पूरे उत्तर प्रदेश में धारा 144 लागू , मायावती का सपा-कांग्रेस पर हमला
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और संभल में प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा पर सपा और कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि किसी भी विरोध प्रदर्शन या धरने में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है।
उन्होंने कहा कि हमने हमेशा नागरिकता संशोधन विधेयक Citizenship Amendment Act का विरोध किया है, हम शुरू से ही इसका विरोध करते रहे हैं, लेकिन अन्य पार्टियों की तरह हम सार्वजनिक संपत्ति और हिंसा को नष्ट करने में विश्वास नहीं करते हैं।
Mayawati, BSP: We have always opposed the #CitizenshipAmendmentAct and we have been protesting against it since beginning but like other parties we don't believe in destruction of public property and violence. pic.twitter.com/HMwGbojrPQ
— ANI UP (@ANINewsUP) December 20, 2019
मायावती ने कहा कि मैं अपनी पार्टी के लोगों से अपील करती हूं कि इस समय में देश में व्याप्त इमर्जेंसी के दौरान सड़कों पर न उतरें, इसकी जगह विरोध के दूसरे तरीकों को अपना जाएं।वहीं, गुरुवार को लखनऊ में हुई हिंसा में मारे गए वकील के शव का आज पोस्टमार्टम किया जाएगा।
वीडियोग्राफी में वकील के शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा। पुलिस मुख्यालय ने दावा किया है कि बृहस्पतिवार को प्रदेश के विभिन्न जिलों में पुलिस ने हिंसक प्रदर्शन को रोकने के लिए 3305 लोगों को हिरासत में लिया गया। वहीं सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर किए गए आपत्तिजनक, भ्रामक पोस्ट, मैसेज के संबंध में प्रदेश में कुल 13 अभियोग पंजीकृत किए गए और 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
1786 ट्विटर पोस्ट और 3037 फेसबुक व 38 यूट्यूब पोस्ट को हटाने के लिए सर्विस प्रोवाइडर से संपर्क किया गया है।वहीं, पूरे उत्तर प्रदेश में धारा 144 लागू है। जबकि गाजियाबाद, लखनऊ, मुजफ्फरनगर, बरेली, आजमगढ़ समेत कई जिलों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है।
राजधानी समेत प्रदेश में उपद्रव पर भड़के सीएम योगी आदित्यनाथ ने हिंसक घटनाओं के दोषियों की संपत्तियां जब्त कर उनसे सावर्जनिक संपत्ति को हुए नुकसान का हर्जाना वसूलने का निर्देश दिया है।
सीएम ने कहा कि वे हिंसक वारदातों की समीक्षा खुद कर रहे हैं। उपद्रवियों के चेहरे वीडियोग्राफी और सीसीटीवी में कैद हो चुके हैं। सभी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने शांति की अपील करते हुए अफवाह फैलाने वालों पर निगरानी के निर्देश दिए हैं।