दुकानों की सुरक्षा के लिए व्यापारियों की भीड़ को खुद सामने आना पड़ा-नारेबाजी और हंगामा
मुजफ्फरनगर। शहर में पुलिस प्रशासन की विफलता के कारण माहौल बिगड़ गया। उपद्रवियों से दुकानों की सुरक्षा के लिए व्यापारियों की भीड़ को खुद सामने आना पड़ा। उग्र भीड़ ने मीनाक्षी चौक पर आगजनी शुरू की, तो शिवचौक, महावीर चौक और कच्ची सड़क पर दूसरा वर्ग सामने आ गया। दोनों तरफ से जमकर पथराव हुआ।
दोपहर दो बजे के बाद शहर का माहौल बिगड़ना शुरू हुआ। मीनाक्षी चौक पर सबसे पहले खालापार की भीड़ पहुंची। इसके बाद लद्दावाला, मल्हूपुरा, मदीना कालोनी आदि क्षेत्रों की भीड़ पहुंचनी शुरू हो गई। बेकाबू भीड़ के आगे पुलिस प्रशासन पीछे हटता जा रहा था। मीनाक्षी चौक पर एक वर्ग के कुछ जिम्मेदार लोगों ने उग्र भीड़ को समझाने का प्रयास भी किया।
भीड़ का कोई नेतृत्व नहीं होने की वजह से नारेबाजी और हंगामा शुरू हो गया। यहां से भीड़ ने इस्लामियां इंटर कॉलेज के मैदान की तरफ रुख किया। कुछ देर बाद कुछ लोगों ने महावीर चौक और कुछ ने मीनाक्षी चौक की ओर चलना शुरू कर दिया। भीड़ इतनी थी कि सिटी मजिस्ट्रेट और एसपी सिटी महावीर चौक तक आगे-आगे बढ़ते चले गए।
बवाल के दौरान नुकसान होने की आशंका से व्यापारियों की भीड़ एकत्र हो गई। दुकानदारों को देख पुलिस का हौसला भी बढ़ा और पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। यहां आधा घंटे तक अफरातफरी का माहौल रहा। दोनों तरफ से जमकर पथराव हुआ। यहां पड़ी सैकड़ों चप्पल-जूते और कपड़े यहां के मंजर की दास्तां को बयां कर रहे थे।
एक वर्ग की भीड़ यहां कुछ ही देर में तितर बितर हो गई। मीनाक्षी चौक से शिव चौक की तरफ जाने वाली भीड़ के सामने भी दुुकानदार सैकड़ों की संख्या में खड़े हो गए। यहां दोनों तरफ से जमकर पथराव हुआ। शिवचौक पर एकत्र हुए दुकानदारों ने भीड़ को मीनाक्षी चौक से शिवचौक की तरफ नहीं आने दिया। यही हालात कच्ची सड़क पर पैदा हुए। यहां जब पुलिस पीछे हटी तो अपने घरों और दुकानों की सुरक्षा के लिए दूसरा वर्ग सड़क पर उतर आया। यहां भी दोनो पक्षों में संघर्ष हुआ और पथराव होने से अफरातफरी मच गई।