मौसमी सब्जी की आवक बढ़ने के बावजूद भी नहीं घट रहे हैं सब्जी के दाम उतार-चढ़ाव का दौर जारी
पुरकाजी। कस्बे में सब्जियों के दाम अभी भी आसमान छू रहे हैं जबकि सब्जी की आवक दिन पर दिन बढ़ती जा रही है फिर भी सब्जियों के दाम घटने का नाम नहीं ले रहे हैं
सब्जियों पर महंगाई की मार इस कदर पड़ रही है कि गरीब आदमी के लिए तो क्या मध्यम वर्ग के लिए सब्जी खरीदना मुश्किल हो रहा है
कोविड-19 के चलते एक तरफ तो बेरोजगारी की मार दूसरी ओर सब्जियों की महंगाई की मार से गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए सब्जी का स्वाद मुश्किल होता जा रहा है
कहने को तो वर्षा ऋतु का मौसम है लेकिन काफी दिनों से वर्षा ना होने और मौसमी सब्जियों की आवक बढ़ने के बावजूद भी ना जाने सब्जियों के दाम घटने का नाम नहीं ले रहे है
जबकि बीते मार्च से मई लॉक डाउन के दौरान सब्जियों के भाव लगभग आज के भाव से आधा थे परंतु सितंबर का महीना अंतिम चरण पर है तथा मोसमी सब्जियों की आवक बढ़ने लगी है
फिर भी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं मात्र सब्जियों के दामों में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है लेकिन बहुत ज्यादा महंगी सब्जियां गरीब आदमी के लिए तू क्या मध्यम वर्ग के लिए भी खरीदना मुश्किल हो रहा है
क्योंकि देश में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण से बेरोजगारी के चलते विशेषकर मध्यमवर्ग के लोगों की आमदनी घट गई है
जबकि रोजमर्रा की खाद्य वस्तुएं की कीमतों में भारी वृद्धि हुई है क्योंकि अधिकतर सब्जियां भी अभी तक घ्40 प्रति किलोग्राम से कम नहीं बिक रही है।