UP Government का बड़ा एक्शन! अवैध वक्फ संपत्तियों पर कब्जा, जिलाधिकारियों को सख्त निर्देश – जानें पूरा मामला
UP Government ने एक बार फिर अपनी सख्त और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता का परिचय दिया है। लोकसभा और राज्यसभा से वक्फ संशोधन बिल पास होने के बाद अब प्रदेश में अवैध रूप से वक्फ घोषित की गई संपत्तियों पर कार्रवाई शुरू हो गई है। सरकार ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे ऐसी संपत्तियों को चिन्हित करके शासन को रिपोर्ट सौंपें, जिसके बाद इन्हें जब्त कर लिया जाएगा।
क्या है वक्फ संपत्ति का मामला?
वक्फ संपत्तियां वे जमीनें या इमारतें होती हैं, जो धार्मिक या सामाजिक उद्देश्यों के लिए दान में दी जाती हैं। हालांकि, पिछले कई दशकों में सरकारी जमीनों को भी अवैध रूप से वक्फ घोषित कर दिया गया। राजस्व विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में केवल 2,963 वक्फ संपत्तियां ही वैध रूप से दर्ज हैं, जबकि सुन्नी वक्फ बोर्ड के पास 1,24,355 और शिया वक्फ बोर्ड के पास 7,785 संपत्तियां हैं। इनमें से अधिकांश सरकारी जमीनें हैं, जिन्हें गैरकानूनी तरीके से वक्फ बना दिया गया।
किन संपत्तियों पर होगी कार्रवाई?
अधिकारियों का कहना है कि खलिहान, तालाब, पोखर और ग्राम समाज की जमीनों को भी अवैध रूप से वक्फ घोषित कर दिया गया था। सरकार का स्पष्ट मानना है कि सरकारी भूमि को वक्फ नहीं बनाया जा सकता। प्रदेश में लगभग 98% वक्फ संपत्तियों का कोई आधिकारिक रिकॉर्ड नहीं है, जिसके चलते अब इन्हें चिन्हित करके कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
किन जिलों में सबसे ज्यादा अवैध वक्फ संपत्तियां?
बाराबंकी, सीतापुर, बरेली, जौनपुर, सहारनपुर, बिजनौर, बलरामपुर, मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर, मुरादाबाद और रामपुर जैसे जिलों में सबसे अधिक वक्फ संपत्तियां पाई जाती हैं। अब इन जिलों के जिलाधिकारियों को इन संपत्तियों का सत्यापन करके शासन को रिपोर्ट देनी होगी, जिसके बाद नए कानून के तहत सख्त कार्रवाई होगी।
संसद से पास हुआ वक्फ संशोधन बिल
राज्यसभा ने हाल ही में वक्फ संशोधन विधेयक, 2025 को मंजूरी दे दी। इस बिल में वक्फ बोर्ड में पारदर्शिता बढ़ाने और गरीब मुस्लिम समुदाय की मदद करने के प्रावधान शामिल हैं। 95 के मुकाबले 128 मतों से पास हुए इस बिल के बाद अब सरकारी जमीनों को वक्फ घोषित करने की प्रक्रिया पर सख्त नियंत्रण होगा। विपक्ष द्वारा लाए गए कई संशोधनों को भी खारिज कर दिया गया।
क्या होगा आगे?
यूपी सरकार का यह कदम राज्य में जमीन माफिया और अवैध कब्जों के खिलाफ एक बड़ा ऑपरेशन साबित हो सकता है। जल्द ही अवैध वक्फ संपत्तियों की जांच पूरी करके उन्हें सरकार के अधिकार में ले लिया जाएगा। इससे न केवल सरकारी संपत्तियों की सुरक्षा होगी, बल्कि राजस्व विभाग को भी फायदा होगा।
योगी सरकार का यह फैसला उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था और सरकारी संपत्तियों की सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अब देखना यह है कि जिलाधिकारी कितनी तेजी से इस मामले में कार्रवाई करते हैं और कितनी अवैध संपत्तियों को सरकार वापस ले पाती है।