Lakhimpur Kheri Violence: टिकैत के साथ प्रशासन की वार्ता विफल, किसान प्रशासन की बात मानने को तैयार नहीं
Lakhimpur Kheri Violence– तिकोनिया चौराहा जहां लगभग पांच हजार किसान मौजूद हैं। यहां आंदोलनकारियों का नेतृत्व किसान नेता राकेश सिंह टिकैत (Rakesh Tikait) कर रहे हैं। किसानों की पुलिस प्रशासन से चल रही वार्ता विफल हो गई है। किसानों की मांग है कि प्रत्येक मृतक के परिवार को एक करोड़ रुपये मुआवजा दिया जाए और परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए इसके अलावा दोषी केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र को गिरफ्तार किया जाए तभी मृतकों की अंत्येष्टि की जाएगी।
आधिकारिक तौर पर अब तक आठ लोगों के मरने की पुष्टि की जा चुकी है लेकिन किसानों का दावा है कि उनके छह लोग अभी लापता हैं जबकि प्रशासन का कहना है कि घायलों का इलाज चल रहा है कोई लापता नहीं है। प्रशासन का यह भी कहना है कि मामले की जांच की जा रही है जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी लेकिन किसान प्रशासन की बात मानने को तैयार नहीं हैं।
तिकोनिया में टिकैत के नेतृत्व में किसानों के साथ प्रशासन की वार्ता विफल हो गई है। इस जगह अभी तक लगभग पांच हजार किसान मौजूद हैं। घटनास्थल पर तनावपूर्ण शांति छायी हुई है। भारी मात्रा में पुलिस बल किसी भी अप्रिय घटना को टालने के लिए मुस्तैद है। अब तक चार लोगों के शव आ चुके हैं जिन्हें लेकर उनके घर वाले अपने घरों में बैठे हैं।
कई चीजों पर चर्चा हुई, मांग पत्र प्राप्त हुआ है। गृह राज्य मंत्री को बर्खास्त करने, FIR दर्ज़ करने और मृतकों को मुआवज़ा धनराशि, एक-एक सरकारी नौकरी देने और पूरे घटनाक्रम की न्यायिक जांच कराने की मांग की है: ज़िलाधिकारी अरविंद चौरसिया #lakhimpurkhiri https://t.co/cZ5MOBDmh9
— News & Features Network (@mzn_news) October 4, 2021
उधर पत्रकार रमन कश्यम के शव को रखकर निघासन में चौराहा जाम कर दिया गया है। लोगों की मांग है कि रमन कश्यप की पत्नी को सरकारी नौकरी व मुआवजा दिया जाए एवं उसके बच्चों की पढ़ाई लिखाई का खर्च सरकार वहन करने की जिम्मेदारी ले। एक और पत्रकार सुरजीत सिंह चानी जो कि लापता बताए जा रहे थे उनको भी चोटें आई हैं उनका इलाज चल रहा है।
#Watch #lakhimpurkhiri में हमारे तीन कार्यकर्ताओं और एक ड्राइवर की मौत हो गई और कारों में आग लगा दी गई। हम प्राथमिकी दर्ज करने जा रहे हैं। हमारे पास वीडियो है।शामिल लोगों के खिलाफ धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया जाएगा : अजय मिश्रा टेनी
(स्रोत: स्व-निर्मित वीडियो) pic.twitter.com/ypihvfiH7G
— News & Features Network (@mzn_news) October 3, 2021
फिलहाल स्थिति यह है कि किसान इस केस में आशीष मिश्रा की गिरफतारी होने तक शवों का अंतिम संस्कार न करने पर अड़े हुए हैं। लखीमपुर खीरी में केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री के बेटे सहित 14 के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। प्रशासन जांच पूरी होने के बाद गिरफ्तारी की बात कह रहा है।
हादसे के शिकार पत्रकार सुरजीत सिंह चानी ने बताया कि किसान विरोध प्रदर्शन के लिए जमा थे लेकिन तबतक खबर आई कि केशव प्रसाद मौर्य का रुट चेंज हो चुका है। इसलिए सभी किसान वापस लौटने लगे। तभी अचानक तेज रफ्तार से थार और इनोवा गाड़ियां बहुत तेजी से आईं और किसानों को कुचलते हुए निकल गईं जिसमें मैं भी जख्मी होकर गिर पड़ा।