संघर्ष पर आधारित है ‘कागज’ की कहानी- पंकज त्रिपाठी
अभिनेता पंकज त्रिपाठी का कहना है कि वे कोई मजेदार और रोमांचक किरदार ढूंढ ही रहे थे तभी अभिनेता-निर्देशक सतीश कौशिक ने उन्हें फिल्म “कागज” का ऑफर दिया.
इस फिल्म की कहानी आजमगढ़ के भारत लाल उर्फ लाल बिहारी के जीवन पर आधारित है, जिन्होंने खुद के जीवित होने का प्रमाण देने के लिए 18 वर्षों तक कानूनी लड़ाई लड़ी.
फिल्म के ट्रेलर लांच के मौके पर वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में पंकज त्रिपाठी ने कहा कि वह लाल की दुनिया में खिंचते चले गए और उनका संघर्ष समझने में उन्हें ज्यादा समय नहीं लगा.
त्रिपाठी ने पत्रकारों से कहा,“ जैसे ही उन्होंने(कौशिक) मुझे कहानी सुनाई, मैं तुरंत तैयार हो गया. मैंने उन्हें बता दिया कि मैं इस फिल्म के लिए पूरी तैयार हूं, आप बस मुझे बता दीजिये कि मुझे कब आना है.
एक अभिनेता के तौर पर आप हमेशा उन पटकथाओं की खोज में रहते हैं जिसे सुनकर आपको लगे कि “यह मुझे करना ही है” और ‘कागज’ की कहानी सुनकर मुझे वहीं महसूस हुआ. इससे पहले कि वे अपना मन बदलते मैंने हां कर दी.
उन्होंने कहा, “मुझे बहुत संघर्ष करना पड़ा, जो इस काम का हिस्सा है. जब तक एक अभिनेता की पहचान बन नहीं जाती तब तक वह कुछ नहीं होता. हर रोज कितने ही लोग अभिनेता बनने का सपना लिए मुंबई आते हैं. जब तक उनकी पहचान नहीं बन जाती वे खोए रहते हैं. सिनेमा जगत में भी अपनी पहचान बनाने की लड़ाई है.
‘कागज’ की कहानी भी वैसे ही एक संघर्ष पर आधारित है जो अपने अस्तित्व को साबित करने की लड़ाई है. उन्होंने बताया, “मेरा संघर्ष लंबा था लेकिन सफल रहा है. इसके कारण मैं जीना सीख गया.” गौरतलब है कि फिल्म सात जनवरी को जी5 पर प्रसारित होगी.