासकर जब ऐसी घटनाएं होती हैं, तो यह समझना जरूरी हो जाता है कि क्या स्कूल प्रशासन और संबंधित विभागों ने यात्री सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से ध्यान रखा है या नहीं।
हर साल सर्दी के मौसम में घने कोहरे की समस्या बढ़ती है, और ऐसे में स्कूली बच्चों की सुरक्षा को लेकर जागरूकता की आवश्यकता और बढ़ जाती है। स्कूलों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनकी बसों में ड्राइवरों के पास पर्याप्त प्रशिक्षण हो और बसों में सुरक्षा उपायों को कड़ाई से लागू किया जाए। वहीं, ट्रैक्टर लोडर जैसे भारी वाहनों की सड़क पर सुरक्षा नियमों का पालन करने की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है, ताकि ऐसे हादसों से बचा जा सके।
आखिरकार यह हादसा क्यों हुआ?
स्कूली बसों और भारी वाहनों के बीच यह टक्कर एक बहुत गंभीर सवाल खड़ा करती है। क्या यह बस ड्राइवर की लापरवाही थी या घने कोहरे ने उसकी विजिबिलिटी को बाधित कर दिया था? वहीं, क्या ट्रैक्टर लोडर की गति ज्यादा थी या उसके चालक ने उचित सावधानी नहीं बरती? ये सभी सवाल जांच के विषय हैं, लेकिन यह घटना एक संदेश जरूर देती है कि सड़क सुरक्षा की दिशा में हमें और कठोर कदम उठाने की जरूरत है।
संबंधित अधिकारी क्या कहते हैं?
मुजफ्फरनगर के एसएसपी ने घटना की जानकारी मिलने के बाद तुरंत कार्रवाई का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि घटना की जांच जारी है और दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही, उन्होंने सभी स्कूलों को सलाह दी है कि वे अपने ड्राइवरों को कोहरे के दौरान अधिक सतर्क रहने की दिशा में प्रशिक्षण दें और सुरक्षा उपकरणों का पूरी तरह से इस्तेमाल करें।
मुजफ्फरनगर में घने कोहरे के कारण हुए इस भयावह हादसे ने स्कूल बसों और ट्रैक्टर लोडरों के बीच सुरक्षा के महत्व को एक बार फिर उजागर किया है। यह घटना एक चेतावनी के रूप में सामने आई है, जिससे हमें सड़क सुरक्षा के प्रति अपनी जिम्मेदारी को और गंभीरता से लेना चाहिए। स्कूल प्रशासन, पुलिस और स्थानीय प्रशासन को मिलकर इस मुद्दे पर ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।