राष्ट्र व समाज का निर्माता है शिक्षकः स्वामी ओमानंद
मुजफ्फरनगर। तीर्थनगरी शुकतीर्थ स्थित श्री शुकदेव आश्रम की ओर से संचालित श्री शुकदेव संस्कृत विद्यालय में गत ४० वर्ष से अध्यापन कार्य में सेवारत नारायणी घाट, नेपाल के निवासी आचार्य ज्ञान प्रसाद पराजुली के प्रधानाचार्य के पद से सेवानिवृत्त होने पर भावभीनी विदाई दी गई।
समारोह में भागवत पीठाधीश्वर स्वामी ओमानंद महाराज ने उनको प्रशस्ति-पत्र शाल एवं प्रसाद देकर सम्मानित करते हुए कहा कि ज्ञान प्रसाद जी की सेवाएं सराहनीय रही हैं
उनसे शिक्षित छात्र भागवत कथाओं के माध्यम से देश-विदेश में भारतीय संस्कृति का प्रचार-प्रसार कर विद्यालय एवं भागवत पीठ का नाम रोशन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि शिक्षक ही समाज और राष्ट्र का सच्चा निर्माता होता है। शिक्षक का जीवन साधना और चुनौतियों से भरा होता है। व्यक्ति, समाज और दुनिया को समृद्ध, उन्नत और गौरवशाली बनाने में शिक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
शिक्षक अपने ज्ञान के प्रकाश से छात्रों को आलोकित कर उनके कल्याण का मार्ग प्रशस्त करता है।
इस मौके कार्यवाहक प्रधानाचार्य गिरीश चंद्र उप्रेती, ज्योतिष आचार्य रामस्नेही महाराज, कथा व्यास अचल कृष्ण शास्त्री, शिक्षक अरुण भट्टराई, आचार्य प्रदीप अधिकारी, राजू, युवराज व ठाकुर आदि तथा छात्र मौजूद रहे।