उद्धव ठाकरे सरकार और मुंबई पुलिस ने गैर कानूनी तरीके से पत्रकारों का उत्पीड़न कर रही हैं- प्रमोद त्यागी
राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष एवं नेशनल कोर्डिनेटर प्रमोद कुमार त्यागी ने रिपब्लिक भारत न्यूज़ चैनल के मुख्य संपादक अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी पर रोष व्यक्त करते हुए कहा कि आज सुबह एसओजी कमांडो और मुंबई पुलिस ने गैर कानूनी तरीके से उनके घर से उनके मुंबई स्थित घर से उस केस में गिरफ्तार किया
जिसमें 2 साल पहले क्लोजर रिपोर्ट दाखिल हो चुकी थी रिपब्लिक भारत ने सबसे पहले पालघर में साधुओं की हत्या, दिशा सालियन और सुशांत सिंह राजपूत का मामला और फिर मुंबई ड्रग मामले का खुलासा किया
जिसमें मुंबई की सरकार और मुंबई पुलिस मिलकर बदले की भावना से 1000 एफ आई आर रिपब्लिक भारत के स्टाफ पर दर्ज दर्ज किया जब कोर्ट द्वारा मुम्बई पुलिस को फटकार लगाई गई
फिर उसके बाद मुंबई पुलिस ने टीआरपी मामले को लेकर रिपब्लिक भारत को लपेटने की कोशिश की लेकिन उसमें भी नाकाम रही एक के बाद एक गैर कानूनी तरीके से मुंबई पुलिस हथकंडे अपना रही है
मीडिया की आवाज को दबाने के लिए यह उस समय के दमनकारी नीति है जब इंदिरा जी के समय पर इमरजेंसी लगी थी जिस समय जनसत्ता के मुख्य संपादक जी डी गोयनका के साथ अन्य कई पत्रकारों को जेल में बंद कर दिया गया था
वही दमनकारी नीति आज मुंबई में शरद पवार की एनसीपी उद्धव ठाकरे की शिवसेना और कांग्रेस मिलकर चौथा स्तंभ की आवाज और उसकी आजादी को दबाने का पूरा प्रयास कर रही है
अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी को पुलिस की गुंडागर्दी और महाराष्ट्र सरकार की दमनकारी नीति कि आज पूरे देश में घोर निंदा की जा रही है सभी राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री मुंबई पुलिस और मुंबई सरकार के खिलाफ तथा रिपब्लिक भारत और रिपब्लिक वर्ल्ड न्यूज़ चैनल के संपादक के अलावा देश के चौथे स्तंभ के साथ खड़े हैं
आपको यहां यह बता देना चाहता हूं कि मुंबई पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह यह वही पुलिस कमिश्नर है कि जिन्होंने एटीएस प्रमुख करकरे के समय पर ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर से जिन्होंने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को गिरफ्तार कर उन पर असहनीय अत्याचार और अभद्र शब्दों का इस्तेमाल करते हुए प्रताड़ित किया था
आज पूरा देश और देश की जनता समाज सेवक समाज से जुड़ी संस्थाएं मीडिया संस्थाएं सभी महाराष्ट्र सरकार जो गठबंधन की सरकार है के खिलाफ एकजुट हैं
श्री त्यागी ने कहा कि बाला साहब ठाकरे की शिवसेना का मुख्य उद्देश्य था सनातन धर्म की रक्षा करना हिंदुत्व के साथ खड़े होना और देश के प्रति अपनी आस्था रखना गरीब असहाय लोगों को शरण देना सुरक्षा देना और उन्हें प्रोत्साहित करना शिवसेना का नाम बालासाहेब ठाकरे ने छत्रपति शिवाजी के विचारधाराओं से जोड़ते हुए शिवसेना पार्टी का गठन किया था
परंतु आज उद्धव ठाकरे अपने स्वर्गीय आदरणीय पिता के आदर्शों को भूल गए और दमनकारी नीति वाले पार्टियों से गठबंधन कर महाराष्ट्र में एक बार फिर स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति की आजादी पर आघात पहुंचाने का काम कर रहे हैं