गरीब महिलाओं को रोजगार परक प्रशिक्षण देने में डूडा विभाग फेल
रामनगर। नगरीय इलाको की गरीब महिलाओं को रोजगार परक प्रशिक्षण देने में डूडा विभाग फेल हैं। कई साल से नगर में कोई प्रशिक्षण नही हुआ है।
शहर में रह रहे गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली महिलाओं और बालिकाओं को रोजगार से जोड़कर रोजगार परक उद्यम का प्रशिक्षण देने वाली योजनाएं अमल में नहीं लाई जा रही हैं
जबकि इसके लिए जिला नगरीय विकास अभिकरण डूडा बनाया गया है।शहर की महिलाओं के लिए किसी प्रकार के प्रशिक्षण की व्यवस्था बीते तीन-चार सालों में डूडा विभाग नहीं कर सका है।
सरकार की योजना है कि डूडा ग्रामीण अंचल के बजाय कस्बो व शहरों की महिलाएं जो गरीबी रेखा से नीचे हैं को सिलाई कढ़ाई, ब्यूटीशियन, मेहंदी डिब्बा बनाना ,बिंदी बनाना ,आदि तमाम तरह के कार्यों का प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार से जोड़े ताकि वे भी अपना कार्य कर आत्मनिर्भर बन सके और आर्थिक तरक्की प्राप्त करें।
इसके लिए सरकार द्वारा डूडा विभाग को जिम्मेदारी दी गई है लेकिन वह फेल साबित हो रहा।नगरों में उसकी कोई गति विधि नही चल रही। पूर्व में कई साल पहले डूडा द्वारा नगर पंचायतों में महिलाओं और बालिकाओं के मध्य सिलाई कढ़ाई सहित कई प्रशिक्षण शिविर लगाया जाता था
उन्हें आवश्यक सामान देकर रोजी रोजगार से जोड़ता था लेकिन बीते तीन-चार सालों से सारी प्रक्रियाएं ठप पड़ी हुई हैं। किसी भी नगर पंचायत में डूडा द्वारा रोजगार परक प्रशिक्षण महिलाओं को नहीं दिया जा रहा
जिससे भारत सरकार की आत्मनिर्भर योजना पर पलीता लग रहा है। नगर की महिलाएं डूडा की सारी योजनाओं को भूल चुकी हैं और डूडा द्वारा कभी भी इनका प्रचार प्रसार भी नहीं किया गया है।
नगर पंचायतों में अगर महिलाओं के लिए उनको व्यवसाय से जोड़ने के परीक्षण केंद्र चलाएं तो तमाम महिलाएं लाभ लेकर स्वावलंबी बन सकती हैं लेकिन विभाग की उदासीनता के चलते ऐसा कोई कार्य नही हो सका।