UPSSSC: उत्तर प्रदेश में मुख्य सेविका के 2567 पदों पर भर्ती: शॉर्टलिस्ट किए गए 8337 अभ्यर्थी
उत्तर प्रदेश में मुख्य सेविका (Main Sevika) के 2567 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया अब अंतिम चरण में पहुंच गई है। हाल ही में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) द्वारा लिखित परीक्षा के आधार पर 8337 अभ्यर्थियों को अभिलेख परीक्षण (Document Verification) के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है। अब तक की प्रक्रिया को लेकर अभ्यर्थियों में उत्साह और घबराहट दोनों का मिश्रण है, क्योंकि जल्द ही अभिलेख परीक्षण का विस्तृत कार्यक्रम जारी किया जाएगा।
भर्ती प्रक्रिया की शुरुआत और प्रमुख बिंदु
यह भर्ती प्रक्रिया 2022 में शुरू की गई थी, जब उत्तर प्रदेश बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग (Department of Women and Child Development) के अंतर्गत मुख्य सेविका के कुल 2693 पदों पर भर्ती की घोषणा की गई थी। इसमें से 2567 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया को अब अंतिम रूप दिया जा रहा है। इस भर्ती प्रक्रिया के दौरान कुछ कानूनी विवाद भी सामने आए थे, जिसके चलते कुछ पदों को खाली रखा गया।
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) के सचिव अवनीश सक्सेना ने इस भर्ती प्रक्रिया की जानकारी साझा करते हुए बताया कि 2023 में लिखित परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसके परिणाम के बाद अभ्यर्थियों के लिए कट ऑफ जारी किया गया है। यह कट ऑफ आयोग की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है। अब, अगले चरण में अभ्यर्थियों का अभिलेख परीक्षण (Document Verification) किया जाएगा।
कानूनी विवाद और उसका प्रभाव
भर्ती प्रक्रिया में कानूनी विवाद की वजह से कुछ समय के लिए देरी हुई थी। दरअसल, कुछ कर्मचारियों ने विभाग की भर्ती प्रक्रिया को लेकर न्यायालय में याचिका दायर की थी। इस पर न्यायालय के निर्देश के बाद 2693 पदों में से 126 पदों को रिक्त रखा गया है और 2567 पदों पर भर्ती प्रक्रिया को आगे बढ़ाया गया है।
कानूनी विवाद ने भर्ती प्रक्रिया को प्रभावित तो किया, लेकिन अब जब कट ऑफ जारी कर दिया गया है और शॉर्टलिस्टेड अभ्यर्थियों की सूची आयोग की वेबसाइट पर प्रकाशित हो चुकी है, तो उम्मीद जताई जा रही है कि आगामी अभिलेख परीक्षण का कार्यक्रम भी शीघ्र जारी किया जाएगा।
कट ऑफ और शॉर्टलिस्टेड अभ्यर्थियों का आंकड़ा
आयोग के द्वारा जारी किए गए कट ऑफ के अनुसार, 8337 अभ्यर्थी अभिलेख परीक्षण के लिए योग्य पाए गए हैं। इन अभ्यर्थियों का चयन लिखित परीक्षा के आधार पर किया गया है। अब इन सभी शॉर्टलिस्टेड अभ्यर्थियों को अगले चरण में अभिलेख परीक्षण से गुजरना होगा, जिसके बाद ही उनकी नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी होगी।
अभ्यर्थियों के लिए यह एक बेहद महत्वपूर्ण चरण होगा, क्योंकि अभिलेख परीक्षण में दस्तावेजों की पूरी जांच की जाएगी और अभ्यर्थियों को अपनी शैक्षिक योग्यता, अनुभव, और अन्य आवश्यक दस्तावेज पेश करने होंगे। आयोग ने स्पष्ट किया है कि अभिलेख परीक्षण के दौरान किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी या अनियमितता पाए जाने पर अभ्यर्थी को डिसक्वालिफाई किया जा सकता है।
आरक्षण और अन्य विवरण
भर्ती के तहत आरक्षण प्रक्रिया भी पूरी कर दी गई है। हाल ही में पदों का आरक्षण जारी किया गया था, जिसके बाद अभ्यर्थियों के लिए आरक्षित वर्गों के लिए उचित कट ऑफ निर्धारित किया गया। इससे भर्ती प्रक्रिया में निष्पक्षता बनाए रखने की दिशा में एक कदम और बढ़ाया गया है। आरक्षण के तहत, ओबीसी, एससी, एसटी, और अन्य वर्गों के लिए अलग-अलग कट ऑफ तय किए गए हैं, जो आयोग द्वारा निर्धारित मानदंडों के आधार पर हैं।
अगले चरण में क्या होगा?
अब जब कि अभ्यर्थियों का कट ऑफ जारी किया जा चुका है और शॉर्टलिस्ट किए गए 8337 अभ्यर्थियों की सूची आयोग की वेबसाइट पर अपलोड की जा चुकी है, तो जल्द ही अभिलेख परीक्षण का विस्तृत कार्यक्रम जारी किया जाएगा। इस चरण के बाद, जो अभ्यर्थी सफल होंगे, उन्हें आगामी प्रशिक्षण और अन्य प्रक्रियाओं के लिए बुलाया जाएगा।
उत्तर प्रदेश में सरकार द्वारा चलाए जा रहे इस बड़े भर्ती अभियान को लेकर अभ्यर्थियों के बीच उत्साह देखा जा रहा है। यह भर्ती प्रक्रिया उन हजारों उम्मीदवारों के लिए एक बड़ा अवसर लेकर आई है, जो सरकारी नौकरी पाने की इच्छा रखते हैं और राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में सेवा देने का सपना देखते हैं।
इस भर्ती प्रक्रिया का महत्व
यह भर्ती प्रक्रिया केवल उन अभ्यर्थियों के लिए नहीं, बल्कि राज्य सरकार के लिए भी महत्वपूर्ण है। सरकारी विभागों में कर्मचारियों की कमी को पूरा करने और सेवाओं के स्तर को बेहतर बनाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है। बाल विकास और पुष्टाहार विभाग में मुख्य सेविकाओं की भर्ती से बच्चों के पोषण, सुरक्षा, और विकास कार्यों में सुधार की संभावना है।
सरकारी सेवाओं में महिलाओं के लिए विशेष अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से यह भर्ती और चयन प्रक्रिया एक महत्वपूर्ण कदम है।
अभ्यर्थियों के लिए सलाह
UPSSSC अभ्यर्थियों को यह सलाह दी जाती है कि वे अपनी दस्तावेजों की पूरी जांच कर लें और उन्हें सही रूप में प्रस्तुत करें। किसी भी प्रकार की गलती या असमानता पाए जाने पर अभ्यर्थी को भविष्य में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, उन्हें भर्ती प्रक्रिया से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए आयोग की आधिकारिक वेबसाइट का नियमित रूप से अवलोकन करना चाहिए।
उत्तर प्रदेश में मुख्य सेविका के 2567 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया अब अंतिम चरण में है और अभ्यर्थियों का कट ऑफ जारी कर दिया गया है। इसके बाद अभ्यर्थियों के लिए अभिलेख परीक्षण की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी। इस भर्ती प्रक्रिया में किसी प्रकार की धोखाधड़ी या दस्तावेजों में अनियमितता पाए जाने पर अभ्यर्थी को बाहर किया जा सकता है। ऐसे में शॉर्टलिस्टेड अभ्यर्थियों के लिए यह अंतिम अवसर होगा, इसलिए उन्हें पूरी सतर्कता और ध्यान के साथ अपने दस्तावेजों की जांच करनी चाहिए।
उत्तर प्रदेश में होने वाली यह भर्ती प्रक्रिया राज्य के सरकारी विभागों में कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने और सेवा क्षेत्र में सुधार लाने के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। इसके साथ ही यह भर्ती उन युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर है, जो सरकारी नौकरी की तलाश में हैं।