lakhimpur kheri violence के बाद मेरठ के किसानों में उबाल, जयन्त चौधरी ने कल लखीमपुर खीरी पहुँचने की घोषणा की
lakhimpur kheri violence मेरठ में भी ने लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर किसानों में उबाल देखा जा रहा है। गुस्साये किसानों ने सिवाया टोल पर हंगामा करते हुए दिल्ली-देहरादून हाईवे के सिवाया टोल को फ्री करा दिया। जबकि रोहटा क्षेत्र के भदौड़ा गांव में किसानों ने पुतला फूंक कर अपना गुस्सा जाहिर किया। रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने ट्वीट कर विरोध जताया है। रालोद मुखिया ने कहा कि लखीमपुर खीरी से दिल दहलाने वाली खबरें आ रहीं हैं!
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा का क़ाफ़िला आंदोलनकारी किसानों पर चढ़ा दिया गया।.कई किसानों की मौत हो गई और कई घायल हैं। विरोध को कुचलने का काला कृत्य जो किया है, साज़िश जब गृह मंत्री रच रहे हैं, फिर कौन सुरक्षित है? रालोद नेता ने कहा कि किसान का खून बहाया गया है। रालोद बिल्कुल भी सहन नही करेगा। जयन्त चौधरी ने कल लखीमपुर खीरी पहुँचने की घोषणा की है।
इधर,भाकियू नेताओं ने कहा है कि लखीमपुर खीरी में आंदोलन कर रहे किसानों को जानबूझ कर गाड़ी से कुचला गया है, इसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भाकियू नेताओं के अनुसार किसानों के साथ अब अन्याय हो रहा है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भाकियू नेताओं के अनुसार कार्यकर्ताओं को टिकैत बंधुओं के संदेश का इंतजार है। संदेश मिलते ही भाकियू कार्यकर्ता लखीमपुर खीरी की घटना के खिलाफ सड़कों पर उतरने में देर नही करेंगे।
भाकियू के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी धर्मेन्द्र मलिक ने कहा कि राकेश टिकैत खुद लखीमपुर खीरी के लिए गाजीपुर बॉर्डर से रवाना हो चुके हैं। सभी भाकियू कार्यकर्ता आंदोलन को तैयार रहें। राकेश टिकैत का कभी भी आदेश आ सकता है।
पूर्व मंत्री एवं रालोद के राष्ट्रीय महासचिव डॉ.मैराजुउद्दीन अहमद ने कहा कि रालोद लखीमपुर खीरी में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र के पुत्र द्वारा अपने गाड़ियों के काफिले से किसानों के ऊपर चढ़ाकर कुचलने की हुई मौतों की कड़े शब्दों निन्दा करता है।

